Rajasthan Biggest tunnel ghat-ki-guni and jammu kashmir tuneel PM Modi | राजस्थान की सबसे बड़ी सुरंग है जयपुर की सबसे लंबी सुरंग
जम्मू-कश्मीर में जब एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जम्मू से कश्मीर को हर मौसम में जोड़ने वाली काजीगुंड और बनिहाल के बीच बनी सुरंग का उदघाटन कर रहे हैं तो देश में बनी तमाम सड़क सुरंगों का जिक्र छिड़ गया है। ऐसे में राजस्थान की राजधानी और गुलाबी नगरी के नाम से मशहूर जयपुर का जिक्र होना लाजमी है। झलाना की पहाड़ियों में बनी घाट की गुणी सुरंग प्रदेश की सबसे लंबी सुरंग है।
जयपुर
Published: April 23, 2022 11:33:30 pm
जम्मू-कश्मीर में जब एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जम्मू से कश्मीर को हर मौसम में जोड़ने वाली काजीगुंड और बनिहाल के बीच बनी सुरंग का उदघाटन कर रहे हैं तो देश में बनी तमाम सड़क सुरंगों का जिक्र छिड़ गया है। ऐसे में राजस्थान की राजधानी और गुलाबी नगरी के नाम से मशहूर जयपुर का जिक्र होना लाजमी है। झलाना की पहाड़ियों में बनी घाट की गुणी सुरंग प्रदेश की सबसे लंबी सुरंग है। सुरंग निर्माण के बाद आमजनको काफी राहत मिली है और आगरा से सीधा जुड़ाव हो गया है। इससे दिल्ली, जयपुर और आगरा के स्वर्णिम त्रिकोण पर्यटन को भी काफी फायदा हुआ है।

Rajasthan Longest tunnel Ghat Ki Guni
मनमोहन सिंह-सोनिया गांधी ने किया था लोकार्पण
घाट की गूणी सुरंग परियोजना का लोकार्पण तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह एवं उस समय यूपीए अध्यक्ष रहीं सोनिया गांधी ने किया था। जयपुर विकास प्राधिकरण द्वारा 150 करोड़ रुपये की लागत से इस योजना का बीओटी आधार पर निर्माण करवाया गया था। लोकार्पण के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सुरंग का अवलोकन भी किया था। इस सुरंग का टोल टैक्स भी जल्द ही समाप्त होने जा रहा है।
इसलिए है ख़ास सुरंग
अरावली पर्वत की सुरम्य वादियों में स्थित इस परियोजना की कुल लम्बाई 2800 मीटर है जिसके तहत 870 मीटर लम्बाई की दो सुरंगे जहां शहर के बढ़ते यातायात दबाव को कम करने के लिए बनाई गईं वहीं इसने गुलाबी नगर के पर्यटन की भी शोभा बढ़ाई। दोनों सुरंग 330 मीटर की दूरी पर आपस में जुड़ी हुई है। इस सुरंग परियोजना के शुरू होने से जयपुर से आगरा के लिए वैकल्पिक एवं सुरक्षित आवागमन सुविधा मिली है।
राजस्थान की पहली हाइटेक सुरंग
सुरंग में अनेक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं जिनमें वेंटीलेशन के लिए पंखे, टेलीफोन बूथ, अत्याधुनिक अग्निशमन यंत्र, पैदल यात्रियों के लिए फुटपाथ के साथ ही रोशनी की समुचित व्यवस्था की गई है। सुरंग में वायु प्रदूषण के नियंत्रण के लिए सेंसर व्यवस्था भी उपलब्ध है। ब्रेक डाउन अथवा दुर्घटना से निपटने के लिए सुरंगों में दो इन्टरकनेक्टिंग मार्ग बनाये गये हैं।
Anand Mani Tripathi
आनंद मणि त्रिपाठी राजस्थान पत्रिका में राजनीति, अपराध, विदेश, रक्षा एवं सामरिक मामलों के पत्रकार हैं। पत्रकारिता के तीनों माध्यम प्रिंट, टीवी और आनलाइन में गहरा और अपनी तेज तर्रार रिपोर्टिंग के लिए जाने जाते हैं। पश्चिम बंगाल के कलकत्ता में जन्म हुआ। प्रारंभिक शिक्षा उत्तर प्रदेश के कानपुर और बस्ती में हुई। माध्यमिक शिक्षा नवोदय विद्यालय बस्ती, फैजाबाद और पूर्वोत्तर त्रिपुरा के धलाई जिले में हुई। अयोध्या के साकेत महाविद्यालय से स्नातक और 2009 में जेआईआईएमसी,दिल्ली से पत्रकारिता का डिप्लोमा किया।
हरियाणा से पत्रकारिता आरंभ की। शिक्षा, विज्ञान, मौसम, रेलवे, प्रशासन, कृषि विभाग और मंत्रालय की रिपोर्टिंग की। इंवेस्टिगेटिव रिपोर्टिंग से शिक्षा और रेलवे विभाग के कई भ्रष्टाचार का खुलासा किया। रक्षा मंत्रालय के रक्षा संवाददाता पाठयक्रम-2016 पूरा किया। इसके बाद रक्षा मामलों की पत्रकारिता शुरू कर दी। चीन, पाकिस्तान और कश्मीर मामलों पर तीक्ष्ण नजर रहती है।
लेफ्टिनेंट उमर फैयाज की हत्या 2017, राइफलमैन औरंगजेब की हत्या 2018, जम्मू—कश्मीर में बदले 2018 में बदले राजनीतिक समीकरण, पुलवामा हमला 2019, कश्मीर से 370 का हटना, गलवान घाटी मुठभेड़ 2020 को बेहद करीब से जम्मू और कश्मीर में रहकर ही कवर किया। कोरोना काल 2020 में भी लददाख से नेपाल तक की यात्रा चीन के बदलते समीकरण को लेकर की।
इसके साथ ही लोकसभा चुनाव 2019 में जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और पंजाब की रिपोर्टिंग की। 9 नवंबर 2019 को श्रीराम जन्म भूमि अयोध्या मामले में आए फैसले की अयोध्या से कवर किया। 2022 उत्तरप्रदेश् चुनाव को सहारनपुर से सोनभद्र तक मोटर साइकिल के माध्यम से कवर किया। पत्रकारिता से इतर आनंद मणि त्रिपाठी को संगीत और पर्यटन का जबरदस्त शौक है। इन्हें किसी भी कार्य में असंभव शब्द न प्रयोग करने के लिए जाना जाता है…
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