भीलवाड़ा में तेजाजी चौक पर होगा सबसे बड़े रावण के पुतले का दहन, तलवार चलाने के साथ-साथ आंखे भी टिमटिमाएगा रावण

भीलवाड़ा : बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक दशहरा का त्योहार मनाया जा रहा है. इस दिन सभी को रावण दहन देखने का बेसब्री से इंतजार रहता है और यही नहीं अपने परिवार के साथ इस रावण दहन के कार्यक्रम को देखने के लिए लोग पहुंचते भी हैं इससे पहले रामलीला मंचन में राम भगवान और रावण के युद्ध का नाट्य पर मंचन भी किया जाता है जो कहीं ना कहीं आकर्षण का केंद्र रहता है और अंत में बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक रावण कुंभकरण और मेघनाथ का दहन किया जाता है अगर आप भी भीलवाड़ा में रावण दहन के कार्यक्रमों की बारे में जानना चाहते हैं तो यह खबर आपके लिए बहुत काम की साबित होगी. भीलवाड़ा शहर में तेजाजी चौक सहित 4 जगह लंकाधिपति रावण, भाई कुंभकर्ण व पुत्र मेघनाद के पुतले दहन किया जायेगा.
शहर का सबसे बड़ा रावण दहनपुतला निर्माण कर रहे अब्दुल समद सोरगर ने बताया कि तेजाजी चौक में तालाब की पाल रावण कुनबे के पुतले पहुच चुके हैं तेजा जी चौक पर रावण का पुतला 51 फीट, कुंभकर्ण और मेघनाद के 35-35 फीट के पुतले बनाए गए है. दो-दो शेर- हाथी भी बनाए गए हैं. दशहरा का मुख्य कार्यक्रम यहीं होने वाला हैं. दहन के दौरान रावण की नाभि में चक्कर घूमेगा. हाथों से तलवार चलाएगा. रावण आंखें टिमटिमाएगा. मुंह व कान से अंगारे बरसाएगा. तेजा जी चौक में रामलीला मैदान के लिए सात गुना छह फीट का लंका द्वार बनाया गया हैं.
शहर में इन जगहों पर होगा रावण दहनवहीं इसके अलावा लेबर कॉलोनी, पुर व सांगानेर में रावण, कुंभकर्ण व मेघनाद के पुतले 15-15 फीट के बनाए हैं और पहली बार टंकी के बालाजी के यहां भी रावण परिवार का दहन किया जाएगा. यहां रावण 35 फीट का होगा. कुंभकर्ण व मेघनाद 15-15 फीट के पुतले हैं. सभी जगह शेर-हाथी के पुतले भी रहेंगे. तेजाजी चौक समेत अन्य जगह रावण दहन से पूर्व भव्य आतिशबाजी होगी. नगर निगम सभी पुतलों के निर्माण पर लगभग 4 लाख रुपए खर्च किया गया.
FIRST PUBLISHED : October 12, 2024, 24:52 IST