Kota News: अब स्टूडेंट्स के साथ अभिभावकों की भी हो रही कोचिंग क्लास, जानें क्या पढ़ाया जा रहा है?

Last Updated:April 06, 2025, 15:04 IST
Kota Latest News : कोटा में अब स्टूडेंट्स के साथ ही पेरेंट्स के लिए भी कोचिंग क्लास शुरू की गई है. इस कोचिंग में माता-पिता को बताया जा रहा है कि कैसे वे बच्चों से डील करें और उन्हें तनाव में आने से बचाएं.
कोटा में पेरेंट्स को बताया जा रहा है कि कैसे बच्चों से संवाद कायम करें और उनको तनाव से दूर रखें.
हाइलाइट्स
कोटा में पेरेंट्स के लिए भी कोचिंग क्लास शुरू हुई.पेरेंट्स को बच्चों से बेहतर संवाद सिखाया जा रहा है.कोचिंग से पेरेंट्स का नजरिया बदलेगा और बच्चों पर दबाव कम होगा.
हिमांशु मित्तल.
कोटा. कोचिंग सिटी कोटा में एक नई पहल शुरू हुई है. यहां बच्चों को तनाव से दूर रखने और उनकी बेहतर देखभाल के लिए अभिभावकों को विशेष कोचिंग दी जा रही है. इस सेशन में पेरेंट्स को बताया जा रहा है कि वे कहां गलती करते हैं? उनकी जिम्मेदारियां क्या हैं? कैसे वे अपने बच्चों से बेहतर संवाद स्थापित कर सकते हैं? इस सेशन में पेरेंट्स को यह भी सिखाया जा रहा है कि वे कैसे अपने बच्चों को तनाव से दूर रख सकते हैं और उनकी बेहतर देखभाल कर सकते हैं.
इस कोचिंग क्लास में एक्सपर्ट्स पेरेंट्स को ‘एक्सपर्ट’ बना रहे हैं ताकि वे अपने बच्चों की सही तरीके से देखभाल कर सकें. कोचिंग एक्सपर्ट डॉक्टर हिमांशु शर्मा के मुताबिक जब भी कोई स्टूडेंट तनाव में जाता है तो इसके पीछे कई कारण होते हैं. इनमें से ज्यादातर परिवार से जुड़े होते हैं. अगर समय रहते इन कारणों को दूर कर दिया जाए तो बच्चों को तनाव से बचाया जा सकता है. इस सेशन के जरिए एक्सपर्ट्स परेंट्स को यही समझाने की कोशिश कर रहे हैं.
पेरेंट्स का नजरिया बदलेगाकोटा में कोचिंग स्टूडेंट्स को डिप्रेशन से दूर रखने की यह पहल सकारात्मक मानी जा सकती है. इससे पेरेंट्स का नजरिया बदलेगा और उनके बच्चों पर अनावश्यक दबाव भी कम होगा. उम्मीद है कि कोटा की यह कोशिश कोचिंग स्टूडेंट्स को डिप्रेशन से दूर रखने में सफल होगी. हालांकि यह कोई पहला प्रयास नहीं है। इससे पहले भी स्टूडेंट्स को ‘स्ट्रेस फ्री’ रखने के लिए पुलिस और प्रशासन की तरफ कई तरह के नवाचार किए जा चुके हैं. यह बात दीगर है कि वो बहुत ज्यादा सफल नहीं हो पाए.
कोटा शहर में करीब पौने दो लाख स्टूडेंट माने जाते हैंकोटा में देशभर से बच्चे मेडिकल और इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा की तैयारी करने आते हैं. कोटा शहर में करीब पौने दो लाख स्टूडेंट माने जाते हैं. शहर में कई कोचिंग सेंटर हैं. अधिकतर बच्चे अकेले पीजी में रहते हैं या फिर हॉस्टल में . ऐसे में वे अपनी समस्या किसके साथ शेयर करे यह बड़ा संकट रहता है. कोटा में बहुत से बच्चे पढ़ाई और अन्य कारणों से तनाव में आकर अपनी जान दे चुके हैं.
पेरेंट्स को एहसास हुआ कि वे कहां गलती कर रहे थेसाफ है कि पढ़ाई के अलावा और भी कई कारण हैं जिन पर अक्सर ध्यान नहीं जाता. इस नई कोचिंग में पेरेंट्स को यही बताने की कोशिश की जा रही है. इस सेशन को अटेंड करने के बाद कई पेरेंट्स को एहसास हुआ कि वे कहां गलती कर रहे थे. उससे उनके बच्चे डिप्रेशन में जा रहे थे. अब वे समझ गए हैं कि अपने बच्चों को डिप्रेशन से कैसे दूर रखना है.
Location :
Kota,Kota,Rajasthan
First Published :
April 06, 2025, 15:04 IST
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कोटा: अब स्टूडेंट्स के साथ अभिभावकों की भी हो रही कोचिंग क्लास, जानें वजह