30 गांवों के हजारों लोगों ने एक साथ बैठकर खाया प्रसाद, आपसी भाईचारे को मजबूत करने का लिया संकल्प

Agency: Rajasthan
Last Updated:February 25, 2025, 17:47 IST
दौसा के खिंचावास गांव में 30 गांवों के हजारों लोगों ने एक साथ प्रसादी ग्रहण कर एकता का संदेश दिया. लोगों ने पंगत में बैठकर प्रेमपूर्वक भोजन ग्रहण किया और आपसी भाईचारे को मजबूत करने का संकल्प लिया.X
कार्यक्रम में बनाए गए लड्डू
हाइलाइट्स
दौसा में 30 गांवों के हजारों लोगों ने प्रसादी ग्रहण की.आयोजन से समाज में एकता और भाईचारे का संदेश दिया गया.रामस्वरूप, राधेश्याम, गिरिराज ने आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
दौसा: आधुनिकता और व्यस्त जीवन शैली के चलते जहां रिश्तों में दूरियां बढ़ती जा रही हैं, वहीं राजस्थान के दौसा जिले के एक गांव में आपसी सौहार्द और भाईचारे की अनोखी मिसाल देखने को मिली. यहां 30 गांवों के हजारों लोगों ने एक साथ बैठकर प्रसादी ग्रहण की और समाज में एकता का संदेश दिया.
यह भव्य आयोजन ग्राम पंचायत बाणे का बरखेड़ा के खिंचावास गांव में हुआ, जिसे सफल बनाने में रामस्वरूप, राधेश्याम, गिरिराज, जोडमल कसाना और मोहर सिंह कसाना की महत्वपूर्ण भूमिका रही. उन्होंने बताया कि आज के दौर में समाज में बढ़ती दूरियों को कम करने और आपसी प्रेम को बनाए रखने के लिए यह आयोजन किया गया. आयोजकों का मानना है कि ऐसे सामूहिक कार्यक्रमों से समाज में मेलजोल बढ़ता है और पुरानी परंपराएं सजीव रहती हैं.
30 गांवों ने मिलकर बढ़ाया सौहार्दइस आयोजन में कसाना गोत्र के 30 गांवों के हजारों लोगों ने भाग लिया. इन गांवों में दुब्बी, कैलाई, ढिगारिया, भोजपुरा, सिकंदरा, रामगढ़, बावनपाडा, बुडली, टोरडा, बगडेगा, सर्र, रानी का बास, नांगल कसाना, धीराडा, नयाडेरा, प्रेमपुरा, नावाड, बैनाडा श्रीजी, जसोदा, लसाडिया, लील्या, महेश्वर, कालेश्वर, सुमेल, मोना का बास, झरना सहित अन्य कई गांव शामिल थे. लोगों ने पंगत में बैठकर प्रेमपूर्वक भोजन ग्रहण किया और आपसी भाईचारे को मजबूत करने का संकल्प लिया.
भव्य प्रसादी का हुआ आयोजनआयोजनकर्ताओं का कहना है कि यह परंपरा हर साल जारी रहेगी, ताकि समाज में प्रेम, सौहार्द और आपसी सहयोग की भावना बनी रहे. उन्होंने बताया कि इस आयोजन का मकसद केवल भोजन कराना नहीं, बल्कि गांवों को एकजुट करना और सामाजिक बंधनों को मजबूत करना है. भोजन तैयार करने के लिए बड़ी मात्रा में सामग्री का उपयोग किया गया, 25 बोरी चीनी 70 बोरी आटा 90 पीपी घी दही में चांदी डालकर विशेष प्रसादी तैयार की गई. जब प्रसादी बनकर तैयार हुई, तो हजारों लोगों ने एक साथ बैठकर इसे ग्रहण किया.
समाज के लिए बना एक प्रेरणायह आयोजन केवल दौसा ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण है. सामूहिक आयोजनों के माध्यम से समाज को एकजुट किया जा सकता है और पारंपरिक मूल्यों को जीवित रखा जा सकता है. यह भाईचारे का संदेश देता है कि अगर हम एक साथ मिलकर रहें, तो समाज में प्रेम और सौहार्द की भावना को कभी खत्म नहीं होने देंगे.
Location :
Dausa,Dausa,Rajasthan
First Published :
February 25, 2025, 17:47 IST
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भाईचारे की मिसाल: 30 गांवों के हजारों लोगों ने एक साथ बैठकर ग्रहण की प्रसादी