oxizone in jaipur city forest people walk track JDA | शहरों के पास विकसित होंगे घने जंगल, लोग कर सकेंगे सैर
राजधानी में शहर के पास जंगल जैसा माहौल तैयार किया जाएगा। शहरवासी यहां सुबह-शाम आकर सैर कर सकें, इसका भी ध्यान रखा जाएगा। हरियाली को बढ़ावा देने के साथ-साथ वायु और ध्वनि प्रदूषण को कम करने के लिए शहर के पास ऑक्सीजोन विकसित किए जाएंगे।
जयपुर
Published: April 14, 2022 01:06:10 pm
जयपुर. राजधानी में शहर के पास जंगल जैसा माहौल तैयार किया जाएगा। शहरवासी यहां सुबह-शाम आकर सैर कर सकें, इसका भी ध्यान रखा जाएगा। हरियाली को बढ़ावा देने के साथ-साथ वायु और ध्वनि प्रदूषण को कम करने के लिए शहर के पास ऑक्सीजोन विकसित किए जाएंगे। राजधानी में पहले चरण में दो प्रोजेक्ट पर काम होगा। इन दोनों प्रोजेक्ट पर जेडीए आगामी पांच साल में 15 करोड़ रुपए खर्च करेगा। जयपुर के अलावा अन्य शहरों में भी जंगल विकसित करने की योजना सरकार ने तैयार की है। लोगों की आवाजाही इन जगहों पर हो सके, इसके लिए यहां पर वॉकिंग ट्रेक से लेकर अन्य सुविधाओं को विकसित किया जाएगा।

शहरों के पास विकसित होंगे घने जंगल, लोग कर सकेंगे सैर
—– जैव विविधता वन, गोनेर
– यह प्रोजेक्ट द्रव्यवती नदी और रिंग रोड के बीच में विकसित किया जाएगा।
– यहां पहले से बबूल, नीम, कैर, खेजडी, झिंजा के पेड़ लगे हुए हैं। यहां 8.4 किमी की दीवार का भी निर्माण किया जाएगा।
ये काम होंगे : दीवार बनेगी व पौधरोपण किया जाएगा। गेट, वॉच टावर, कैटल गार्ड हट का निर्माण किया जाएगा।
खास-खास
-107 हैक्टेयर में इस प्रोजेक्ट को किया जाएगा विकसित
-पांच साल में जेडीए 8.80 करोड़ रुपए करेगा खर्च
-03 मीटर चौड़ा छह किमी और दो मीटर चौड़ा पांच किमी का विकसित किया जाएगा।
ऐसे होगा पैसा खर्च :
पहला वर्ष : 6.65 करोड़ रुपए
दूसरा वर्ष : 57.5 लाख रुपए
तीसरा वर्ष : 52.5 लाख रुपए
चौथा वर्ष : 52.5 लाख रुपए
पांचवां वर्ष : 52.5 लाख रुपए
ये पौधे लगेंगे
लंबे पौधे : 10 हजार
औषधीय पौधे : 10 हजार
हर्बल प्लांट : 20 हजार
पर्वतीय पौधे : 3000
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जैव विविधिता वन, गोविंदपुरा – जेडीए पांच साल में 6.37 करोड़ रुपए खर्च करेगा। – यहां पहले से खेजड़ी व बबूल के पेड़ लगे हुए हैं। वहीं करंज, नीम, बेर, जामुन व गूलर के पेड़ लगाए जाएंगे। 7.5 किमी की दीवार का निर्माण किया जाएगा। 15 हैक्टेयर में ग्रासलैंड को भी विकसित किया जाएगा।
खास-खास -100 हैक्टेयर में विकसित किया जाएगा। -03 मीटर चौडा ट्रैक सात किमी और दो मीटर चौड़ा ट्रैक चार किमी का बनाया जाएगा
पहला वर्ष -3.55 करोड़ रुपए दूसरा वर्ष -72 लाख रुपए
तीसरा वर्ष – 70 लाख रुपए चौथा वर्ष -70 लाख रुपए पांचवां वर्ष- 70 लाख रुपए —————————— ये प्रोजेक्ट भी आएंगे धरातल पर
1. लेपर्ड कंजर्वेशन, आमागढ़ रिजर्व फोरेस्ट
– यह झालाना लेपर्ड रिजर्व और नाहरगढ़ सेंचुरी के बीच में स्थित है।
– जेडीए इस पर 10.80 करोड़ रुपए खर्च करेगा।
– पहले वर्ष में पांच करोड़ रुपए, उसके बाद अगले दो वर्षों में दो-दो करोड़, चौथे और पांचवें वर्ष में 90-90 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। झालाना लेपर्ड रिजर्व एरिया से यहां वन्य जीव-जंतुओं को शिफ्ट किया जाएगा।
2. मुहाना वन क्षेत्र में वैटलैंड विकास
नेवटा बांध में इसे विकसित किया जाएगा। इसके विकास में जेडीए 12.93 करोड़ रुपए खर्च करेगा। यहां पक्षियों की दस से अधिक प्रजातियां हैं। पहले वर्षा में 4.29 करोड़, दूसरे वर्ष में 4.14 करोड़, तीसरे वर्ष में 2.36 करोड, 1.10, चौथे वर्ष में 1.10 और पांचवें वर्ष में 1.01 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
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