Rajasthan

आपने कभी देखे हैं एक साथ सवा लाख हाफुस आम, साल में एक दिन श्रीनाथजी को लगाया जाता है इतने आमों का भोग

राजसमंद. आपने आम तो बहुत देखें होंगे. घर पर, दुकान में और बगीचों में. लेकिन क्या आपने कभी सवा लाख आम एक साथ देखे हैं. यकीनन आपका जवाब ना में होगा. अगर आपको एक साथ इतने आम देखने हैं तो राजस्थान के राजसमंद जिले के नाथद्वारा में विराजमान प्रसिद्ध प्रभु श्रीनाथजी के मंदिर आना होगा. यहां साल में एक बार प्रभु श्रीनाथजी को सवा लाख आमों का भोग लगाया जाता है. उसके बाद इस प्रसाद को मंदिर में आए श्रद्धालुओं और पूरे नगर में बांटा जाता है. यह प्रसाद गुजरात और महाराष्ट्र तक श्रीनाथजी के भक्तों को पहुंचाया जाता है.

नाथद्वारा में स्थित पुष्टीमार्गीय प्रधान पीठ प्रभु श्रीनाथजी की हवेली में स्नान यात्रा के अवसर पर उनको सवा लाख आमों का यह भोग लगाया जाता है. इस दिन श्रीनाथजी को ‘ज्येष्ठाभिषेक स्नान’ कराया जाता है. श्रीनाथजी को यह स्नान तिथि के अनुसार कराया जाता है. यह स्नान जेठ माह की एकादशी को कराया जाता है. शुक्रवार को एकादशी पर श्रीजी प्रभु को महाराज राकेश कुमार और गोस्वामी विशाल बावा ने यमुना जल से ज्येष्ठाभिषेक स्नान कराया. इस अवसर पर प्रभु का अलौकिक शृंगार किया गया. उसके बाद उनको सवा लाख आमों का भोग लगाया गया.

सवा लाख आम तो केवल मंदिर की तरफ चढ़ाए जाते हैंगोस्वामी विशाल बावा ने बताया कि श्रीजी प्रभु निकुंज नायक और पुष्टि सृष्टि के राजा होने के कारण उन्हें राज्याभिषेक के भाव से यह स्नान कराया जाता है. पुष्टिमार्ग में प्रभु को शीतल जल से स्नान कराया जाता है. इस अवसर पर भगवान को आमों का भोग लगाया जाता है. ये सवा लाख आम तो केवल मंदिर की तरफ चढ़ाए जाते हैं. इसके अलावा बड़ी संख्या में श्रद्धालु भी अपने आराध्य देव को आमों का भोग लगाते हैं.

भोग के आमों की संख्या दो से ढाई लाख तक पहुंच जाती हैइनमें मंदिर की तरफ भगवान को हाफुस आम का भोग लगाया जाता है. बाकी श्रद्धालु अपनी श्रद्धानुसार श्रीनाथजी को आम का भोग लगाते हैं. इससे भोग के आमों की संख्या दो से ढाई लाख तक भी पहुंच जाती है. श्रीनाथजी मंदिर में श्रीप्रभु जी के बाल स्वरूप की पूजा की जाती है. यहां यूं तो आए दिन हजारों श्रद्धालु आते हैं लेकिन जेठ माह की एकादशी के दिन यहां श्रद्धालुओं का रैला उमड़ता है. सवा लाख आमों का भोग लगाने लिए तैयारियां काफी पहले से शुरू हो जाती है. नाथद्वारा श्रीनाथजी के भक्त देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी है.

FIRST PUBLISHED : June 22, 2024, 14:06 IST

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj