Rajasthan

Pushkar Mela Sand Art Festival – Colorful Sand Creations

Last Updated:October 15, 2025, 11:07 IST

Pushkar Fair 2025: 22 अक्टूबर से शुरू हो रहे अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेले में सैंड आर्ट फेस्टिवल का आयोजन होगा. आर्टिस्ट अजय रावत की रंगीन कलाकृतियों में वीर तेजाजी, भगवान ब्रह्मा और महाभारत-रामायण के दृश्य दिखाई देंगे. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के 100 वर्ष पूरे होने पर एक विशेष कलाकृति भी तैयार की जाएगी. यह कला देशी-विदेशी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र होगी.

ख़बरें फटाफट

Pushkar Fair 2025: राजस्थान के अजमेर जिले में 22 अक्टूबर से शुरू होने वाला अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेला हर साल की तरह इस बार भी धार्मिक, सांस्कृतिक और लोक परंपराओं की अनूठी झलक प्रस्तुत करने के लिए तैयार है. यह मेला देश-विदेश से आने वाले हजारों पर्यटकों के लिए हमेशा से एक बड़ा आकर्षण का केंद्र रहा है. इस वर्ष मेले में आयोजित होने वाला सैंड आर्ट फेस्टिवल दर्शकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहेगा, जहां रेत की कलाकृतियों को रंगों से सजाया जाएगा. सैंड आर्टिस्ट अजय रावत ने न्यूज़ 18 लोकल को बताया कि वे पिछले कई वर्षों से पुष्कर मेले में अपनी अनूठी रेत कला (Sand Art) प्रस्तुत करते आ रहे हैं. अब तक अजय रावत केवल रेत की प्राकृतिक सुंदरता का प्रयोग करते रहे हैं, लेकिन इस बार वह अपनी कलाकृतियों में रंगों का प्रयोग कर रहे हैं.

अजय रावत का कहना है कि: “रंगों के इस्तेमाल से कलाकृतियां और भी जीवंत और आकर्षक बनेंगी, जिससे पर्यटकों को एक बिल्कुल नया अनुभव मिलेगा.” उनका मानना है कि रंग धार्मिक और सांस्कृतिक दृश्यों को और अधिक गहराई से प्रस्तुत करने में मदद करेंगे.

एक महीने से जारी है कलाकृतियों की तैयारी

अजय रावत ने बताया कि उनकी टीम ने मेले की तैयारी लगभग एक महीने पहले ही शुरू कर दी है. इस बार सैंड आर्ट में राजस्थान और सनातन संस्कृति से जुड़े कई महत्वपूर्ण पहलुओं को दर्शाया जाएगा, जिनमें शामिल हैं:
धार्मिक आस्था: वीर तेजाजी महाराज, भगवान देवनारायण और भगवान ब्रह्मा के अलौकिक रूप.
पौराणिक दृश्य: रामायण और महाभारत के कई महत्वपूर्ण और प्रेरक दृश्य.
सांस्कृतिक झलक: सनातन संस्कृति की परंपराएं और लोक जीवन की झाँकियाँ.

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 100 वर्ष पर विशेष कलाकृतिइस वर्ष सैंड आर्ट फेस्टिवल का एक विशेष और महत्वपूर्ण आकर्षण यह भी रहेगा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में एक विशेष कलाकृति भी तैयार की जाएगी. अजय रावत का कहना है कि यह कलाकृति धार्मिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रभक्ति की भावना को दर्शाएगी और संघ के राष्ट्र निर्माण के योगदान को श्रद्धांजलि देगी.

देशी-विदेशी पर्यटकों को भाती है रेत की कलाअजय रावत ने बताया कि उनकी सैंड आर्ट कला देशी-विदेशी पर्यटकों को अत्यधिक आकर्षित करती है. पर्यटक रेत की इन खूबसूरत और अनूठी कलाकृतियों को देखकर मंत्रमुग्ध हो जाते हैं और इन दृश्यों को कैमरे में कैद कर अपनी यादों में संजोते हैं. विशेष रूप से विदेशी पर्यटक इस कला से बहुत प्रभावित होते हैं और इसे बेहद पसंद करते हैं, जिससे राजस्थान की कला और संस्कृति को अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहचान मिलती है.

Location :

Pushkar,Ajmer,Rajasthan

First Published :

October 15, 2025, 11:07 IST

homerajasthan

रंगों से सजी रेत की कलाकृतियां, पुष्कर मेले में देखने को मिलेगी अनूठी झलक

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj