After Five Months, The School Will Return Again – पांच माह बाद फिर लौटेगी स्कूलों में रौनक

9वीं से 12वीं तक के बच्चे आएंगे स्कूल
स्कूल प्रशासन का कोविड प्रोटोकॉल की पालना पर फोकस
स्कूल आने को लेकर उत्साहित हैं बच्चे
कॉलेज और कोचिंग संस्थान में होंगे शुरू
जयपुर।
तकरीबन पांच माह के बाद प्रदेश के शिक्षण संस्थानों में चहल पहल फिर से लौटेगी, फिर से स्कूल में घंटी की टुनटुन सुनाई देगी क्योंकि स्कूल एक बार फिर से खुलने जा रहे हैं। स्कूल प्रशासन कोविड प्रोटोकॉल की पालना पर फोकस करते हुए स्कूल में बच्चों का वेलकम करने की तैयारी कर ली है वहीं बच्चे भी स्कूल जाने को लेकर काफी उत्साहित हैं। एक सितंबर से 9वीं से 12वीं कक्षा तक के बच्चे स्कूल आएंगे। वहीं कॉलेज और कोचिंग संस्थान भी शुरू होंगे।
राजधानी के सरकारी स्कूलों ने व्यवस्थाएं बनाए रखने के लिए टीचर्स को बतौर कॉर्डिनेटर नियुक्त कर उन्हें अलग अलग जिम्मेदारियां सौंप दी हैं जिससे कोई अव्यवस्था नहीं हो और कोविड प्रोटोकॉल की पालना सुनिश्चित करवाई जा सके। स्कूल के एंट्रेस गेट पर बच्चों के आने जाने के समय टीचर्स को नियुक्त किया जाएगा साथ ही बिना थर्मल स्क्रीनिंग कोई भी बच्चा अंदर प्रवेश नहीं कर सके इसका विशेष तौर पर ध्यान रखा जाएगा। पत्रिका ने शहर के कुछ सरकारी स्कूलों, कॉलेजों में तैयारियों का जायजा लिया:
हर रूम के बाहर होगा सेनेटाइजर स्टैंड
शहीद अमित कुमार यादव गर्वमेंट सीनियर सैकेंडरी स्कूल गोपालपुरा देवरी की शिक्षिका नीलम माहेश्वरी का कहना है कि स्कूल को सेनेटाइज करवाया गया है। एक दो कक्षा कक्ष शेष हैं उनका काम भी पूरा कर लिया जाएगा। हर कक्षा कक्ष के बाहर सेनेटाइजर स्टैंड रखवाया जाएगा। हमने बच्चों की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए पानी की टंकी के पास भी साबुन रखवाने की व्यवस्था की है। जब तक बच्चे स्कूल में रहेंगे इस बात पर बात खास फोकस रहेगा कि उनमें सामाजिक दूरी की पालना करवाई जा सके।
क्लास तक पहुंचाने के लिए मार्किंग
वहीं गांधी सर्किल स्थित पोद्दार स्कूल के संस्था प्रधान प्रभाकर इंदौरिया का कहना है कि बच्चों के स्कूल में प्रवेश से लेकर उन्हें क्लास में पहुंचाने के लिए मार्र्किंग की गई है। बच्चों को रोटेशन में स्कूल में यानी एक दिन में 50 फीसदी बच्चों को स्कूल बुलाया जाएगा। क्लासरूम में हम इसी प्रकार की व्यवस्था कर रहे हैं कि जिससे उनके मध्य सोशल डिस्टेंस बना रह सके। बच्चों को सर्कुलर भी जारी किया गया है, जिसमें उन्हें पीने का पानी से लेकर खाने का सामान अपने घर से लेकर आने की बात कही गई है। ताकि संक्रमण के खतरे को खत्म किया जा सके। कोई भी सार्वजनिक मीटिंग या प्रार्थना सभा का आयोजन नहीं किया जाएगा।
शिक्षकों को दी गई जिम्मेदारी
गांधी नगर स्थित महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल की संस्था प्रधान कुमुद शर्मा के मुताबिक उन्होंने शिक्षकों को बतौर कार्डिनेटर बनाया है। इनमें से कुछ शिक्षक स्कूल के मुख्यद्वार पर व्यवस्था संभालेंगे। स्कूल आने वाले बच्चों की थर्मल स्क्रीङ्क्षनग की जाएगी साथ ही हाथों को सेनेटाइज भी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि स्कूल में कक्षा कक्ष के बाहर कचरा पात्र रखवाए जा रहे हैं। पानी की टंकी की सफाई करवाई जा चुकी है। बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हमने मास्क और सेनेटाइजर भी खरीदे हैं, अगर कोई बच्चा बिना मास्क आता है या उसका मास्क फट या खराब हो जाता है तो हम उसे नया मास्क देंगे लेकिन कोई भी बच्चा स्कूल में बिना मास्क नहीं रहेगा।
बच्चे भी हैं उत्साहित
हाथ मिलाने की जगह अब होगी नमस्ते
नवीं कक्षा में अध्ययनरत महावीर का कहना है कि स्कूल खुलने को लेकर वह काफी उत्साहित है। स्कूल जाएंगे तो पढ़ाई तो अच्छे से होगी ही साथ ही दोस्तों से भी मिलना होगा। मुझे पता है कि अभी कोविड चल रहा है इसलिए स्कूल हमेशा मास्क लगाकर आना है और किसी से हाथ नहीं मिलाना है। मैं अब सबसे नमस्ते करके बात करूंगा ना कि किसी से हाथ मिलाऊंगा।
वहीं सुनील बैरवा जो कि 9वीं कक्षा में पढ़ रहे हैं उनका कहना है कि दो साल से स्कूल जाना नहीं हुआ है। मैंने अपना स्कूल बदला है, नए स्कूल में जाने का लेकर खुश हूं। नए दोस्त बन सकेंगे और टीचर्स भी सब नए होंगे। घर में रहकर उतनी पढ़ाई नहीं होती जितनी स्कूल जाकर हो सकेगी। मैंने अभी भी मास्क लगा रखा है और स्कूल में भी ऐसे ही आऊंगा।
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कॉलेज में कम होगी संख्या
उच्च शिक्षण संस्थान गुरुवार को खुल तो जाएंगे लेकिन विद्यार्थियों की संख्या अधिक नहीं होगी, वजह है परीक्षा। राजस्थान विश्वविद्यालय से सम्बद्ध अधिकांश विद्यार्थियों की परीक्षाओं की शुरुआत हो चुकी है ऐसे में अधिकांश विद्यार्थी पढ़ाई में व्यस्त है। पोद्दार मूक बधिर गर्वमेंट कॉलेज की प्राचार्य पुष्पा पारीक ने बताया कि कॉलेज परिसर को सेनेटाइज किया जा चुका है। कक्षा कक्ष की साफ सफाई हो गई है। सिटिंग अरेंजमेंट सोशल डिस्टेसिंग के मुताबिक किया जा रहा है।
कोचिंग संस्थानों में लौटेगी रौनक
वहीं शहर के कोङ्क्षचग संस्थानों की बात करें तो विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवा लंबे समय से कोङ्क्षचग संस्थान खुलने का इंतजार रहे थे। इस माह रीट, जेईएन भर्ती, एसआई और कृषि पर्यवेक्षक के पदों पर भर्ती के लिए परीक्षाएं होनी हैं तो अक्टूबर में पटवारी और हैडमास्टर भर्ती परीक्षा का आयोजन होना है, जिनमें तकरीबन 54 लाख युवा शामिल होंगे। जिनमें से बड़ी संख्या में युवा कोचिंग संस्थानों में पढ़ते हैं लेकिन लंबे समय से कोचिंग बंद होना उनके लिए परेशानी था। कोचिंग संस्थान शुरू होने से इन परीक्षाओं में शामिल होने वाले युवाओं को राहत मिलेगी।