Rajasthan

Saphala ekadashi 2024 : बहुत खास है साल की अंतिम एकादशी, आज के दिन करें यह उपाय, खुशियों से भर जाएगा घर

नागौर. एकादशी तिथि जगत के पालनहार भगवान विष्णु को समर्पित मानी गई है. साल में 24 एकादशी तिथि आती हैं. धार्मिक मान्यता के अनुसार एकादशी के दिन सच्चे मन से श्रीहरि विष्णु संग मां लक्ष्मी की उपासना करने से हर कार्य में सफलता प्राप्त होती है और व्यक्ति तरक्की करता है.

पंडित अनिल शर्मा के अनुसार एकादशी के दिन अन्न-धन का दान करने से जातक को जीवन में कभी भी अन्न और धनकी कमी का सामना नहीं करना पड़ता. हर साल पौष मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को सफला एकादशी मनाई जाती है. पंचांग के अनुसार पौष माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 25 दिसंबर को रात 10:29 बजे शुरू होगी. इस एकादशी तिथि का समापन 26 दिसंबर की आधी रात 12:43 बजे होगा.

ऐसे में 26 दिसंबर को सफला एकादशी व्रत रखा जाएगा. पौष माह की पहली एकादशी यानी सफला एकादशी साल 2024 की आखिरी एकादशी होगी. सफला एकादशी का व्रत करने से सभी शुभ कार्यों में सिद्धि का आशीष मिलता है. जीवन के हर क्षेत्र में सफलता मिलती है। सफला एकादशी पौषमास की पहली एकादशी है. इस दिन पवित्र नदी में स्नान के साथ ही कुछ विशेष चीजों कादान करने का खास महत्व शास्त्रों में बताया गया है.

सफला एकादशी के दिन विष्णु पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 7:12 से सुबह 8:30 बजे तक था. भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करें. एकादशी व्रत की कथा सुनें या पढ़ें. भगवान विष्णु को नैवेद्य अर्पित करें. पूजा के बाद ब्राह्मणों को भोजन और दान देने का विशेष महत्व है. एकादशी के दिन रात को जागरण करके भगवान विष्णु के भजन, कीर्तन और पूजा करें.

FIRST PUBLISHED : December 26, 2024, 09:30 IST

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj