Diabetes Patients Are At High Risk of Liver Diseases : डायबिटीज के मरीजों को लिवर डिजीज का खतरा ज्यादा, इन 5 तरीकों से करें बचाव

Last Updated:April 19, 2025, 07:54 IST
World Liver Day 2025: हर साल 19 अप्रैल को लिवर की बीमारियों के बारे में जागरुकता फैलाने के लिए वर्ल्ड लिवर डे मनाया जाता है. आज के जमाने में लिवर की समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं और इनसे बचा जा सकता है.
लिवर को हेल्दी रखने के लिए ब्लड शुगर कंट्रोल रखना जरूरी है.
हाइलाइट्स
डायबिटीज के मरीजों को लिवर की बीमारियों का खतरा ज्यादा होता है.लिवर हेल्दी रखने के लिए ब्लड शुगर और वजन कंट्रोल रखना जरूरी है.रेगुलर एक्सरसाइज और बैलेंस्ड डाइट से हमारा लिवर स्वस्थ रहता है.
Tips To Prevent Liver Diseases: लिवर हमारे शरीर का सबसे जरूरी अंग होता है. यह हमारे खून को फिल्टर करके शरीर के टॉक्सिक एलीमेंट्स और गंदगी को बाहर निकालने का काम करता है. इसके अलावा भी लिवर कई काम करता है, ताकि शरीर की फंक्शनिंग ठीक बनी रहे. हालांकि आजकल लिवर की परेशानियां तेजी से बढ़ रही हैं और लिवर में दिक्कत आने पर शरीर का पूरा सिस्टम बिगड़ जाता है. मोटापा, फिजिकल एक्टिविटी की कमी, अनहेल्दी खान-पान, खराब लाइफस्टाइल, शराब का सेवन और डायबिटीज जैसे कई फैक्टर्स लिवर की बीमारियों की वजह बन रहे हैं. अब हेपेटाइटिस, फैटी लिवर और सिरोसिस जैसी बीमारियां बुज़ुर्गों तक सीमित नहीं हैं. ये बीमारियां 23 से 35 साल के युवाओं में भी दिख रही हैं. इनसे बचा जा सकता है और इसके लिए सिर्फ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखने की जरूरत होती है.
मुंबई के लीलावती हॉस्पिटल के हेपेटोबिलियरी एंड पैंक्रियाटिक सर्जरी डिपार्टमेंट की हेड डॉ. विभा वर्मा ने बताया कि आजकल कम उम्र के लोगों में लिवर डिजीज की समस्याएं देखी जा रही हैं. डायबिटीज के कारण भी लिवर डिजीज के मामले बढ़ रहे हैं. डायबिटीज सिर्फ ब्लड शुगर से जुड़ी समस्या नहीं है, बल्कि यह लिवर समेत शरीर के कई अंगों को प्रभावित कर सकती है. जब शरीर में लगातार ब्लड ग्लूकोज लेवल हाई रहता है, तो यह लिवर की कोशिकाओं पर बुरा असर डालता है. इससे फैटी लिवर या नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD) होने का खतरा बढ़ जाता है. इसका सही ट्रीटमेंट न कराया जाए, तो लिवर सिरोसिस या लिवर फेलियर का कारण बन सकता है. सही कदम उठाए जाएं, तो इन बीमारियों से बचा जा सकता है.
डॉक्टर विभा वर्मा के मुताबिक डायबिटीज के कारण शरीर में इंसुलिन का असंतुलन हो जाता है, जिससे शरीर में फैट का मेटाबॉलिज्म ठीक से नहीं हो पाता है. यही फैट लिवर में जमा होने लगता है. शुरुआत में इसके लक्षण नजर नहीं आते हैं, लेकिन समय के साथ लिवर के काम करने की क्षमता प्रभावित होने लगती है. खासतौर पर टाइप 2 डायबिटीज वाले मरीजों में यह खतरा अधिक होता है. इसके अलावा जिन मरीजों को डायबिटीज के साथ मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर और हाई कोलेस्ट्रॉल जैसी समस्याएं भी हैं, उन्हें भी लिवर डिजीज का खतरा ज्यादा होता है. ज्यादा शराब पीने, फिजिकल एक्टिविटी न करने और खराब रूटीन के कारण भी लिवर की समस्याएं पैदा हो सकती हैं. लोगों को इन आदतों में बदलाव लाना चाहिए.
मुंबई के अपोलो स्पेक्ट्रा हॉस्पिटल के कंसल्टिंग कार्डियो डायबिटीज फिजीशियन डॉ. तुषार राणे ने बताया कि डायबिटीज के मरीजों को लिवर को हेल्दी बनाए रखने के लिए ब्लड शुगर कंट्रोल रखना चाहिए और वजन कम करना चाहिए. इसके अलावा बैलेंस्ड डाइट लेना भी बहुत जरूरी है. फाइबर से भरपूर फूड्स, कम फैट वाले प्रोटीन वाली चीजें और हरी सब्जियां लिवर के लिए फायदेमंद होती हैं. शुगर के मरीजों को शराब और जंक फूड्स से हर हाल में दूरी बना लेनी चाहिए. रेगुलर एक्सरसाइज, योग और स्ट्रेस मैनेजमेंट से भी लिवर की सेहत को सुधारा जा सकता है. इसके अलावा डायबिटीज के मरीजों को समय-समय पर लिवर फंक्शन टेस्ट (LFT) और अल्ट्रासाउंड करवाना चाहिए, ताकि किसी भी समस्या का पता लगाकर ट्रीटमेंट हो सके.
First Published :
April 19, 2025, 07:54 IST
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World Liver Day 2025: डायबिटीज के मरीजों को लिवर डिजीज का खतरा ज्यादा !