Rajasthan

Officers Will Be Warned For Negligence In Giving Lease, Will Be Suspen – पट्टे देने में कोताही पर अफसरों को चेतावनी, होंगे सस्पेंड

पत्रिका ने दिखाई हकीकत तो हरकत में आई सरकार

जयपुर। प्रशासन शहरों के संग अभियान में नगरीय निकायों की लापरवाही पर सरकार के आला अफसरों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने निकाय अधिकारियों को चेतावनी दे दी की काम सुधार लें, नहीं तो सस्पेंड होने की नौबत आ जाएगी। नगरीय विकास विभाग और स्वायत्त शासन विभाग ने मंगलवार को वीडिया कांफ्रेंसिंग के जरिए प्रदेशभर के निकायों के कार्यों की समीक्षा की। यूडीएच के प्रमुख सचिव कुंजीलाल मीणा, यूडीएच सलाहकार जी.एस. संधु, स्वायत्त शासन सचिव भवनी सिंह देथा ने कहा कि सरकार की उम्मीद के मुताबिक पट्टे जारी नहीं किए जा रहे।
खासकर, नगरपालिका अधिनियम की धारा 69ए के तहत पुरानी बसावट के पट्टे देने में फिसड्डी रहने पर जमकर नाराजगी जताई। इसके लिए अब 8 दिन में पुरानी आबादी में सर्वे पूरा करना ही होगा। इसके लिए पार्षदों की सहायता ली जा सकेगी। गौरतलब है कि पत्रिका ने मंगलवार के अंक में ही अभियान में काम की स्थिति बताई थी।

एसीआर भी बिगड़ेगी
विकास प्राधिकरण, नगर सुधार न्यास, नगर निगम, नगर परिषद और नगर पालिका के अधिकारियों को चेतावनी दे दी, पट्टे जारी करने की संख्या नहीं बढ़ाई तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों की एसीआर में भी इसे लेकर प्रतिकूल टिप्पणी अंकित की जाएगी। जयपुर विकास प्राधिकरण को छोड़कर शायद ही कोई ऐसा निकाय हो, जिनके अधिकारियों को खरी-खोटी नहीं सुनाई हो।

अभी यह है स्थिति
18 अक्टूबर तक के आंकड़ों के अनुसार 87002 आवेदन निकायों के पास आए। इनमें से केवल 33078 पट्टे ही जारी किए गए हैं।

अब निकाय कार्यालय में नहीं, वार्डों में लगेंगे शिविर
लोगों को पट्टा लेने के लिए अब निकाय कार्यालय के चक्कर नहीं लगाने होंगे। निकायों की ओर से कॉलोनी में या वार्ड वार शिविर लगाए जाएंगे। एक जगह शिविर 3 से 5 दिन तक लगाना होगा। साथ ही शिविर समय सुबह 9.30 से शाम 6 बजे तक लगेंगे। शिविर के लिए घर-घर आवेदन फार्म बांटे जाएंगे। आवेदन के साथ जरूरी कागजात की चेक लिस्ट भी होगी।

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj