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खदान में 13 दिनों से फंसे 5 लोगों को निकालने के शाफ्ट का नक्शा तैयार |Meghalaya mine shaft map ready 5 people trapped for last 15 days

 डायनामाइट विस्फोट के बाद पानी भरने से 30 मई को ये लोग खदान में फंस गए थे.

डायनामाइट विस्फोट के बाद पानी भरने से 30 मई को ये लोग खदान में फंस गए थे.

मेघालय के अवैध कोयला खदान में पिछले 13 दिनों से फंसे श्रमिकों को निकालने में जुटे राहत बचाव दल की नौसेना मदद करेगी. पूर्वी जयंतिया हिल्स के उमप्लेंग में जारी इस अभियान में पिछले कुछ दिनों से पानी कम हो रहा था मगर अचानक से फिर खदान में जल का स्तर बढ़ गया है.

शिलांग. नौसेना (Indian Navy) ने मेघालय के ईस्ट जयंतिया हिल्स जिले में जलमग्न एक कोयला खदान के 152 मीटर गहरे शाफ्ट का नक्शा तैयार कर लिया है. इस खदान में 30 मई से ही पांच खनिक फंसे हुए हैं.

जिला उपायुक्त ई खरमलकी ने पीटीआई-भाषा को बताया कि उमप्लेंग इलाके की खदान में 33 मीटर तक पानी भरा हुआ है और गोताखोर पानी से भरी खदान के भीतर 15 मीटर तक पहुंच पाए हैं. नौसैन्य कर्मियों की टीम ने रिमोट से संचालित वाहन (आरओवी) और सोनार मशीनों के जरिए शाफ्ट के नीचे तक पहुंचने की प्रक्रिया का खाका तैयार कर लिया है. दुर्घटना स्थल पर तैनात एक मजिस्ट्रेट ने बताया कि पानी निकालने का काम लगातार जारी है और मुख्य शाफ्ट से कुल 2.52 लाख लीटर पानी और दूसरी खदान से 8.64 लाख लीटर पानी निकाला गया है.

खदान के भीतर अभी भी फंसे हुए हैं 5 लोग

राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य की विभिन्न एजेंसियों के करीब 60 कर्मी 152 मीटर गहरे गढ्ढे में पानी के 10 मीटर तक पहुंचने का इंतजार कर रहे हैं, क्योंकि इससे ज्यादा स्तर पर पानी में बचाव अभियान नहीं चलाया जा सकता. जिला प्रशासन ने बताया था कि उमप्लेंग खदान के भीतर कम से कम पांच लोग फंसे हैं, जिसमें से चार लोग असम के हैं और एक त्रिपुरा का निवासी है.

डायनामाइट विस्फोट के बाद पानी भरने से 30 मई को ये लोग खदान में फंस गए थे. यह जगह ईस्ट जयंतिया हिल्स जिला के मुख्यालय खलीहरियात से 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.





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