1 बॉल पर 8 रन..टेस्ट क्रिकेट में कुछ बैटर्स कर चुके यह कमाल, लारा के साथ जुड़ी खास ट्रेजेडी

नई दिल्ली. क्रिकेट में एक बॉल (नोबॉल या वाइड बॉल के बगैर) पर अधिकतम कितने रन बन सकते हैं, इस सवाल पर ज्यादातर क्रिकेट फैंस का जवाब 6 रन होगा. लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि वाइड/नोबॉल के बिना ही टेस्ट क्रिकेट में कुछ मौकों पर एक बॉल पर 8 रन भी बन चुके हैं. किसी मैदान विशेष के एक तरफ का साइज बड़े होने, मैदान के एक ओर कम फील्डरों के तैनात होने संबंधी संयोग और ओवरथ्रो की बदौलत ऐसा संभव हुआ है. भारत के एक बैटर के नाम पर भी एक बॉल पर 8 रन बनाने की उपलब्धि दर्ज है.
इसके अलावा एक मौके पर बैटर के तीन रन बटोरने के दौरान विपक्षी प्लेयर की ओर से फेंकी गई बॉल के मैदान पर विकेटकीपर/फील्डर के इस्तेमाल के लिए रखे हेलमेट से टकराने पर 5 रन अवार्ड किए गए थे और कुल 8 रन बने थे.
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बैटर ने दौड़े 4 रन, इतने ही रन ओवरथ्रो से मिलेटेस्ट क्रिकेट में सबसे पहले इंग्लैंड के पेट्सी हेंड्रेन एक बॉल पर 8 रन स्कोर किए थे. Espncricinfo और विज्डन के अनुसार, वर्ष 1928-29 में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच मेलबर्न में खेले गए टेस्ट में ऐसा हुआ था. इस टेस्ट की पहली पारी में हेंड्रेन ने ऑस्ट्रेलियाई के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज पर्सी हॉर्निब्रूक की गेंद पर जोरदार शॉट लगाया था. गेंद बाउंड्री के पार तो नहीं गई थी लेकिन इसे फील्ड कर फेंकने के पहले ही बैटर ने चार रन दौड़कर बना लिए थे. दुर्भाग्यवश फील्डर द्वारा फेंका गया थ्रो, कोई भी खिलाड़ी रोक नहीं सका था और गेंद चौके के लिए बाउंड्री लाइन के बाहर चली गई थी. बैटर के खाते में ओवरथ्रो के 4 रन (4+4 कुल 8 रन) भी जुड़ गए थे. इस टेस्ट में इंग्लैंड ने जैक हॉब्स के 142, मॉरिस लेलैंड के 137 और हेंड्रेन के 95 रनों की मदद से पहली पारी में 519 रनों का बड़ा स्कोर बनाया था लेकिन टिम हॉल के 8 विकेट के मदद से ऑस्ट्रेलिया 5 विकेट से यह मैच जीतने में सफल रहा था.
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भारत के विजय हजारे ने इसी तरह ‘बनाए’ थे 8 रन
वर्ष 1951-52 में भारत और इंग्लैंड के बीच बंबई (अब मुंबई) में हुए टेस्ट में भारतीय टीम के कप्तान विजय हजारे (Vijay Hazare) ने भी इसी अंदाज में एक बॉल पर 8 रन बटोरे थे. भारत की पहली पारी के दौरान हजारे ने विपक्षी तेज गेंदबाज ब्रायन सेंथम की गेंद पर ऑफ ड्राइव लगाया. गेंद को बाउंड्री के पार पहुंचने के पहले ही फ्रेड रिगवे ने रोक लिया लेकिन इस दौरान बैटर ने 4 रन दौड़ लिए. हजारे के साथ बैटिंग कर रहे पंकज राय को आउट करने की कोशिश में रिगवे ओवरथ्रो कर बैठे और बैटर को 4 रन अतिरिक्त मिल गए. ओवरथ्रो के रन बैटर के खाते में जाते हैं. ड्रॉ रहे इस मैच में हजारे ने पहली पारी में 19 चौकों की मदद से 155 रन बनाए थे और रन आउट हुए थे.
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जॉन राइट को पास्को की बॉल पर मिले थे 8 रनवर्ष 1980 में मेलबर्न मैदान ऐसे ही मौके का गवाह बना. न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के बीच हुए टेस्ट की दूसरी पारी के दौरान कीवी बैटर जॉन राइट (John wright) ने लेन पॉस्को की गेंद पर शॉट लगाया और चार रन दौड़ लिए. इसी दौरान ऑस्ट्रेलिया के विकेटकीपर रॉडनी मार्श ने फील्डर के थ्रो को कलेक्ट करके बैटर को रन आउट की कोशिश की. उन्होंने स्टंप पर निशाना साधा लेकिन निशाना चूकने के साथ ही बॉल बाउंड्री लाइन के बाहर चली गई. इस तरह राइट को चार रन ओवरथ्रो के भी मिल गए. टीम इंडिया के कोच भी रह चुके राइट ने इस टेस्ट की दूसरी पारी में 44 रन बनाए थे जिसमें तीन चौकों के अलावा एक ओवरथ्रो का चौका भी शामिल रहा.
एक बॉल पर साइमंड्स को मिल गए 8 रन
इसी तरह 2008-09 में ब्रिस्बेन में हुए टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के एंड्रयू साइमंडस भी एक गेंद पर 8 रन ‘बना’ चुके हैं. कीवी बॉलर ओब्रायन की गेंद पर साइमंड्स ने पुल करके तीन रन हासिल किए. फील्डर के गेंद को फेंकने के दौरान बैटर ने ढीले थ्रो का फायदा उठाते हुए एक रन और बटोर लिया. इस ओवरथ्रो को कलेक्ट करने के लिए विकेटकीपर मैक्कुलम को लंबी दौड़ लगानी पड़ी. मैक्कुलम ने विकेट पर निशाना साधने की कोशिश की लेकिन निशाना चूकने के साथ ही गेंद ब्राउंड्री के बाहर चली गई और बैटर के खाते में ओवरथ्रो के रूप में चार रन और जुड़ गए. एक ही बॉल में साइमंड्स के खाते में 8 रन आए .
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नियम में बदलाव के कारण दोहरा शतक चूके थे लारा
ऐसी ही एक घटना वेस्टइंडीज के महान बैटर ब्रायन लारा (Brian Lara) के साथ जुड़ी है जिसमें नियम में बदलाव के कारण लारा को दोहरे शतक से वंचित होना पड़ा था. वेस्टइंडीज और दक्षिण अफ्रीका के बीच 2005 के पोर्ट ऑफ स्पेन टेस्ट की पहली पारी में ब्रायन लारा ने बाएं हाथ के स्पिनर निकी बोए की गेंद पर शॉट लगाकर 3 रन बटोरे. गेंद को कलेक्ट करके फेंकने के दौरान मार्क बाउचर का थ्रो विकेटकीपर के पास रखे हेलमेट से टकरा गया जिसके कारण अंपायर ने पेनल्टी के रूप में 5 रन अतिरिक्त अवार्ड किए. यह 5 रन ‘एक्स्ट्राज’ के रूप में इंडीज टीम के खाते में शामिल हुए . इस वाकये के कुछ समय पहले तक हेलमेट में बॉल लगने की स्थिति में मिलने वाले रन भी बैटर के खाते में जाते थे लेकिन बाद में यह नियम बदल दिया गया. मैच में लारा ने 25 चौकों की मदद से 196 रन बनाए थे. यदि नियम में बदलाव नहीं हुआ होता तो यह 5 रन उनके खाते में जाते. इस स्थिति में लारा का स्कोर 196 के बजाय 201 रन होता और वे दोहरा शतक बनाने में सफल हो जाते.
Tags: Brian Lara, India Vs England, Test cricket
FIRST PUBLISHED : July 23, 2024, 05:31 IST