महादेव के प्रिय इस औषधीय जड़ी बूटी के गिनते रह जाएंगे फायदे, मिर्गी सांस की समस्याओं में वरदान, घातक रोग टेक दे इसके आगे घुटने

Last Updated:February 17, 2025, 20:55 IST
Jatamansi benefits: जटामांसी एक औषधीय गुणों से भरपूर जड़ी बूटी है, जो महादेव को भी बेहद प्रिय है. आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल कई रोगों के उपचार में किया जाता है. मुख्य रूप से ये हिमालयी क्षेत्रों में पाई जाती है…और पढ़ें
जटामांसी एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है.
हाइलाइट्स
जटामांसी हिमालयी क्षेत्रों में पाई जाती है.बालों, तंत्रिका तंत्र, अनिद्रा में लाभकारी है.जटामांसी पाचन, श्वांस और त्वचा समस्याओं में भी फायदेमंद है.
Jatamansi benefits: कई तरह के हर्ब्स यानी जड़ी बूटी होती है, जिसके अंदर मौजूद औषधीय गुण शरीर को रोगों से बचाने में कारगर साबित होते हैं. इसी में से एक है जड़ी बूटी जटामांसी. आयुर्वेद में तो इसका खास स्थान है ही, भोलेनाथ को भी जटामांसी बेहद प्रिय है. जटामांसी हिमालय के क्षेत्रों में पाया जाने वाले एक बेहद ही फायदेमंद हर्ब है, जिसका इस्तेमाल आयुर्वेद में कई रोगों के उपचार में वर्षों से किया जा रहा है. इसका साइंटिफिक नाम नार्डोस्टैचिस जटामांसी है. अनगिनत औषधीय गुणोंसे भरपूर जटामांसी के फायदों के बारे में जानें यहां विस्तार से…
जटामांसी के फायदे ( jatamansi benefits in hindi)
-पंजाब स्थित बाबे के आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल के बीएएमएस, एमडी डॉ. प्रमोद आनंद तिवारी कहते हैं कि जटामांसी एक ऐसी जड़ी बूटी है जो कई रोगों को दूर भगाने में बेहद सहायक है.
– जिन लोगों के बाल बहुत अधिक गिरते हैं, पतले हो गए हैं, सफेद होने लगे हैं बाल, जटामांसी के इस्तेमाल से बालों से संबंधित सभी समस्याएं दूर हो सकती हैं. यह बालों को फिर से उगाने और उन्हें घना बनाने में भी फायदेमंद होता है.
-जटामांसी तंत्रिका संबंधित रोगों में भी काफी असरदायी है. जिन लोगों को मिर्गी, बेहोशी जैसी बीमारियां है, उनके लिए ये विशेष रूप से फायदेमंद है. यदि आप भूलने की बीमारी से परेशान हैं तो फिर जटामांसी का इस्तेमाल करें.
-आज की लाइफस्टाइल तनाव भरी है. इससे लोगों में नींद न आने की समस्या काफी बढ़ती जा रही है. तनाव, चिंता, अनिद्रा कई अन्य बीमारियों का कारण बन सकते हैं. ऐसे में जटामांसी का इस्तेमाल बेहद लाभदायी होता है. पाचन कमजोर, धड़कन अनियंत्रित हो या रक्तचाप की शिकायत हो तो इसमें भी बेहतरी के लिए जटामांसी का इस्तेमाल कर सकते हैं.
– यह सांस से संबंधित समस्याओं के लिए भी फायदेमंद है. जटामांसी का तेल लगाने से बाल तो बढ़ते ही हैं, ये काल, घने और जड़ों से मजबूत भी होते हैं.यह त्वचा संबंधित दिक्कतों को दूर करने में भी लाभदायी है.
-ज्वर में जटामांसी का प्रयोग करने से शरीर का तापमान नियंत्रित होता है. मस्तिष्क भी शान्त रहता है.
इनपुट-आईएएनएस
First Published :
February 17, 2025, 20:29 IST
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