Shishak Samman Samroh – जिन अमित शाह ने मेरी सरकारी गिराने का प्रयास किया, उन से भी बात करता हूं.सीएम गहलोत

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मेरी सरकार को गिराने का प्रयास किया, लेकिन जनता के आशीर्वाद से मैं आज भी मुख्यमंत्री बना हुआ हंू। सब जानते हैं कि सरकार बचाने के लिए मुझे विधायकों के साथ 34 दिनों तक होटलों में रहना पड़ा था

शिक्षक संघों की गिरदावरी हो जाए तो राजस्थान में 2023 में फिर से कांग्रेस की सरकार बन जाएगी : डोटासरा
जयपुर।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मेरी सरकार को गिराने का प्रयास किया, लेकिन जनता के आशीर्वाद से मैं आज भी मुख्यमंत्री बना हुआ हंू। सब जानते हैं कि सरकार बचाने के लिए मुझे विधायकों के साथ 34 दिनों तक होटलों में रहना पड़ा था। बिड़ला सभागार में शिक्षक सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भले ही अमित शाह ने सरकार गिराने का प्रयास किया हो, लेकिन जनहित में मुझे अमित शाह से बात करनी पड़ती है। कोरोना काल में कई बार मैंने अमित शाह से बात की जिससे राजस्थान की जनता को ऑक्सीजन आदि मिल सके।
अंग्रेजी सीखने से आता है व्यक्तित्व में निखार: सीएम
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि प्रदेश में महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम के विद्यालयों की स्थापना शिक्षा के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम है। इन स्कूलों के खुलने से गांव.ढाणियों में रहने वाले किसान, गरीब और मजदूरों के बच्चों का अंग्रेजी माध्यम में पढऩे का सपना साकार हुआ है। उन्होंने कहा कि बचपन से अंग्रेजी सीखने वाले बच्चे बाद में दूसरों के मुकाबले प्रतिस्पर्धा में नहीं पिछड़ते हैं। अंग्रेजी माध्यम से पढऩे वाले बच्चों के व्यक्तित्व में भी निखार आता है। सीएम गहलोत ने अंग्रेजी माध्यम के विद्यालयों में अच्छी फैकल्टी लगाने के निर्देश दिए और कहा कि ये स्कूल नाममात्र के अंग्रेजी माध्यम के स्कूल न बनें बल्कि वहां गुणवत्तापूर्ण पढ़ाई भी हो। उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार के समय गरीब बच्चों को अच्छी स्कूलों में पढऩे का अवसर देने के उद्देश्य से शिक्षा का अधिकार कानून बनाकर 25 प्रतिशत गरीब बच्चों का प्रवेश अनिवार्य कर दिया गया।
डोटासरा ने किया अच्छा काम: सीएम
सीएम ने कहा, इसमें कोई दो राय नहीं कि शिक्षा मंत्री के तौर पर डोटासरा ने बहुत अच्छा काम किया है। अंग्रेजी माध्यम की महात्मा गांधी स्कूल खोलने का श्रेय डोटासरा को ही जाता है। डोटासरा ने जिस तरह से अंग्रेजी माध्यम के सरकारी स्कूल खोले हैं, उससे सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या भी बढ़ी है। सीएम ने माना कि निजी क्षेत्र के अंग्रेजी स्कूल फीस के नाम पर अभिभावकों को लूट रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार के अंग्रेजी माध्यम के स्कूल तभी सफल होंगे जब अच्छी फैकल्टी होगी। शिक्षकों की यह जिम्मेदारी है कि वे स्वयं को अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों के अनुरूप तैयार करें। यदि किसी शिक्षक को स्वयं को अंग्रेजी नहीं आएगी तो वह बच्चों को नहीं पढ़ा सके। उन्होंने कहा कि अब जब अंग्रेजी का महत्व बढ़ गया है, तो हर अभिभावक चाहता है कि उसका बच्चा भी अंग्रेजी सीख कर अच्छी नौकरी प्राप्त करे।
डोटासरा ने जो मांग रखी सभी मंजूर
राजस्थान में प्रतिबंधित जिलों की प्रथा को समाप्त करने के संबंध में सीएम गहलोत ने कहा, मैं भी नहीं चाहता कि कोई जिला प्रतिबंधित हो, लेकिन यह सब की जिम्मेदारी है कि ऐसे जिलों में भी स्कूलों में शिक्षक नियुक्त रहे। सीएम ने कहा, शिक्षा मंत्री डोटासरा ने जो मांग रखी हैं वो सब मंजूर हैं। मुख्यमंत्री गहलोत ने कोविड.19 के कठिन समय में शिक्षकों द्वारा किए गए योगदान को अनुकरणीय बताया। साथ ही शिक्षा विभाग द्वारा कोरोनाकाल में बच्चों की ऑनलाइन शिक्षा के लिए किए गए नवाचारों की प्रशंसा की। उन्होंने शिक्षा के साथ संस्कार के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि बच्चों को अपनी संस्कृति और संस्कारों से कभी दूर नही होने दें। उन्होंने शिक्षकों को समाज निर्माता की संज्ञा दी और शिक्षकों का आह्वान किया कि वे बच्चों में बचपन से ही संस्कार डालें। पुरस्कृत शिक्षकों को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि शिक्षा एवं शिक्षकों के हित में जो प्रस्ताव शिक्षा मंत्री द्वारा भेजे जाएंगे सरकार की ओर से उन्हें स्वीकार किया जाएगा।
शिक्षक संघों की गिरदावरी की जाए बन जाएगी कांग्रेस सरकार- डोटासरा
शिक्षक सम्मान समारोह में शिक्षा मंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से कहा, यदि शिक्षक संघों की गिरदावरी हो जाए तो राजस्थान में 2023 में फिर से कांग्रेस की सरकार बन जाएगी। उन्होंने कहा कि अनेक शिक्षक संगठन हैं, जिससे यह पता ही नहीं चलता कि किस शिक्षक संघ की कितनी ताकत है। गिरदावरी का मतलब है कि शिक्षक संघों की सदस्य संख्या की जांच होना। डोटासरा ने कहा कि जब सदस्यों की जांच होगी तो शिक्षक संघों की हकीकत का पता चल जाएगा। मौजूदा समय में एक ही मुद्दे पर शिक्षक संघ अलग अलग मांग रखते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षक संघों की संख्या सीमित होगी तो फिर सरकार को भी संवाद करने में आसानी होगी।
शिक्षामंत्री ने सीएम के समक्ष रखी यह मांगें
शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने सीएम अशोक गहलोत के समक्ष विभाग और शिक्षकों से संबंधित तकरीबन एक दर्जन मांग रखते हुए कहा कि राजनीति में कब, क्या हो जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता, इसलिए मैं आज शिक्षकों की सभी समस्याओं को मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत कर रहा हंू।
डोटासरा ने मुख्यमंत्री से पुरस्कृत शिक्षकों के लिए अलग से योजना बनाकर उन्हें विशेष रियायत देने, राज्य में प्रतिबंधित जिलों की व्यवस्था समाप्त करने और विद्यालयों में 18000 से अधिक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के रिक्त पदों पर भर्ती को स्वीकृति देने का आग्रह किया। उन्होंने सीएम से मांग की कि संस्कृत शिक्षा को सामान्य शिक्षा में मर्ज किया जाए। उनका कहना था कि प्रतिबंधित जिला सुन सुन कर कान पक गए हैं। प्रतिबंधित का झगड़ा समाप्त किया जाएा। सामान्य अध्यापक का रास्ता साफ हो, टीएसपी और नॉन टीएसपी का दायरा बढ़ाया जाए। शिक्षामंत्री ने पुरस्कृत शिक्षकों को जमीन लेने में रियायत दिए जाने की मांग की। उनका कहना था कि विभाग में चतुर्थ श्रेणी के 18 हजार पद खाली हैं, इनकी भर्ती की जानी चाहिए। साथ ही माध्यमिक शिक्षा के स्टाफिंग पैटर्न में बढ़ोतरी किए जाने की मांग भी शिक्षामंत्री ने मुख्यमंत्री से की।
कार्यक्रम में तकनीकी और संस्कृत शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री भंवर सिंह भाटी और माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डीपी जारोली भी उपस्थित थे। कार्यक्रम की शुरुआत में मुख्यमंत्री और अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्जवलित किया।