Relief news for 10 thousand farmers, get the work done before 20th June else it will be too late

राहुल मनोहर/सीकर. किसानों के लिए अच्छी खबर है. पीएम कुसुम योजना के तहत वरीयता सूची में शामिल सोलर पंप से वंचित रहे प्रदेश के 10 हजार किसानों को अब राहत मिलेगी. क्योंकि सात माह पहले वरीयता सूची में शामिल निरस्त हुए आवेदनों को उद्यान विभाग ने रिवर्ट किया है. यानी 2023 की वरीयता सूची में शामिल ऐसे किसान जिनका सूची में नाम आने के तय समय तक दस्तावेजों का ऑनलाइन सत्यापन नहीं करवाने व फर्मों का चयन ना करने पर आवेदन निरस्त कर दिया गया था, उन्हें फिर से नए सिरे से आवेदन का मौका मिला है. अब प्रदेश में ऐसे 10 हजार व सीकर में 500 किसान हैं. ये किसान 20 जून तक आवश्यक दस्तावेजों का ऑनलाइन सत्यापन व फर्म का चयन कर सब्सिडी में सोलर पंप ले सकते हैं.
पीएम कुसुम योजना के दूसरे फेज के तहत 2023 में करीब 50 हजार किसानों को सोलर पंप के लिए अनुदान मिलना था. इनमें 10 हजार से ज्यादा किसानों द्वारा वरीयता सूची जारी होने के बाद तय अवधि में दस्तावेज सत्यापन व फर्म चयन नहीं किए जाने से उनकी पात्रता निरस्त कर दी गई थी.
इतनी मिलेगी राशियोजना के तहत खेत में सिंचाई के लिए सोलर पंप लगाने वाले किसानों को तीन से 10 एचपी के पंप के लिए अनुदान मिलना था. अनुदान की राशि उद्यान विभाग के द्वारा तय इकाई लागत के 60 प्रतिशत मिलनी थी. साथ ही अजा-जजा श्रेणी के किसानों को 60 प्रतिशत अनुदान के साथ राज्य सरकार की तरफ से 45 हजार रु. की सहायता राशि अतिरिक्त दी जानी थी. किसानों को 3, 5 व 7.5 एचपी के सोलर पंप के लिए अनुदान दिया जाएगा. खास बात ये है कि योजना के तहत संबंधित निर्माता फर्म से किसान 10 एचपी तक का पंप लगवा सकेंगे. 10 एचपी का पंप लगाने वाले किसानों को भी अनुदान राशि 7.5 एचपी पंप की गाइड लाइन के अनुसार ही दी जाएगी. 10 एचपी पंप के लिए खर्च होने वाली शेष राशि किसान को ही वहन करनी होगी. योजना में तीन एचपी पंप का अनुदान 114314 रुपए, पांच एचपी के पंप के लिए 176100 रुपए, 7.5 एचपी पंप के लिए 278684 रुपए अनुदान राशि तय है. शेष राशि किसान को खुद वहन करनी होगी.
FIRST PUBLISHED : June 8, 2024, 09:09 IST