उड़ जाते हैं ये कान्हा और राधिका, घूमकर फिर वापस आते हैं अपने घर, लेते हैं AC की हवा

दौसा: पशु पक्षियों से अगर आप प्यार करते हैं तो वह भी आपसे प्यार करते हैं. जब उन्हें एहसास हो जाता है कि वो इंसान उसे नुकसान नहीं पहुंचाएगा तो उनके साथ ये सहज हो जाते हैं. गंगापुर में एक तोता और मैना का ऐसा ही किस्सा देखने को मिला. इनको दाना चुगाने वाले दीपक बताते हैं कि जब यह जोड़ा छोटा था तब वह इन्हें दाना चुगाते थे. अब वह उन्हीं के घर के एसी और कूलर की हवा में बैठकर आराम करते हैं.
तोता और मैना छोटे थे तो आते थे छत पर दाना चुगनेदीपक बताते हैं कि यह करीब चार-पांच महीने के थे तब छत पर दाना चुगने के लिए आते थे लेकिन यह धीरे-धीरे यहीं रुकने लगे और रुकते रुकते अब इतने परिवार के सदस्यों से घुल मिल गए कि उन्हीं के साथ रहते हैं और उन्हीं के साथ खाना भी खाते हैं.
तोता-मैना बने कान्हा-राधिकादीपक शर्मा बताते हैं कि जब यह रुकने लगे तो इन्हें साथ में रखने के लिए नाम लेकर बोला जाता था. अब तोता को कान्हा और मैना को राधिका बोलकर संबोधित किया जाता है. यह भी है अब राम-राम, खाना दो जैसे शब्द आसानी से बोलते हैं और परिवार के साथ ही अब रहते हैं. परिवार के लोगों के कंधों पर सिर पर हाथों में बैठकर घूमते रहते हैं.
एसी और कूलर की हवा का लेते है आनंदअभी यह कान्हा और राधिका घर में ही आराम से रहते हैं. कभी कभी उड़कर चले जाते हैं लेकिन वापस लौट कर आ जाते हैं. कई बार तो एक-दो दिन बाद ही वापस लौट कर आते हैं. आते ही कूलर और एसी के कमरे में बैठकर मस्ती करते हैं.
FIRST PUBLISHED : August 25, 2024, 13:41 IST