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कम उम्र में ही शरीर की नसें होने लगी हैं ब्लॉक? 5 संकेतों से पहचानें लक्षण, एक्सपर्ट से जानें कारण और बचाव के तरीके

हाइलाइट्स

भागदौड़ भरी जिंदगी में नसों का ब्लॉक होना एक गंभीर समस्या है.
नसें बंद होने से शरीर के कामकाज करने में रुकावट पैदा होती हैं.
रोज कच्चा लहसुन और हल्दी के सेवन से परेशानी दूर हो सकती है.

Pinched Nerve Treatments: आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी ने शरीर को बहुत से कष्ट दिए हैं. इसका सबसे बड़ा कारण अनहेल्दी लाइफस्टाइल और खानपान है. इस दौर में इंसान का खानपान से लेकर सोने-जागने तक का शेड्यूल बिगड़ चुका है. ऊपर से स्मोकिंग जैसी आदतें उनकी फिजिकल और मेंटल हेल्थ को प्रभावित करती हैं. इस तरह की अनहेल्दी लाइफस्टाइल से वैसे तो कई हेल्थ प्रॉब्लम्स तेजी से बढ़ती हैं, लेकिन नसों का बंद हो जाना इनमें से एक है.

दरअसल, नसों के ब्लॉक होने की समस्या कभी बुजुर्गों में अधिक देखी जाती थी, लेकिन आज युवा भी इसकी चपेट में आ रहे हैं. नसें बंद होने से शरीर के कामकाज करने में रुकावट पैदा होती हैं, जिससे कई अंगों में परेशानियां शुरू हो जाती हैं. हालांकि, ब्लॉकेज का सबसे ज्यादा असर हार्ट से जुड़ी नसों पर पड़ता है. अब सवाल है कि नसें ब्लॉक होने पर शरीर को क्या संकेत मिलते हैं? ब्लॉकेज के क्या हैं कारण और बचाव के आयुर्वेद तरीके क्या हैं? इन सवालों के बारे में बता रहे हैं बलरामपुर चिकित्सालय लखनऊ के आयुर्वेदाचार्य डॉ. जितेंद्र शर्मा-

बंद नसें खोलने के आयुर्वेदिक उपाय?

कच्चा लहसुन खाएं: लहसुन का सेवन सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है. खासतौर पर धमनियों और नसों की हेल्थ के लिए. दरअसल, नियमित लहसुन का सेवन करने से शरीर के ब्लड सर्कुलेशन में सुधर होता है. इसके लिए आप नियमित सुबह 2-3 कच्चा लहसुन खाएं. ऐसा करने से ना केवल ब्लॉकेज की समस्या दूर होगी, बल्कि जॉइंट पेन और हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल को भी कंट्रोल में रख सकेंगे.

हल्दी का सेवन: सेहत की फिटनेस के लिए हल्दी का सेवन फायदेमंद माना जाता है. खासतौर पर नसों का ब्लॉकेज खोलने के साथ दर्द कम करने में. इसका सेवन करने से इम्युनिटी बूस्ट होती है और खून भी पतला होता है. खून पतला होने से नसों में ब्लड सर्कुलेशन का फ्लो बेहतर होता है. इसका सेवन आप रोजाना रात में सोने से पहले दूध के साथ थोड़ी-सी हल्दी उबालकर पीएं. ऐसा करने से आप बंद नसें भी खुल जाएंगी, साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ जाएगी.

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नसें बंद होने की इन लक्षणों से करें पहचान

  • घुटनों के नीचे हिस्से में दर्द और सूजन महसूस होना
  • हाथ-पैरों का ठंडा हो जाना
  • नसों का रंग नीला होना
  • नसों में खुजली
  • नसों में भारीपन

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नसों में ब्लॉकेज आने का कारण?

  • पोषक तत्वों की कमी
  • बढ़ती उम्र
  • ब्लड सर्कुलेशन बिगड़ना
  • खून का अधिक गाढ़ा होना
  • लगातार घंटों बैठकर काम करना
  • डायबिटीज, हाई बीपी लेवल और मोटापा होना

Tags: Health, Health News, Health tips, Lifestyle

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