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बुजुर्ग को कर लिया डिजिटल अरेस्‍ट, 6 करोड़ ठगने की हो गई तैयारी, 64 लाख दे भी दिए, फिर बैंक कर्मचारी ने बचा लिया पूरा पैसा

Last Updated:November 21, 2025, 19:19 IST

Cyber Fraud : गुरुग्राम में एक बार फिर डिजिटल अरेस्‍ट का मामला सामने आया है. हालांकि, इस बार ठगी होने से पहले ही बैंक कर्मचारी ने इसे रोक लिया और बुजुर्ग को पैसे गंवाने से बचा लिया.बुजुर्ग को किया डिजिटल अरेस्‍ट, 6 करोड़ ठगने की हो गई तैयारी, फिर आया देवदूतएक्सिस बैंक के रिलेशनशिप मैनेजर को गुरुग्राम पुलिस ने सम्‍मानित किया.

नई दिल्‍ली. डिजिटल अरेस्‍ट, नए जमाने का एक ऐसा अपराध जिसने साइबर विशेषज्ञों और सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ा रखी है. अमूमन अरेस्‍ट करने का काम पुलिया या अन्‍य सुरक्षा एजेंसियों का होता है लेकिन डिजिटल अरेस्‍ट पूरी तरह अपराधियों का हथियार बन गया है. साइबर अपराधी इस नए जमाने के तरीकों से बिना सामने आए लोगों को कंगाल बना रहे हैं. ऐसा ही एक अपराध गुरुग्राम में भी होने वाला था. जहां साइबर अपराधियों ने एक बुजुर्ग को डिजिटल अरेस्‍ट कर लिया और उनका बैंक खाता खाली करने की भी पूरी तैयारी कर ली थी. लेकिन, बैंक के रिलेशनशिप मैनेजर ने न सिर्फ ठगी से बचाया, बल्कि ट्रांसफर किया पैसा भी वापस करा दिया.

यह मामला है एक्सिस बैंक के एक बुजुर्ग ग्राहक का. गुरुग्राम के रहने वाले इस ग्राहक को साइबर अपराधियों ने सीबीआई और ईडी का डर दिखाकर डिजिटल अरेस्‍ट कर लिया. बदनामी के डर से बचने के लिए बुजुर्ग ग्राहक ने भी अपराधिकयों की डिमांड पर पैसा देने का फैसला कर लिया. उन्‍होंने ठगों के मांगने पर अपने सारे पैसे म्‍यूचुअल फंड से निकाल भी लिए थे. इतना ही नहीं, इसमें से कुछ हिस्‍सा उन्‍होंने ट्रांसफर भी कर दिया और अगर सही समय पर बैंक कर्मी ने अपनी सूझबूझ नहीं दिखाई होती तो बुजुर्ग ग्राहक पूरी तरह कंगाल हो जाते. बैंक कर्मी की सूझबूझ के लिए गुरुग्राम के पुलिस कमिश्‍नर ने उन्‍हें 20 हजार रुपये देकर सम्‍मानित भी किया.

कैसे बिछाया ठगी का जालइस साइबर ठगी को लेकर 18 नवंबर, 2025 को साइबर क्राइम ईस्‍ट गुरुग्राम पुलिस के पास एक मामला दर्ज कराया गया. शिकायत में पीडि़त ने बताया कि ठगों ने उन्‍हें पुलिस और सीबीआई अधिकारी बनकर कॉल किया था. इसके बाद शिकायतकर्ता के मोबाइल नंबर और आधार कार्ड का गैन-कानूनी इस्तेमाल होने का डर दिखाकर उन्‍हें डिजिटल अरेस्‍ट कर लिया. बुजुर्ग को अपने कब्‍जे में देखकर अपराधियों ने उससे पैसों की मांग की. अपराधियों को पता था कि उनके पास मोटी रकम है और उन्‍होंने 6 करोड़ रुपये की डिमांड की.

म्‍यूचुअल फंड से निकाल लिए पैसेशिकायतकर्ता ने बताया कि डर के मारे उन्‍होंने म्‍यूचुअल फंड से अपने सारे 5.90 करोड़ रुपये रिडीम कर लिए. इतना ही नहीं, उन्‍होंने ठगों के निर्देश पर 11 नवंबर को 20 लाख रुपये जमशेदपुर की एसबीआई शाखा में ट्रांसफर भी कर दिया. इसके बाद 12 नवंबर को उन्‍होंने 44 लाख रुपये फिर ट्रांसफर किए जो एक्सिस बैंक, ब्रांद्रा-मुंबई स्थित खाते में गया. दो दिन में ठगों ने बुजुर्ग से 64 लाख रुपये वसूल लिए.

बैंक कर्मचारी को हो गया शकआजकल बैंकों की ओर से हर ग्राहक के लिए रिलेशनशिप मैनेजर नियुक्‍त किए जाते हैं. एक्सिस बैंक ने की गुरुग्राम के गैलेरिया मार्केट स्थित शाखा ने भी मीत सबरवाल को उस बुजुर्ग ग्राहक का रिलेशनशिप मैनेजर नियुक्‍त किया था और यही कर्मचारी उस ग्राहक के लिए देवदूत बन गया. मीत को बुजुर्ग के अकाउंट से लगातार मोटे ट्रांजेक्‍शन होने से शक हो गया और उन्‍होंने तत्‍काल बैंक शाखा में बात करके 13 नवंबर, 2025 को ही सभी ट्रांजेक्‍शन होल्‍ड पर डाल दिए. साथ ही पुलिस को भी मामले की जानकारी दी और साइबर अपराधियों के जिस खाते में पैसे ट्रांसफर किए गए थे, उसे भी फ्रीज करा दिया. साथ ही ग्राहक का भी खाता फ्रीज करा दिया.

डर के मारे फोन तक नहीं उठायाबैंक के रिलेशनशिप मैनेजर ने जब पीडि़त से संपर्क किया तो वह डर के मारे फोन तक नहीं उठा सके. जब बैंक कर्मी ने उनसे बात की और भरोसे में लिया तो बुजुर्ग ने उन्‍हें डिजिटल अरेस्‍ट की पूरी कहानी सुनाई. बैंक मैनेजर के समझाने पर उन्‍होंने 18 नवंबर को गुरुग्राम थाने में मामला दर्ज कराया. इस पूरी घटना में सबसे महत्‍वपूर्ण बात ये है कि अगर बैंक के कर्मचारी ने सूझबूझ नहीं दिखाई होती तो बुजुर्ग के करोड़ों रुपये ठग डकार जाते.

पुलिस कमिश्‍नर ने किया सम्‍मानगुरुग्राम पुलिस ने साइबर ठगों के खाते में गए 64 लाख रुपये भी वापस करवा दिए और कमिश्‍नर विकास अरोड़ा ने एक्सिस बैंक के रिलेशनशिप मैनेजर को सम्‍मानित भी किया. कमिश्‍नर ने मीत सबरवाल को अपने ऑफिस मं बुलाकर 20 हजा रुपये का इनाम भी दिया. पुलिस कमिश्‍नर ने बताया कि पुलिस कभी भी किसी को डिजिटल अरेस्‍ट नहीं करती है और लोग इस तरह के साइबर ठगी के झांसे में न आएं. अगर कोई दिक्‍कत हो तो तत्‍काल राष्‍ट्रीय हेल्‍पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करके सारी जानकारी दें.

Pramod Kumar Tiwari

प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्‍वेस्‍टमेंट टिप्‍स, टैक्‍स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि…और पढ़ें

प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्‍वेस्‍टमेंट टिप्‍स, टैक्‍स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि… और पढ़ें

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New Delhi,Delhi

First Published :

November 21, 2025, 19:19 IST

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