Sports
Ranji Trophy: क्रिकेट के इतिहास में 78 साल बाद हुआ ये करिश्मा, 10वें और 11वें नंबर के बल्लेबाजों ने ठोके शतक | ranji trophy tushar deshpande and tanush hits centuries at number 10 and 11 after 78 years in cricket history

तुषार देशपांडे 129 गेंदों पर 10 चौके और आठ छक्कों की मदद से 123 रन बनाकर आउट हुए तो वहीं तनुष कोटियन 129 गेंदों पर 10 चौके और चार छक्कों की मदद से 120 रन बनाकर नॉटआउट पवेलियन लौटे। तुषार और तनुष की इन जबरदस्त पारियों के दम पर मुंबई की टीम काफी मजबूद स्थिति में पहुंच चुकी है। यहां से मुंबई की जीत यहां से पक्की नजर आ रही है। इसके साथ ही मुंबई का रणजी ट्रॉफी के सेमीफाइनल का टिकट भी तय हो गया है।
1946 में पहले बार बना था ये रिकॉर्ड
फर्स्ट क्लास क्रिकेट के इतिहास में पहली बार ये रिकॉर्ड दो भारतीय खिलाड़ियों ने ही बनाया था। 1946 में इंडियंस बनाम सरे मैच में भारतीय खिलाड़ी चंदू सरवाटे और शूते बनर्जी ने 10वें और 11वें नंबर पर उतरते हुए ये कारनामा किया था। ये मुकाबला उस दौरान द ओवल के मैदान पर खेला गया था। इंडियंस ने उस मैच 9 विकेट से जीता था। तब भारत पर अंग्रेजों का कब्जा था।
यह भी पढ़ें
जसप्रीत बुमराह इंग्लैंड के खिलाफ 5वां टेस्ट भी नहीं खेलेंगे! जानिए क्यों
एक नजर मैच पर
बता दें कि मुंबई और बड़ौदा के बीच रणजी ट्रॉफी का दूसरा क्वॉर्टर फाइनल मुंबई के शरद पवार क्रिकेट एकेडमी बीकेसी में खेला जा रहा है। मुंबई ने पहली पारी में 384 रन बनाए थे। इसके जवाब में बड़ौदा की पहली पारी 348 रनों पर सिमट गई। मुंबई ने दूसरी पारी में 569 के स्कोर और पहली पारी की बढ़त को मिलाकर बड़ौदा के सामने 606 रन का बेहद मुश्किल लक्ष्य रखा है।
यह भी पढ़ें
मोहम्मद शमी के ऑपरेशन के बाद पीएम मोदी ने बढ़ाया हौसला, जानें क्या कहा