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जब लाडली बेटियां सांसारिक मोह छोड़ बनीं साध्वी; घर लौटकर मांगा पहला निवाला, भावुक परिजन फूट-फूटकर रोए

Agency: Rajasthan

Last Updated:February 17, 2025, 13:23 IST

आज भारत-पाकिस्तान सीमा पर बसे बाड़मेर में एक नहीं, चार-चार घरों में यह मार्मिक दृश्य देखने को मिला. जब चार बेटियां साध्वी बनकर अपना पहला खाना लेने अपने सांसारिक घर पहुंची, तो घरवालों की आंखें भर आईं. X
घर
घर पर गोचरी लेते हुए

हाइलाइट्स

चार बेटियां साध्वी बनकर बाड़मेर में खाना मांगने आईं.घरवालों की आंखें आंसुओं से भर आईं.साध्वी बनने पर बेटियों को नए नाम मिले.

बाड़मेर:- कहते हैं कि मां बाबा के लिए उनकी बेटी आंखों का तारा होती है. कल तक जो आंगन बेटी की चहलकदमी से गुलजार था, उसी आंगन में बेटी साध्वी बनकर खाना मांगने आई, तो घरवालों की आंखे झर-झर बहने लग ही जाती हैं. आज भारत-पाकिस्तान सीमा पर बसे बाड़मेर में एक नहीं, चार-चार घरों में यह मार्मिक दृश्य देखने को मिला. जब चार बेटियां साध्वी बनकर अपना पहला खाना लेने अपने सांसारिक घर पहुंची, तो घरवालों की आंखें भर आईं.

इन नामों से मिली पदवीबाड़मेर के कुशल वाटिका जैन तीर्थ में आचार्य भगवंत श्री मणिप्रभसागरजी ने 5 मुमुक्षु को भागवत दीक्षा दी थी. मुमुक्षु अक्षय मालू का नया नाम मुनि मेरूप्रभसागर म.सा. दिया गया है, जबकि भावना संखलेचा को साध्वी ध्यानरूचिश्री म.सा., आरती बोथरा को साध्वी अपूर्णरूचिश्री म.सा., निशा बोथरा को साध्वी अनन्यरूचिश्री म.सा. व साक्षी सिंघवी को साध्वी आप्तरूचिश्री म.सा. नया नाम दिया गया है. भी नूतन साधु साध्वी भगवंत ने सोमवार को सपने संयम जीवन की यात्रा का पहला विहार किया और वह बाड़मेर पहुंची.

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फूट-फूटकर रो पड़े परिजनयहां उनकी पहली गोचरी (खाना) खुद के सांसारिक घर में हुई. नूतन साध्वी ध्यानरूचिश्री म.सा., साध्वी अपूर्णरूचिश्री म.सा., साध्वी अनन्यरूचिश्री म.सा. व  साध्वी आप्तरूचिश्री म.सा. जब अपने सांसारिक घरों में पहली गोचरी लेने गई, तो घरवालों की आंखें आंसुओं से भर आईं. कल तक जिस बेटी को गहनों और सतरंगी परिधानों से सजी संवरी देखा था, आज उस बेटी को श्वेत वस्त्रों में गोचरी का पात्रा हाथ में लेकर खाने के लिए भोजन मांगते देख हर कोई भावुक हो गया. इस पल में कई परिजन तो फूट-फूटकर रो पड़े.


Location :

Barmer,Rajasthan

First Published :

February 17, 2025, 13:23 IST

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जब बेटियां बनीं साध्वी; घर लौटकर मांगा पहला निवाला, भावुक परिजन फूट-फूटकर रोए

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