Improve relations with India by forgetting Kashmir, public opinion | हामिद मीर के खुलासे के बाद भारत से शांति के पक्ष में खड़े हुए पाक बुद्धिजीवी
नई दिल्लीPublished: Apr 27, 2023 07:30:22 am
भारत में हो रही SCO की बैठकों से पहले पाकिस्तान में भारत और कश्मीर को लेकर चर्चाओं का दौर गर्म हो गया है। ये सिर्फ संयोग नहीं है कि पाकिस्तान के जाने-माने पत्रकार हामिद मीर ने तीन दिन पहले पड़ोसी देश के पूर्व सेनाध्यक्ष कमर जावेद बाजवा के उस बयान को तूल दे दिया है जो उन्होंने साल 2021 के शुरुआती महीनों में दिया था, जबकि पाकिस्तान में इमरान खान पीएम थे। हामिद मीर ने बाजवा के हवाले से कहा है कि पाकिस्तान के पास भारत से लड़ने की क्षमता नहीं है।
कंगाली, आतंकवाद और राजनीतिक-संवैधानिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान के सामने अब भारत से संबंध सुधारने के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचा है। भारत में हो रही एससीओ की बैठकों से पहले पाकिस्तान में भारत और कश्मीर को लेकर चर्चाओं का दौर गर्म हो गया है। ये सिर्फ संयोग नहीं है कि पाकिस्तान के जाने-माने पत्रकार हामिद मीर ने तीन दिन पहले पड़ोसी देश के पूर्व सेनाध्यक्ष कमर जावेद बाजवा के उस बयान को तूल दे दिया है जो उन्होंने साल 2021 के शुरुआती महीनों में दिया था, जबकि पाकिस्तान में इमरान खान पीएम थे। हामिद मीर ने बाजवा के हवाले से कहा है कि पाकिस्तान के पास भारत से लड़ने की क्षमता नहीं है। पाक के पास न तो टैंक हैं और न ही टैंकों में डालने के लिए डीजल है। इसीलिए बाजवा ने भारत के साथ संबंध सुधारने की कवायद के तहत 25 फरवरी 2021 को सीज फायर समझौता किया था, जो आज तक सफलता से टिका हुआ है। हामिद मीर ने तो बाजवा के हवाले से यह तक दावा किया है कि लंबे समय तक बाजवा और भारत के एनएसए अजीत डोभाल के बीच चली बैक डोर डिप्लोमेसी के बाद अप्रेल 2021 में भारत के पीएम नरेंद्र मोदी भी पाकिस्तान जाने वाले थे। जिसकी जानकारी उस समय तक पाक विदेश मंत्रालय और पीएम इमरान खान को भी नहीं थी। लेकिन इमरान खान को बैक डोर डिप्लोमेसी की जानकारी अवश्य थी।