जिसका कोई नहीं उसके हैं ये कर्मवीर, अब तक कर चुके 6379 लावारिस शवों का अंतिम संस्कार

कोटा. एजुकेशन सिटी कोटा में शिक्षा के साथ कुछ और नेक काम भी हो रहे हैं. यहां की एक सामाजिक संस्था कर्मयोगी सेवा संस्थान उन शवों का अंतिम संस्कार और अस्थि विसर्जन करती है जिनका कोई नहीं. ये संस्था अब तक हजारों अज्ञात मृतकों को कंधा दे चुकी है. पिछले 6 माह में ही 102 लावारिस शवों का संस्था के लोगों ने अंतिम संस्कार किया.
कर्मयोगी सेवा संस्थान में 16 सदस्य हैं. ये सदस्य जहां भी किसी व्यक्ति का लावारिश शव मिलता है फौरन पहुंचकर पूरे मान सम्मान के साथ संस्कार करते हैं. फिर उसका अस्थि विसर्जन करते हैं. 26 नवंबर 2023 से 26 जुलाई 2024 तक विगत 8 माह में कोटा जिले के विभिन्न थाना क्षेत्र से संस्थान को 102 अज्ञात डेड बॉडी अंत्येष्टि के लिए सुपुर्द कि गई थीं. इनका विधि विधान से अंतिम संस्कार कर अस्थियां हरिद्वार गंगा जी में विसर्जित करने के लिए एकत्रित कीं. इनमें से चार लोगों की पहचान हो जाने के कारण अस्थियां उनके परिवार को सौंप दी गयीं. शेष 98 अस्थि कलश हरकी पौड़ी हरिद्वार गंगा जी में विसर्जित किए जाएंगे.
6379 मृतकों का अंतिम संस्कार,25 अस्थि कलश यात्रासंस्थान के सेवा भाव को देखते हुए कोटा के 46 गरीब निराश्रित परिवारों ने अपने मृतक सदस्यों की अस्थियां भी इन्हें सौंपी. संस्थान ने कुल मिलाकर 146 अस्थि कलशों की यात्रा निकाली और 28 जुलाई को हरिद्वार में विधि विधान के साथ हरकी पौड़ी पर इनका विसर्जन कर दिया. संस्था के सदस्य हर 6 या 8 माह में अस्थि कलश यात्रा निकालते हैं. इससे पहले 26 नवंबर 2023 को 156 अस्थि कलशों का हरिद्वार में विसर्जन किया गया था. कर्मयोगी सेवा संस्थान वर्ष 2007 से अब तक 25 अस्थि कलश यात्रा निकालकर 6379 मृतकों का अस्थि विसर्जन कर चुकी है.
निस्वार्थ सेवा भावकर्मयोगी सेवा संस्थान के संस्थापक राजाराम जैन और अध्यक्ष अलका दुलारी जैन ने बताया 26 नवंबर 2023 से 26 जुलाई 2024 तक विगत 8 माह में कोटा जिले के विभिन्न थाना क्षेत्र से संस्थान को 102 अज्ञात डेड बॉडी अंत्येष्टि के लिए सौंपी गयीं. इनका संस्थान ने विधि विधान से अंतिम संस्कार किया. इनके साथ 46 और गरीब मृतकों की अस्थियां गंगाजी में प्रवाहित की गयीं.
गंगाजी में विसर्जनकुल मिलाकर 146 अस्थि कलश 28 जुलाई को पंडित पुरोहित प्रमुख नरेश प्रधान ने विधि विधान के साथ हरकी पौड़ी पर विसर्जन करवाया . इससे पूर्व 26 नवंबर 2023 को 156 अस्थि कलश का हरिद्वार में विसर्जन किया गया था. कर्मयोगी सेवा संस्थान द्वारा वर्ष 2007 से अब तक 25 अस्थि कलश यात्राओं के माध्यम से 6379 अस्थि कलश विसर्जन किए जा चुके हैं.
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FIRST PUBLISHED : July 29, 2024, 17:05 IST