Rajasthan

भाई दूज पर बहन-भाई की सफलता की मिठास… 16 की उम्र में शुरू किया बिजनेस, आज सालाना कमाई 25 लाख

Last Updated:October 23, 2025, 15:02 IST

Success Story : भाई दूज पर पाली की बहन-भाई की जोड़ी ने रचा ऐसा कमाल कि हर कोई हैरान है. 16 साल की उम्र में अपेक्षा जैन ने अपने भाई के साथ मिलकर बेकरी बिजनेस शुरू करने की प्लानिंग की और आज 21 की उम्र में 25 लाख से ज्यादा का टर्नओवर कमा रही हैं. उनके बनाए केक की खुशबू अब राजस्थान से बाहर तक फैल चुकी है.

पाली : रक्षा बंधन की तरह ही भाई और बहन के पवित्र बंधन का त्यौहार भाई दूज भी है. जिसमें हर बहन अपने भाई की सफलता की कामना करती है. मगर कैसा हो कि जब उस सफलता के पीछे की वजह ही बहन बन जाए. जी हां, आज भाई दूज के दिन भाई और बहन की एक ऐसी ही जोड़ी के बारे में आपको बताएंगे जिसमें बहन ने 21 साल की उम्र में ही सफलता की ऐसी कहानी अपने भाई के साथ लिख दी कि आज हर कोई हैरान है. पाली की एक लड़की अपेक्षा जैन जिसने कम उम्र में अपने भाई के साथ मिलकर ऐसा स्टार्टअप लॉन्च किया जिसका सालाना टर्नओवर ही 25 लाख रूपए से ज्यादा तक पहुंच गया. अपेक्षा जैन ने बेकरी के शुरू किए गए इस कारोबार का रिजल्ट कुछ ऐसा है कि बहन द्वारा बनाए गए केक और पेस्ट्री आइटम्स की डिमांड कई राज्यो तक प्रसिद्ध हो गए हैं.

अपेक्षा जैन द्वारा बनाए केक और पेस्ट्री आइटम की डिमांड इतनी है कि उनके ऑफिशियल पेज पर हर दिन लोग उन्हें ऑर्डर्स देने लगे हैं, जिसका सप्लाई के लिए उन्होंने ऐक्स्ट्रा स्टाफ भी लगाया है. फिलहाल उनके काम में उनका भाई भी सहभागी है और दोनों मिलकर देशभर में अपने ब्रांड को फैलाने की तैयारी में जुटे हैं.

हर वक्त लगी रहती है खरीदारों की भीड़अपेक्षा जैन जिन्होंने 16 साल की उम्र में अपना बिजनेस करने की प्लानिंग की. पिता ने साफ इनकार कर दिया और बोले-पढ़ाई की उम्र में पढ़ाई करिए. इसके बावजूद हार नहीं मानी और भाई के साथ पापा को फिर से मनाया. घर में सभी की सहमति मिली तो रिसर्च वर्क किया और अब 21 साल की उम्र में अपेक्षा ने भाई अभय जैन के साथ मिलकर खुद की बेकरी शॉप खोली है, जहां हर समय खरीदारों की भीड़ लगी रहती है. इनके केक की खूशबू इतनी महकती है कि पाली नही बल्कि राजस्थान के बाहर तक इसकी डिमांड बढ गई है.

इस तरह की शुरूआत अपेक्षा जैन बताती है कि जब वह 16 साल की थी तो उसने गर्मी की छुटि्टयों में समर कैंप में केक बनाना सीखा. उसे लगा कि वह इससे बेहतर केक बना कर सेल कर सकती है. इसलिए इंस्टाग्राम पर @ohh_my_cakee नाम से खुद का पेज बनाया. जहां खुद के बनाए केक बनाकर शेयर करने लगी. पहला ऑर्डर सोशल मीडिया के जरिए ही मिला. केक बनाने का सारा सामान खरीदा और केक बनाकर बेचा. तारीफ मिली तो दो-तीन केक बनाकर रिश्तेदारों और मोहल्लेवासियों को टेस्ट करवाए, जिसका रिस्पॉन्स अच्छा मिला. फिर इसी फील्ड में ही करियर बनाने की ठान ली.

बहन केक बनाती, भाई मार्केटिंग में साथ निभाताअपेक्षा जैन ने बताया- अच्छा रिस्पॉन्स मिलने लगा तो इस क्षेत्र में ही कॅरियर बनाने की सोची. फिर अहमदाबाद के MTAC इंटरनेशनल कलीनरी स्कूल से डिप्लोमा इन पेस्ट्री आर्ट किया. आज स्थिति यह है कि रोजाना 50 से अधिक ऑर्डर आ जाते है. बहन का काम बढ़ता देखकर भाई अभय जैन भी उसकी मदद के लिए जुड़ किया. अब वह केक और अन्य बेकरी आइटम अपने दो हेल्परों की मदद से बनाती हैं और भाई मार्केटिंग करता है. जिसमें सोशल मीडिया का भी खासा योगदान है.

सालाना 25 से 30 लाख का टर्नओवरअपेक्षा यह भी बताती हैं कि सालाना 25 से 30 लाख रूपए तक सेल हो जाती है. रूटीन में प्रतिमाह दो से ढाई लाख रुपए के सेल हो जाती है. अपेक्षा बताती हैं कि अभी तक तो वह पालीवासियों के ऑर्डर भी पूरा नहीं कर पाती, लेकिन उनका सपना है कि पूरे देश में वह अपने ब्रांड के नाम से ब्रांचें खोलें और उनके हाथ के बनाए केक, बेकरी आइटम सभी को टेस्ट करवाएं.

Rupesh Kumar Jaiswal

रुपेश कुमार जायसवाल ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के ज़ाकिर हुसैन कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस और इंग्लिश में बीए किया है. टीवी और रेडियो जर्नलिज़्म में पोस्ट ग्रेजुएट भी हैं. फिलहाल नेटवर्क18 से जुड़े हैं. खाली समय में उन…और पढ़ें

रुपेश कुमार जायसवाल ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के ज़ाकिर हुसैन कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस और इंग्लिश में बीए किया है. टीवी और रेडियो जर्नलिज़्म में पोस्ट ग्रेजुएट भी हैं. फिलहाल नेटवर्क18 से जुड़े हैं. खाली समय में उन… और पढ़ें

First Published :

October 23, 2025, 15:02 IST

homerajasthan

21 की उम्र में शुरू किया बिजनेस, भाई संग बहन ने रचा 25 लाख का कमाल

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj