Vitamin B Deficiency May Cause Digestive Problems : किस विटामिन की कमी से होने लगती हैं पेट की समस्याएं

Tips To Keep Stomach Healthy: हमारे पेट को ठीक रखने के लिए कई पोषक तत्वों की जरूरत होती है. शरीर को हेल्दी रखने के लिए विटामिन्स की भूमिका अहम होती है. हर विटामिन का अपना अलग काम होता है और उसकी कमी कई प्रकार की समस्याएं पैदा हो सकती हैं. पेट की सेहत भी पोषक तत्वों की कमी होने पर बिगड़ जाती है. अगर आपका पाचन तंत्र सही नहीं है, तो बाकी अंगों पर भी इसका बुरा असर पड़ता है. अपच, कब्ज, गैस, एसिडिटी, सूजन जैसी पेट की समस्याएं कई बार किसी विशेष विटामिन की कमी का संकेत हो सकती हैं.
क्लीवलैंड क्लीनिक की रिपोर्ट के मुताबिक शरीर में विटामिन B12 की कमी होने से पाचन तंत्र पर बुरा असर पड़ता है. विटामिन B12 एक ऐसा पोषक तत्व है जो शरीर की कोशिकाओं, नर्वस सिस्टम और खून के निर्माण के लिए आवश्यक होता है. विटामिन B12 की कमी से पेट की परत में सूजन हो सकती है, जिससे हाइड्रोक्लोरिक एसिड का उत्पादन कम हो जाता है. इससे खाना सही से पचता नहीं है और गैस, अपच, पेट में भारीपन और भूख न लगने जैसी समस्याएं हो जाती हैं. यह विटामिन नॉनवेज फूड्स में ज्यादा पाया जाता है और वेजिटेरियन लोग इसकी कमी का शिकार ज्यादा होते हैं.
D को आमतौर पर हड्डियों और इम्यून सिस्टम से जोड़ा जाता है, लेकिन इसका संबंध पाचन तंत्र से भी है. विटामिन D की कमी से शरीर में सूजन बढ़ने लगती है, जो आंतों की भीतरी परतों को प्रभावित कर सकती है. इससे इरिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS), आंतों की ऐंठन और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं हो सकती हैं. इसके अलावा यह विटामिन कैल्शियम और फॉस्फेट के अवशोषण में मदद करता है. विटामिन D केवल हड्डियों के लिए ही नहीं, बल्कि आंतों की कार्यक्षमता को बनाए रखने के लिए भी जरूरी है. विटामिन डी हमें सूरज की किरणों से मिल सकता है.
आपको जानकर हैरानी होगी कि विटामिन A की कमी से भी पेट से जुड़ी समस्याएं पैदा हो सकती हैं. विटामिन A को आमतौर पर आंखों की रोशनी के लिए जाना जाता है, लेकिन इसका एक और महत्वपूर्ण काम आंतों की भीतरी परतों को स्वस्थ रखना है. यह विटामिन आंतों की म्यूकस मेम्ब्रेन को सुरक्षित रखता है, जो हानिकारक बैक्टीरिया और विषाक्त तत्वों से शरीर को बचाने में सहायक होती है. अगर विटामिन A की कमी हो जाती है, तो पेट और आंतों की परत कमजोर हो जाती है, जिससे संक्रमण, जलन और सूजन की संभावना बढ़ जाती है. इससे दस्त, गैस और अल्सर जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं. पेट की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी इस विटामिन से जुड़ी होती है.
पेट की सेहत का विटामिन C से भी सीधा कनेक्शन होता है. विटामिन C एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक है, लेकिन यह पाचन एंजाइम्स के कार्य को बढ़ाने में भी मदद करता है. अगर इसकी कमी हो जाए, तो भोजन का सही पाचन नहीं हो पाता और गैस, सूजन, और एसिडिटी जैसी समस्याएं शुरू हो सकती हैं. इसके अलावा फोलेट या विटामिन B9 की कमी से पाचन कोशिकाओं का निर्माण बाधित होता है, जिससे भोजन का पाचन धीमा पड़ सकता है और पेट में भारीपन महसूस हो सकता है.