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मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार का कार्यकाल और उपलब्धियां

Last Updated:February 19, 2025, 01:44 IST

Rajiv Kumar News: 1984 बैच के बिहार/झारखंड कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी रहे राजीव कुमार चुनाव आयोग में कार्यभार संभालने से पहले, कुमार अप्रैल-अगस्त 2020 के दौरान सार्वजनिक उद्यम चयन बोर्ड के अध्यक्ष…और पढ़ेंशुद्धि के लिए 6 महीने तक हिमालय में रहूंगा, राजीव कुमार ने क्यों कहा था ऐसा

राजीव कुमार फरवरी 2020 में सरकारी सेवा से रिटायर हुए. (फाइल फोटो)

हाइलाइट्स

राजीव कुमार हिमालय में 6 महीने रहेंगे.विपक्ष ने राजीव कुमार पर पक्षपात का आरोप लगाया.राजीव कुमार ने चुनाव आयोग में कई सुधार किए.

नई दिल्ली. ‘पद छोड़ने के बाद खुद की शुद्धि के लिए हिमालय की किसी सुनसान जगह पर जाऊंगा’ 18 फरवरी को मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) से रिटायर हुए राजीव कुमार ने यह उस वक्त कहा था, जब विपक्ष ने उनपर ‘रिटायरमेंट के बाद नौकरी पाने के लिए सत्तारूढ़ भाजपा के लिए नरम रुख अपनाने’ का आरोप लगाया गया था. राजीव कुमार करीब तीन साल के अपने कार्यकाल के बाद मंगलवार को 25वें मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) के रूप में रिटायर हो गए. इस कार्यकाल के दौरान उनके नाम पर कई उपलब्धियां रहीं, लेकिन विपक्षी दलों ने उन पर बार-बार पक्षपात के आरोप भी लगाये.

वह इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की प्रभावशीलता, मतदाता आंकड़ों में कथित हेराफेरी और सत्तारूढ़ भाजपा के प्रति ‘नरम’ रवैये समेत कई मुद्दों पर विपक्षी दलों और कार्यकर्ताओं के निशाने पर रहे. वैसे तो आयोग आरोपों पर लिखित जवाब देकर उन्हें खारिज करता रहा, परंतु कुमार ने अपना एवं ईसी का बचाव करने के लिए अक्सर कविताओं एवं शेर/शायरी का सहारा लिया.

कुमार एक सितंबर, 2020 को चुनाव आयुक्त के रूप में निर्वाचन आयोग (ईसी) का हिस्सा बने थे. उन्होंने 15 मई, 2022 को 25वें मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) का पदभार ग्रहण किया था. उन्होंने दोनों ही पदों पर रहकर लगभग साढ़े चार साल तक निर्वाचन आयोग की सेवा की. सरकार ने सोमवार रात घोषणा की कि चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार, राजीव कुमार का स्थान लेंगे.

निर्वाचन आयोग में अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने संरचनात्मक, प्रौद्योगिकी, क्षमता विकास, संचार, अंतरराष्ट्रीय सहयोग और प्रशासन जैसे उसके कामकाज के विभिन्न पहलुओं पर सुधार किये. कुमार ने 31 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में चुनावों, 2022 में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव, 2024 में लोकसभा चुनाव और राज्यसभा चुनावों के संचालन की देखरेख करके एक ‘पूर्ण चुनावी चक्र’ पूरा किया.

निर्वाचन आयोग में कार्यभार संभालने से पहले, कुमार अप्रैल-अगस्त 2020 के दौरान सार्वजनिक उद्यम चयन बोर्ड के अध्यक्ष थे. वह जुलाई 2019 से फरवरी 2020 तक केंद्रीय वित्त सचिव और सितंबर 2017 से जुलाई 2019 तक सचिव (वित्तीय सेवाएं) और मार्च 2015 से जून 2017 तक स्थापना अधिकारी रहे. वह 1984 बैच के बिहार/झारखंड कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं. वह फरवरी 2020 में सरकारी सेवा से सेवानिवृत्त हुए. मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, कुमार ने असम के संसदीय और विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों का परिसीमन करवाया.


Location :

New Delhi,Delhi

First Published :

February 19, 2025, 01:44 IST

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शुद्धि के लिए 6 महीने तक हिमालय में रहूंगा, राजीव कुमार ने क्यों कहा था ऐसा

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