Bikaner Soap made from natural ingredients by bikaner woman no chemicals only pure oils sa
बीकानेर: आपने अक्सर गोल या चौकोर आकार के साबुन देखे होंगे, लेकिन क्या कभी आपने आइसक्रीम और सॉफ्टी के डिजाइन वाले साबुन देखे हैं? अगर नहीं, तो आज हम आपको बीकानेर की हिमांशी द्वारा बनाए गए ऐसे रंग-बिरंगे साबुन दिखाते हैं, जो देखने में इतने आकर्षक हैं कि साबुन लगते ही नहीं! इन साबुनों को हिमांशी ने बिना केमिकल के, रसोई में पड़ी प्राकृतिक चीजों से तैयार किया है, और इनकी बाजार में काफी डिमांड भी है.
शुद्ध तेलों और प्राकृतिक सामग्री से तैयार साबुनहिमांशी के अनुसार, वह पिछले छह साल से ये साबुन बना रही हैं, जिनकी कीमत 60 रुपये से लेकर 350 रुपये तक है. पुराने जमाने में घरों में जिस तरह साबुन बनाए जाते थे, उन्होंने उन्हीं परंपरागत चीजों को मॉडर्न साइंस के साथ मिलाकर इन साबुनों को तैयार किया है. आजकल बाजार में मिल रहे केमिकल युक्त साबुनों की तुलना में, उनके बनाए गए साबुन शुद्ध तेलों से बने होते हैं, जो त्वचा को सूखा नहीं करते.
आकर्षक डिजाइनों में उपलब्धहिमांशी विभिन्न डिजाइनों में साबुन बना रही हैं, जिनमें मिठाई, सॉफ्टी, कतली, चॉकलेट, कुल्फी, और तितली के आकार के साबुन शामिल हैं. इन साबुनों में रसोई में मौजूद चावल, बेसन, हल्दी, बादाम, विभिन्न फलों और सब्जियों का उपयोग किया गया है. एक साबुन को पूरी तरह तैयार होने में करीब 45 दिन लगते हैं.
त्वचा के लिए सुरक्षित और प्राकृतिक तेलों का उपयोगहिमांशी ने अपने साबुनों में नारियल का तेल, अरंडी का तेल, जैतून का तेल और बादाम का तेल मिलाया है. इन साबुनों में किसी प्रकार के केमिकल्स का उपयोग नहीं किया गया है, जिससे ये त्वचा को बिना किसी नुकसान के पोषण प्रदान करते हैं.
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घरेलू काम से व्यवसाय की ओर प्रेरणाहिमांशी बताती हैं कि उन्होंने घर में साबुन बनते देखा और अपनी बहन की प्रेरणा से इस काम को बिजनेस के रूप में शुरू किया. परिवार में पहले केवल घरेलू उपयोग के लिए साबुन बनाए जाते थे, लेकिन अब उन्होंने इसे एक सफल व्यवसाय का रूप दे दिया है.
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FIRST PUBLISHED : November 5, 2024, 22:29 IST