एम्बुलेंस में हुई रेप आरोपी की मौत, क्यों-कैसे के पेंच में फंसा केस, अब आया बड़ा अपेडट
साल 2021 में कुचामन शहर में रेप का एक केस सामने आया था. इस मामले में सुनील कुमावत नाम के शख्स को आरोपी बनाया गया था. पुलिस ने उसे कस्टडी में ले लिया था. 8 जनवरी को आरोपी सुनील को इलाज के लिए दौसा के जिला अस्पताल से जयपुर के एसएमएस अस्पताल लाया जा रहा था. लेकिन रास्ते में एम्बुलेंस के अंदर ही सुनील की मौत हो गई थी.
आरोपी की यूं अचानक एम्बुलेंस में मौत के बाद परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाया था. आरोपी की मौत क्यों और कैसे हुई, इसका पता नहीं चल पाया. ऐसे में अब इस मामले पर राजस्थान स्टेट ह्यूमन राइट्स कमीशन ने अपना फैसला सुनाया है. कमीशन का कहना है कि लापरवाह पुलिसकर्मियों पर कस्टोडियल डेथ का मामला दर्ज कर एक्शन लिया जाए.
लिया सख्त फैसलाहिरासत में आरोपी की मौत के मामले पर सख्त एक्शन लेने का आदेश दिया गया है. राजस्थान स्टेट ह्यूमन राइट्स कमीशन ने जयपुर पुलिस कमिश्नर और नागौर एसपी को एक्शन लेने का आदेश दिया है. उन्होंने कहा कि कस्टोडियल डेथ के दौरान ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों को निलंबित किया जाए. साथ ही इस एक्शन की रिपोर्ट कोर्ट में सब्मिट किया जाए.
देना होगा हर्जानाइसके साथ ही आदेश दिया गया है कि मृतक के परिजनों को पांच लाख की आर्थिक सहायता दी जाए. ये आदेश कमीशन के चेयरमैन जस्टिस जीआर मूलचंदानी ने दिए. सुनवाई के दौरान मामले की रिपोर्ट कमीशन के सामने पेश की गई थी. मृतक के परिजनों का कहना है कि आरोपी सुनील कुमावत को षड्यंत्र के तहत मारा गया. असली आरोपी कोई और ही था.
FIRST PUBLISHED : November 14, 2024, 10:53 IST