एसी को 1 डिग्री बढ़ाने पर कितनी बचेगी बिजली, किस तापमान पर होगी सबसे ज्यादा बचत, 100 में 99 को नहीं पता

नई दिल्ली. सरकार ने अपने हालिया फैसले में कहा है कि आने वाले समय में एसी का तापमान निर्धारित कर दिया जाएगा. मानक से ऊपर या नीचे एसी नहीं चला सकेंगे. इसके पीछे सरकार की मंशा बिजली बचाना बताया जा रहा है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि एसी का तापमान कम या ज्यादा करने से बिजली खपत पर कितना असर पड़ता है. एसी का तापमान 1 डिग्री ज्यादा करने पर कितनी बिजली की बचत होगी.
वैसे तो एयर कंडीशनर (एसी) का तापमान 1 डिग्री कम या ज्यादा करने पर बिजली की खपत में होने वाली बचत कई कारकों पर निर्भर करती है. जैसे एसी की क्षमता, स्टार रेटिंग, कमरे का आकार, बाहरी तापमान और उपयोग की अवधि. फिर भी, सामान्य तौर पर कुछ अनुमान के आधर पर बचत का आंकड़ा निकाला जा सकता है.
1 डिग्री बढ़ाया तो कितनी बचतएसी का तापमान 1 डिग्री कम करने से बिजली की खपत लगभग 3-6% तक बढ़ सकती है. इसका उल्टा, तापमान को 1 डिग्री बढ़ाने से बिजली की खपत में इतनी ही कमी आ सकती है. उदाहरण के लिए, अगर आप एसी को 24°C के बजाय 25°C पर सेट करते हैं, तो आप 3-6% बिजली बचा सकते हैं.
रेटिंग का भी होता है असरब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशिएंसी (BEE) के अनुसार, 5-स्टार रेटेड एसी कम बिजली खपत करते हैं. लिहाजा अगर 5-स्टार वाला 1.5 टन का इन्वर्टर एसी चला रहे हैं, जो प्रति घंटे लगभग 0.8-1.2 किलोवाट बिजली खपत करता है. इस एसी का तापमान 24°C से 25°C करने पर 0.03-0.07 किलोवाट प्रति घंटे की बचत हो सकती है.
कितने रुपये की होगी बचतमान लें कि एक 1.5 टन का 5-स्टार इन्वर्टर एसी 24°C पर 1 किलोवाट प्रति घंटे की दर से बिजली खपत करता है. तापमान को 25°C करने पर 5% बचत मानें, तो प्रति घंटे 0.05 किलोवाट (50 वाट) की बचत होगी. अगर एसी 8 घंटे रोज चलता है और बिजली की दर 8 रुपये प्रति यूनिट है, तो प्रतिदिन बचत होगी 3 से 5 रुपये की, जो महीने में 100 से 150 रुपये तक जा सकता है. इस तरह, हर साल आप करीब 2 हजार रुपये बिजली खपत पर बचा लेंगे. अगर आपका एसी 8 घंटे से भी ज्यादा चलता है तो फिर बचत भी इससे ज्यादा हो सकती है.
यह उपाय भी कारगर
अगर कमरा अच्छी तरह इन्सुलेटेड नहीं है, तो तापमान कम करने से बिजली की खपत में वृद्धि अधिक हो सकती है.
लंबे समय तक एसी चलाने पर बचत का प्रभाव बढ़ जाता है, बीच-बीच में एसी को बंद कर देना चाहिए.
इन्वर्टर एसी तापमान बदलने पर अधिक कुशलता से बिजली बचाते हैं, नॉन इनवर्टर के मुकाबले.
नियमित रखरखाव, जैसे फिल्टर साफ करना, बिजली की बचत में मदद करता है.पंखे का उपयोग करने से तापमान 1-2 डिग्री बढ़ाकर भी आराम मिल सकता है और बिजली भी बचेगी.



