Rajasthani Traditional Jewelry | Rakhna Meaning | Rajasthani Daant Ka Gehna

Last Updated:November 26, 2025, 10:33 IST
Rajasthani Daant Ka Gehna: राजस्थान की पारंपरिक संस्कृति में केवल कान, नाक या गले के ही नहीं बल्कि दांत के भी गहने पहनने की परंपरा रही है. इस अनोखे गहने को राजस्थानी भाषा में ‘रखन’ कहा जाता है. यह गहना विशेष मौकों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में पहना जाता था, जो प्राचीन राजस्थानी फैशन और लोक संस्कृति की अनूठी पहचान को दर्शाता है.
आज के समय में फैशन सिर्फ कपड़ों या ज्वेलरी तक सीमित नहीं है, बल्कि अब लोग अपनी मुस्कान को भी खास बनाना चाहते हैं. इसी ट्रेंड में एक अनोखा और खूबसूरत गहना है “रखन”. दांत पर लगाने वाला छोटा लेकिन बेहद आकर्षक गहना है. रखन न सिर्फ आपकी मुस्कान को चमकदार बनाता है, बल्कि आपकी पर्सनैलिटी में एक अलग ही निखार जोड़ देता है. जो एक अलग यूनिक पहचान देता है

रखन दांत का पारंपरिक गहना है, जिसे दांत की ऊपरी सतह पर चिपकाया जाता है. यह छोटा-सा चमकीला क्रिस्टल, गोल्ड का बिंदु या डायमंड-कट स्टोन होता है. रखन का असली खूबसूरती यह है कि यह हल्का होता है और दांत को नुकसान नहीं पहुंचाता. और मुस्कान को तुरंत ग्लैमरस बना देता है. कई जगह इसे सौभाग्य और सौंदर्य का प्रतीक भी माना जाता है.

अधिकतर लोग रखन लगाने की प्रक्रिया को नहीं जानते.वे सोचते हैं कि रखन लगाना बहुत मुश्किल काम है और बहुत खर्चा आता होगा. लेकिन रखन लगाने की प्रक्रिया पूरी तरह सुरक्षित और बिना दर्द वाली होती है और कम खर्चीली होती है. डेंटिस्ट बिना ड्रिल या कटाई किए दांत की सतह पर एक खास डेंटल ग्लू से रखन को चिपका देता है. पूरी प्रक्रिया में लगभग 10 से 15 मिनट लगते हैं और यह तुरंत सेट हो जाता है. सही देखभाल के साथ राखन 6 महीने से 1 से 2 साल तक टिक सकता है. कुछ लोग मौसम या अवसर के अनुसार रखन बदलवाते भी हैं.
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लोग रखन को लगाना ज्यादा अच्छा इसलिए समझते हैं क्योंकि यह मुस्कान में तुरंत चमक और आकर्षण देता है. और यह बिल्कुल दर्द रहित प्रक्रिया होती है इसलिए ज्यादा लोकप्रिय है. इसके लगाने से दांत को कोई नुकसान नहीं होता है. और जब चाहे तो आसानी से हटाया जा सकता है. और इसको लगाने का सबसे बड़ा कारण है कि यह स्टाइलिश और मॉडर्न लुक देता है. इसका उपयोग अब फोटोशूट, शादी और खास मौकों के लिए किया जाने लगा है.

रखन लगाने के बाद ध्यान कहीं बातें ध्यान में रखी जाती है.सबसे पहले 24 घंटे सख्त चीजें खाने से बचना है. दांत को ज्यादा दबाकर ब्रश नही करना है. इसके साथ ही गहने को उंगली या नाखून से छेड़ना नहीं है. और नियमित डेंटिस्ट चेकअप कराते रहना है.

राजस्थान में इसे ग्रामीण क्षेत्रों में इस खूबसूरती का प्रतीक माना जाता है. नई दुल्हन द्वारा रखन लगाने की परंपरा देखी जाती है कई गांवों में. पुराने समय में महिलाएं इसे अच्छे भाग्य और आकर्षक रूप की निशानी मानती थी जो आज भी प्रचलित है. प्राचीन समय से चली आ रही परंपरा रखन ने आधुनिकता का रूप धारण करके इसे और अधिक लोकप्रिय बना दिया है.
First Published :
November 26, 2025, 10:33 IST
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राजस्थान की परंपरा का कमाल! दांत में सजता था ये खास गहना—जानिए क्या है ‘रखन’



