Names of many policemen surfaced along with retired ASP in oil thieves | रिटायर्ड एएसपी, दो थानेदारों से मिलकर तेल चुराता था गिरोह
जयपुरPublished: Dec 22, 2022 12:45:36 am
बीपीसीएल की पाइप लाइन में सेंध लगाने का मामला: थाने से भागा पूछताछ के लिए लाया गया थानेदार, लापरवाही के आरोप में थानाधिकारी निलम्बित

तेल चोर गिरोह में सेवानिवृत्त एएसपी के साथ कई पुलिसकर्मियों के नाम आए सामने
जयपुर. सवाई माधोपुर में बीपीसीएल की पाइप लाइन से तेल चोरी मामले में पुलिसकर्मियों की ‘चेनÓ जुड़ी हुई थी। गिरोह में एक सेवानिवृत्त अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंदन दान के साथ सहायक उप निरीक्षक मनिराज (हिंडोली) तथा सहायक उपनिरीक्षक मुकेश कुमार (सवाई माधोपुर) समेत कई थानेदार शामिल थे। इनमें मनिराज व मुकेश कुमार की पहचान हो चुकी है तथा अन्य की पहचान की जा रही है। पड़ताल के लिए मुकेश कुमार को पुलिस ने हिरासत में लिया तो वह चकमा देकर फरार हो गया। इसके बाद थानाधिकारी को निलंबित कर दिया गया है। अब पुलिस सेवानिवृत्त अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के साथ अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है। पुलिस ने तेल चोर गिरोह का खुलासा 22 अक्टूबर को किया था। रवांजना डूंगर थाना पुलिस ने बीपीसीएल पाइप लाइन से तेल चोरी करने वाले 7 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया।
कर चुके 5000 लीटर पट्रोलियम पदार्थ की चोरी
गिरोह के लोगों ने झालावाड़, कोटा, बून्दी, टोंक, सवाई माधोपुर और भरतपुर होते हुए नई दिल्ली जा रही लाइन में कुस्तला सवाईगंज गांव में 5 मई को सेंध लगाई थी। यहां से करीब 5000 लीटर पटोलियम पदार्थ चोरी किया गया। यहां से तेल चोरी कर ट्रैक्टर-टैंकर से हिंडोली ले जाकर बेचा गया। गिरोह ने इसके बाद कोटा में भी तेल चोरी का षड्यंत्र रचा। इस बीच गिरोह को पुलिस ने पकड़ लिया। पड़ताल में सामने आया कि तेल चोरी करने और उसे परिवहन में मदद के लिए कई पुलिसकर्मी मिले हुए थे।
चालान पेश, पर पुलिसकर्मी फरार
पूर्व में गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ अदालत में चालान पेश किया गया है। इसमें पुलिस ने अंकित किया है कि सेवानिवृत्त अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंदन दान के साथ सहायक उपनिरीक्षक मनिराज व मुकेश कुमार के आलावा दो निजी व्यक्ति दीपक भाई व मुकेश राणा की तलाश जारी है। इनके खिलाफ मामला 173 (8) के तहत लम्बित रखा गया है।
पूछताछ से पहले ही भाग गया
गिरोह के खुलासे के साथ ही पुलिस पूछताछ के लिए सहायक उपनिरीक्षक मुकेश को रवांजना डूंगर थाने ले आई। उसे पूछताछ करते उससे पहले ही मौका पाकर मुकेश थाने से भाग गया। इस मामले में उच्चाधिकारियों ने थानाधिकारी पूरण सिंह की लापरवाही मानते हुए उसे निलम्बित कर दिया।