Sports

मार्केट वैल्यू चेक करना चाहते थे ऋषभ पंत, इसलिए टीम के साथ कर दिया बड़ा खेल, कोच का दावा

नई दिल्ली. ऋषभ पंत के बारे में उनकी पुरानी टीम दिल्ली कैपिटल्स के कोच ने बड़ा खुलासा किया है. हेमांग बदानी ने कहा कि दिल्ली कैपिटल्स ने ऋषभ पंत को रीटेन रखने के लिए हर संभव कोशिश की थी. लेकिन पंत ने अपना मार्केट वैल्यू चेक करने का मन बना लिया था. यही वजह रही कि दिल्ली की कोशिशों के बावजूद पंत रीटेन नहीं हुए. ऋषभ पंत आईपीएल ऑक्शन में उतरे थे, जहां उन पर इतिहास की सबसे बड़ी बोली लगी. लखनऊ सुपरजायंट्स ने पंत पर 27 करोड़ की बोली लगाई, जो आईपीएल इतिहास में सबसे अधिक है.

दिल्ली कैपिटल्स के कोच हेमांग बदानी का बयान ऋषभ पंत के दावे से एकदम उलट है. ऋषभ पंत ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर कहा था कि उनके रीटेन नहीं होने के पीछे आर्थिक कारण नहीं है. लेकिन यह भी सच है कि पंत ने इस पोस्ट से तकरीबन डेढ़ महीने पहले एक ऐसा पोस्ट भी किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि वे देखना चाहते हैं कि उन पर कितनी बड़ी बोली लगेगी.

Rishabh Pant X Post
Rishabh Pant Post.

दिल्ली कैपिटल्स के नए कोच हेमांग बदानी ने सुब्रमण्यम बद्रीनाथ के साथ यूट्यूब शो में कई खुलासे किए. ऋषभ पंत से जुड़े सवाल पर बदानी ने कहा, ‘यदि आप किसी खिलाड़ी को रीटेन करना चाहते हैं तो दोनों पक्षों को इसके लिए राजी होना होता है. हमने उनसे बात करने की बहुत कोशिश की. मैनेजमेंट ने उनसे बात करने की बहुत कोशिश की. कई फोन कॉल्स किए गए और मैसेज भेजे गए. लेकिन बात नहीं बनी.’

भारत के लिए 4 टेस्ट और 40 वनडे मैच खेलने वाले हेमांग बदानी आगे कहते हैं, ‘मैं इस बारे में थोड़ा अलग सोचता हूं. वह रीटेन नहीं होना चाहते थे. उन्होंने (पंत) कहा कि वे ऑक्शन में जाना चाहते हैं, जिससे मार्केट वैल्यू का पता चल सके. उनको लगता था कि जो रीटेन किए जाने की अधिकतम राशि (18 करोड़) थी, उन्हें उससे ज्यादा मिल सकती है. उनका अंदाज सही भी था.उन्हें 27 करोड़ रुपए मिले. उनके लिए अच्छा है. वह बेहतरीन खिलाड़ी हैं. हमें उनकी कमी खलेगी. लेकिन जिंदगी चलती रहती है.’

Tags: Delhi Capitals, IPL Auction, Rishabh Pant

FIRST PUBLISHED : December 9, 2024, 12:41 IST

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj