Jodhpur News : बैकफुट पर आए मंत्री मदन दिलावर, महज 4 दिन में बदलना पड़ गया खुद का ही आदेश, जानें क्या हुआ?
रंजन दवे.
जोधपुर. राजस्थान के बहुचर्चित शिक्षा मंत्री मदन दिलावर को महज 5 दिनों में ही अपना एक आदेश बदलना पड़ गया. यह आदेश ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान का व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार करने के लिए बनाए गए ब्रांड एम्बेसडर को लेकर है. दिलावर ने पांच दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी कांग्रेस कार्यकर्ता को ब्रांड एंबेसडर बना दिया था. बाद में जब इसको लेकर सियासी चर्चाएं तेज हुईं थी मंत्री दिलावर को बैकफुट पर आना पड़ा.
जोधपुर के प्रभारी मंत्री दिलावर ने बीते 19 जुलाई को गहरी फाउंडेशन के अध्यक्ष बलदेव गोरा को ‘पर्यावरण ब्रांड एम्बेसडर’ बनाने का पत्र जारी किया था. उसके बाद वे सोशल मीडिया पर ट्रोल हो गए. बलदेव गोरा पूर्व में कांग्रेस में कई पदों पर रहे हैं. वर्तमान में वे गहरी फाउंडेशन चलाते हैं. यह संस्था राज्य वृक्ष खेजड़ी को सहेजने का काम करती है. कांग्रेस कार्यकर्ता को ब्रांड एम्बेसडर बनाने के बाद सोशल मीडिया पर इसका विरोध होने लगा.
निर्मल गहलोत शिक्षा मंत्री के साथ देखे गए थेइस पर दिलावर ने 23 जुलाई को गोरा के नाम जारी लेटर को तत्काल निरस्त कर निर्मल गहलोत को ब्रांड एंबेसडर बनाने का लेटर जारी कर दिया. निर्मल गहलोत उत्कर्ष क्लासेस से संबंध रखते हैं. मदन दिलावर के जोधपुर दौरे के दौरान भी वह शिक्षा मंत्री के साथ देखे गए थे. इस पूरे मामले को लेकर हालांकि दोनों ही व्यक्ति बोल नहीं रहे हैं. वहीं बलदेव गोरा ने कहा कि खेजड़ी को लेकर उनका काम लगातार जारी रहेगा. एक लाख खेजड़ी के वृक्ष लगाने का जो बीड़ा गहरी फाउंडेशन ने उठाया है उसे वह लगातार चलाते रहेंगे. पर्यावरण के लिए ब्रांड एम्बेसडर बनाए या न बनाएं हमारा काम जारी रहेगा.
दिलावर अपनी बेबाक बयानबाजी के लिए जाने जाते हैंउल्लेखनीय है कि मदन दिलावर अपनी बेबाक बयानबाजी और कार्यशैली के लिए जाने जाते हैं. वे पूर्व सीएम अशोक गहलोत के गृह जिले जोधपुर के प्रभारी मंत्री हैं. लिहाजा उनका लगातार जोधपुर आना जाना लगा रहता है. उन्होंने जोधपुर में कुछ दिन पहले गहलोत पर भी गंभीर आरोप लगाकर गए थे.
FIRST PUBLISHED : July 25, 2024, 15:39 IST