खाने के दौरान कपिल सिब्बल ने कहा- भाजपा को हराना असंभव नहीं है, इसके लिए कुछ मंत्र भी हैं

कपिल सिब्बल ने राहुल गांधी के नेतृत्व पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने यहां तक कह दिया कि सोमवार को विपक्षी नेताओं को डिनर पर बुलाने का प्लान उनका अपना था और इससे कांग्रेस का कोई लेना-देना नहीं। उन्होंने कहा, भारत के लोग हमसे सवाल पूछ रहे हैं। यह ठीक है कि हम भाजपा विरोधी है, लेकिन दूसरा विकल्प क्या है।
नई दिल्ली।
एक तरफ राहुल गांधी जम्मू-कश्मीर के दो दिवसीय दौरे पर थे, तो दूसरी ओर कपिल सिब्बल गांधी परिवार के बिना विपक्षी नेताओं को घर पर डिनर करा रहे थे। यह बात सिर्फ डिनर तक सीमित नहीं थी। दरअसल, कपिल यहां विपक्षी नेताओं के साथ प्लान बना रहे थे कि भाजपा को हराया कैसे जाए। इसकी शुरुआत वह यूपी विधानसभा चुनाव से करना चाहते हैं।
खाने के दौरान कपिल सिब्बल ने कहा भाजपा को हराना असंभव नहीं है। इसके लिए उन्होंने कुछ मंत्र भी बताए। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल इसकी मिसाल है। महाराष्ट्र की तरह बड़े टारगेट के लिए सभी विपक्षी दलों को अपने मतभेद अलग रखने होंगे। कपिल सिब्बल ने खाने की मेज पर 17 ऐसी पार्टियों के नेताओं को जुटाया, जिनमें से कई को उनके नेता राहुल गांधी नहीं बुला सके थे।
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कपिल के घर गत सोमवार को हुए इस भोज में विपक्षी नेताओं के बीच विपक्ष की एकता पर लंबी-चौड़ी बातचीत हुई। इस बैठक में कांग्रेस पार्टी की ओर से कपिल सिब्बल के अलावा कोई बड़ा नेता शामिल नहीं हुआ था। उन्होंने कहा कि भाजपा को हराने के लिए हम सभी को एकसाथ आना होगा। यूपी इसकी पहली परीक्षा है। मगर पता नहीं ऐसा क्या हुआ कि कपिल ने इस बैठक के अगले दिन यानी मंगलवार को कांग्रेस पर ही हमला बोल दिया।
कपिल सिब्बल ने राहुल गांधी के नेतृत्व पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने यहां तक कह दिया कि सोमवार को विपक्षी नेताओं को डिनर पर बुलाने का प्लान उनका अपना था और इससे कांग्रेस का कोई लेना-देना नहीं। उन्होंने कहा, भारत के लोग हमसे सवाल पूछ रहे हैं। यह ठीक है कि हम भाजपा विरोधी है, लेकिन दूसरा विकल्प क्या है। अब उस प्रक्रिया को शुरू करने का समय आ गया है कि भाजपा को हराने के लिए कोशिशें शुरू की जाएं। उन्होंने यह भी माना कि उनके डिनर में बसपा को छोडक़र सभी राजनीतिक दल के नेता मौजूद थे।
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उन्होंने भाजपा को हराने का मंत्र देते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि सभी विपक्षी दल अपने मतभेद भूलाकर एक दूसरे से बातचीत शुरू करें। मैं कांग्रेसी हूं और इस बातचीत से कांग्रेस को बाहर नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस खुद को पुनर्जीवित करेगी और आधार प्रदान करेगी। कपिल ने विश्वास जताते हुए कहा कि सभी समान विचारधारा वाले लोग साथ खड़े होंगे। अब हमें चुनाव वाले राज्यों में लोगों की मांगों पर चर्चा करने की जरूरत है। हम उनकी आकांक्षाओं को हासिल करने में कैसे मदद कर सकते हैं, उन राज्यों में भाजपा क्या कर रही है, यह भी बताने की जरूरत है।