Dharohar: भीनमाल, जहां महालक्ष्मी ने बसाया नगर और संपन्न हुआ विष्णु-लक्ष्मी का पौराणिक विवाह जो इसे अपने आप में बनाता है खास

Last Updated:October 22, 2025, 16:39 IST
जालोर की अनमोल धरोहर भीनमाल, जिसे प्राचीन काल में श्रीमाल कहा जाता था, पौराणिक मान्यता के अनुसार महालक्ष्मी जी द्वारा बसाया गया नगर है. यहीं देवी लक्ष्मी का विवाह भगवान विष्णु से हुआ था. हर वर्ष लाभ पंचमी पर यहां विशेष पूजा होती है और श्रीमाली समाज के लोग, जो महालक्ष्मी को कुलदेवी मानते हैं, राजस्थान समेत देशभर से दर्शन करने पहुंचते हैं.
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जालोर. जिले की ऐतिहासिक नगरी भीनमाल अपनी अनमोल धरोहर और आस्था के लिए पहचानी जाती है. यहां स्थित महालक्ष्मी का प्राचीन मंदिर सदियों से श्रद्धालुओं का केंद्र रहा है. इस मंदिर के सचिव भगवती प्रसाद दवे बताते हैं कि यह मंदिर प्राचीन काल से मौजूद है और इसकी आस्था और महत्व आज भी वैसा ही है जैसा सदियों पहले था. स्थानीय लोगों का कहना है कि यह नगर स्वयं धन की देवी महालक्ष्मी ने बसाया था, इसलिए यहां के लोग सदैव खुद को धन्य और सौभाग्यशाली मानते हैं. महालक्ष्मी की कृपा से यह नगर हमेशा समृद्ध और खुशहाल रहा. मंदिर में हर वर्ष लाभ पंचमी के अवसर पर विशेष पूजा-अर्चना होती है, जो स्थानीय लोगों और दूर-दूर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण स्थान है.
मंदिर के सचिव भगवती प्रसाद दवे ने बताया कि जितने भी श्रीमाली ब्राह्मण, जैन और सोनी हैं, वे देवी महालक्ष्मी को अपनी कुलदेवी मानते हैं. यही कारण है कि राजस्थान ही नहीं, बल्कि देश के अन्य राज्यों जैसे महाराष्ट्र, गुजरात आदि से भी श्रीमाली समाज के लोग यहां माता के दर्शन करने अवश्य आते हैं. यह परंपरा सदियों से चली आ रही है और आज भी यहां आने वाले श्रद्धालु माता के आशीर्वाद को प्राप्त करने के लिए उत्साहित रहते हैं. मंदिर का वातावरण और इसके प्राचीन स्थापत्य में भक्तों को एक आध्यात्मिक अनुभव मिलता है. मंदिर के गर्भगृह में रखी देवी की मूर्ति और आसपास के परिसर की शांति श्रद्धालुओं को एक अद्भुत अनुभव प्रदान करती है.
भीनमाल मंदिर सिर्फ आस्था का केंद्र ही नहीं बल्कि संस्कृति और परंपरा का प्रतीक भी है. यहां का प्रत्येक समारोह, जैसे लाभ पंचमी, न केवल धार्मिक महत्व रखता है बल्कि यह समुदाय को जोड़ने का भी कार्य करता है. श्रीमाली समाज के लोग इसे अपने परिवार की पहचान मानते हैं और माता के दर्शन के लिए देश के कोने-कोने से यहां आते हैं. भीनमाल का यह प्राचीन मंदिर जालोर जिले की अनमोल धरोहर के रूप में न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है. यह नगर, जिसे महालक्ष्मी ने बसाया, आज भी धन्य और समृद्ध है.
Hello I am Monali, born and brought up in Jaipur. Working in media industry from last 9 years as an News presenter cum news editor. Came so far worked with media houses like First India News, Etv Bharat and NEW…और पढ़ें
Hello I am Monali, born and brought up in Jaipur. Working in media industry from last 9 years as an News presenter cum news editor. Came so far worked with media houses like First India News, Etv Bharat and NEW… और पढ़ें
Location :
Jalor,Rajasthan
First Published :
October 22, 2025, 16:39 IST
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भीनमाल महालक्ष्मी मंदिर, जालोर की ऐतिहासिक धरोहर और आस्था का केंद्र.



