भरतपुर गिरिराज परिक्रमा का महत्व

Last Updated:October 21, 2025, 15:42 IST
भरतपुर के डीग क्षेत्र में स्थित पूछरी का लौठा, श्रीनाथजी और मुकुट मुखारविंद मंदिर गिरिराज पर्वत परिक्रमा मार्ग का एक अत्यंत पावन और भावनात्मक रूप से महत्वपूर्ण स्थल है. ऐसा माना जाता है कि यहां स्वयं भगवान श्रीकृष्ण ने लीलाएं रचाई थीं, जिसके चलते यह स्थान ब्रजभूमि का प्रमुख तीर्थ बन गया है.
भरतपुर. डीग के गिरिराज पर्वत परिक्रमा मार्ग में स्थित प्रसिद्ध पूछरी का लौठा, श्रीनाथजी और मुकुट मुखारविंद श्रद्धा विश्वास और भक्ति का ऐसा संगम है. जहां हर दिन हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं. ऐसा कहा जाता है कि इस स्थान पर स्वयं भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी अद्भुत लीलाएं रचाई थी यही कारण है कि यह स्थल ब्रज भूमि का अत्यंत पावन तीर्थ माना जाता है और गिरिराज परिक्रमा का यह महत्वपूर्ण पड़ाव भक्तों के लिए भावनात्मक रूप से विशेष स्थान रखता है.
भक्तजन मानते हैं कि जो व्यक्ति गिरिराज की परिक्रमा करता है और यहां आकर सच्चे मन से भगवान से प्रार्थना करता है. उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी इन पावन स्थलो के प्रति गहरी श्रद्धा रखते हैं. वे समय-समय पर यहां पहुंचकर पूजा-अर्चना करते हैं और गिरिराज महाराज से प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना करते हैं. मुख्यमंत्री का यह आस्था भाव स्थानीय श्रद्धालुओं के लिए भी प्रेरणादायी उदाहरण बन गया है.
आगमन के समय मंदिर परिसर में की जाती है विशेष सजावट
उनके आगमन के समय मंदिर परिसर में विशेष सजावट की जाती है. भजन-कीर्तन होते हैं और भक्तों में विशेष उत्साह देखा जाता है. गिरिराज जी परिक्रमा मार्ग में पड़ने वाले इन मंदिरों में भक्ति बड़ी संख्या में आते हैं और दर्शन करते हैं. यह स्थान ब्रजभूमि के पावन स्थलों में से एक माने जाते हैं. पूछरी का लौठा श्रीनाथजी और मुकुट मुखारविंद मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टि से बल्कि आध्यात्मिक और सांस्कृतिक रूप से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है.
यह स्थान ब्रज के प्रमुख तीर्थों में गिने जाता है और हर साल देशभर से हजारों श्रद्धालु गिरिराज परिक्रमा के दौरान यहां पहुंचते हैं. मंदिर के चारों ओर फैला प्राकृतिक सौंदर्य भक्ति रस में डूबे कीर्तन और भक्तों की उमंग इस स्थान को दिव्यता से भर देते हैं. गिरिराज की छत्रछाया में स्थित यह स्थल हर श्रद्धालु के लिए भक्ति का अद्भुत अनुभव कराता है चाहे आम भक्त हो या प्रदेश के मुखिया इन मंदिरो में सबके लिए वही आस्था वही भक्ति और वही अलौकिक शक्ति का प्रतीक बना हुआ है.
Monali Paul
Hello I am Monali, born and brought up in Jaipur. Working in media industry from last 9 years as an News presenter cum news editor. Came so far worked with media houses like First India News, Etv Bharat and NEW…और पढ़ें
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Location :
Bharatpur,Rajasthan
First Published :
October 21, 2025, 15:42 IST
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श्रीनाथजी मंदिर पूछरी का लौठा: जानिए भरतपुर गिरिराज परिक्रमा का महत्व



