Rajasthan politics : गहलोत सरकार पर अब नई दिल्ली से 'अटैक', सीनियर BJP नेताओं ने ये कही बड़ी बातें

जयपुर।
सत्ता में आने के मिशन में जुटी भारतीय जनता पार्टी इन दिनों गहलोत सरकार को चौतरफा घेरने में लगी हुई है। इसका अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि भाजपा नेता जयपुर से लेकर दिल्ली तक से राज्य की कांग्रेस सरकार पर हमलावर हो रहे हैं। इसी क्रम में आज पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने एक बार फिर राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली से गहलोत सरकार पर निशाना साधा।
प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा, सांसद भागीरथ चौधरी और संसद सुखबीर सिंह जौनापुरिया ने आज नई दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय से संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया। इन नेताओं ने गहलोत सरकार को बढ़ते भ्रष्टाचार और बिगड़ती क़ानून व्यवस्था को लेकर जमकर घेरा।
‘महिला अपराध में राजस्थान नंबर 1, राहुल-प्रियंका को नहीं आते’
प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने कहा कि राजस्थान में चारों ओर हाहाकार की स्थिति है। बहन-बेटियां सुरक्षित नहीं है, महिलाओं और दलितों पर अत्याचार के मामले में भी राजस्थान नंबर 1 है। 28 जुलाई को 24 घंटे के अंदर राजस्थान में 21 घटनाएं घटित हुई। बूंदी के लाखेरी गांव में घर में घुसकर एक महिला की हत्या की गई, पाली में युवक की हत्या, करौली में 7 दिन पुरानी लाश मिली, जयपुर के सदर इलाके में सरेआम एक आदमी का चाकू से गला चीर दिया गया।
राजस्थान में क्राइम ग्राफ को लेकर NCRB के आंकड़े गिनाते हुए सिंह ने आगे कहा कि राजस्थान में लगभग हर दिन 17 से 18 बलात्कार की घटनाएं हो रही हैं। सबसे अधिक महिला उत्पीड़न की घटनाएं राजस्थान में हो रही हैं। लेकिन राहुल गांधी, प्रियंका गांधी या अन्य किसी कांग्रेसी नेता ने वहां जाकर पीड़ितों से मिलने का काम नहीं किया। लेकिन अब हाहाकार ‘नहीं सहेगा राजस्थान’। 1 अगस्त को राजस्थान सचिवालय का घेराव किया जाएगा।
‘नंबर 2 मंत्री ने किया महिलाओं का अपमान’
राज्य सभा सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि राजस्थान में महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों के विषय में अब तो सभी जानते हैं। लेकिन सबसे ज्यादा अशोभनीय बात ये है कि जब राजस्थान विधानसभा में महिलाओं के साथ हो रही रेप, गैंगरेप की घटनाओं पर चर्चा हो रही थी, तो राजस्थान के जिम्मेदार मंत्री शांति धारीवाल ने सदन में कहा कि राजस्थान तो मर्दों के प्रदेश है। राजस्थान के नंबर दो मंत्री ने ऐसी बातें कहकर महिलाओं का अपमान किया।
सांसद मीणा ने आगे कहा कि देश के इतिहास में कहीं भी ऐसा नहीं हुआ होगा कि किसी शासकीय सचिवालय में 2.31 करोड़ रुपये और सोने की सिल्ली मिल जाए। ये भी केवल राजस्थान में ही हुआ है। वहीं पुलवामा हमले में राजस्थान के 5 वीर शहीद हुए थे। उनकी वीरांगनाओं को राजस्थान सरकार द्वारा जो पैकेज दिया जाना था, वो नहीं दिया गया। 10 दिन तक वो महिलाएं जयपुर में मुख्यमंत्री से मिलने की मांग लेकर बैठी रही। लेकिन मुख्यमंत्री उनसे नहीं मिले बल्कि बलपूर्वक उन महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया गया।
राहुल गांधी ने नहीं निभाया वादा
सांसद भागीरथ चौधरी ने कहा कि वर्ष 2018 में राहुल गांधी ने राजस्थान में कहा था कि हमारी सरकार आते ही राजस्थान के किसानों का सारा कर्ज माफ कर दिया जाएगा। लेकिन पौने 5 साल बाद भी कोई कर्ज माफ नहीं हुआ, बल्कि हजारों किसानों की जमीनें कुर्क की जा रही है, इससे दुखी होकर कुछ किसानों ने आत्महत्या तक कर ली है।