सफेद हल्दी (कचूर) के फायदे, कैंसर, पाचन और त्वचा समस्याओं में लाभदायक

Last Updated:March 02, 2025, 16:12 IST
White Turmeric Benefits: सफेद हल्दी, जिसे कचूर भी कहते हैं, एक दुर्लभ औषधीय पौधा है. इसमें एंटी-माइक्रोबियल, एंटीऑक्सीडेंट, एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं. यह कैंसर, पाचन, स्किन समस्याओं में फायदेमंद है. आयुर्वेद…और पढ़ें
कचूर अदरक परिवार का एक हिस्सा है, इसलिए देखने में भी ये अदरक जैसा ही होता है.
हाइलाइट्स
सफेद हल्दी में एंटी-कैंसर गुण होते हैं.पाचन, त्वचा और श्वसन समस्याओं में फायदेमंद.कचूर का पेस्ट मुहांसों और दाग-धब्बों को दूर करता है.
White Turmeric Benefits: आप पीली हल्दी का तो हर दिन इस्तेमाल करते हैं. हो सकता है आपने काली हल्दी भी देखी हो या यूज की हो, लेकिन क्या कभी आपने सफेद हल्दी देखी है? सफेद हल्दी को कचूर भी कहा जाता है. सफेद हल्दी या कचूर एक दुर्लभ औषधीय पौधा है, जिसका आयुर्वेद में भी खास स्थान प्राप्त है. कचूर कई गंभीर बीमारियों से आपको बचा सकता है.यह कैंसर, पाचन, स्किन संबंधित समस्याओं से भी बचाने में कारगर साबित हो सकता है. इसकी पत्तियां बड़ी और फूल गुलाबी रंग के होते हैं.चलिए जानते हैं सफेद हल्दी या कचूर के क्या फायदे होते हैं.
सफेद हल्दी या कचूर के फायदे (safed haldi khane ke fayde)2023 में इंटरनेशनल जनरल ऑफ आयुर्वेदा एंड फार्मा रिसर्च में प्रकाशित समीक्षा रिपोर्ट के अनुसार, कचूर में फाइटोकंस्टिट्यूएंट्स की जटिल श्रृंखला होती है. अध्ययन में इसकी एंटी-माइक्रोबियल गतिविधि, एंटीऑक्सीडेंट एक्टिविटी, एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीपायरेटिक गुणों का पता चला. इन सभी चीजों का व्यापक रूप से कई तरह के रोगों जैसे वॉर्म, इंफेक्शन, ल्यूकोरिया, गोनोरिया, ब्लोटिंग, अपच आदि के उपचार के लिए उपयोग किया जाता है.
-कचूर एक बहुउपयोगी आयुर्वेदिक औषधि है. इसके इस्तेमाल से त्वचा, पाचन, कैंसर, श्वसन और हड्डियों की समस्याओं के लिए फायदेमंद है. इसमें कैंसर रोधी गुण भरपूर होते हैं. आयुर्वेद में कई गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए सफेद हल्दी का इस्तेमाल किया जाता है.
-कचूर अदरक परिवार का एक हिस्सा है, इसलिए देखने में भी ये अदरक जैसा ही होता है. इसे सफेद हल्दी भी कहा जाता है. इसमें एंटी-ट्यूमर और एंटी-कैंसर गुण भी होते हैं. यह शरीर में कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकते हैं. इसमें मौजूद कर्क्यूमिन तत्व कैंसर के खतरे को कम करता है.
-कहते हैं कि जब कैंसर के उपचार में कीमोथेरेपी की जाती है तो इस दौरान कचूर का सेवन शरीर को ताकत देता है. यह पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है. भूख को बढ़ाने में सहायक है. इसके अलावा, अपच गैस और एसिडिटी को भी कम कर सकता है.
-कचूर लिवर और पित्ताशय की समस्याओं से बचा सकता है. पेट में मौजूद नुकसानदायक बैक्टीरिया का सफाया होता है. अस्थमा और सांस से जुड़ी बीमारियों में काफी फायदेमंद है.
-इसका पाउडर या रस खांसी, सर्दी-जुकाम, अस्थमा के लक्षणों को ट्रिगर होने से बचाता है. साथ ही ज्वाइंट पेन, इंफ्लेमेशन से राहत पहुंचाता है. इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण अर्थराइटिस, ज्वाइंट पेन को कम करने में कारगर होते हैं.
– सफेद हल्दी या कचूर का पेस्ट मुहांसों, दाग-धब्बे, एग्जिमा आदि को दूर करता है.त्वचा को निखारने और संक्रमण से बचाने में भी फायदेमंद है.
इनपुट-आईएएनएस
First Published :
March 02, 2025, 16:12 IST
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सफेद हल्दी (कचूर) के फायदे, कैंसर, पाचन और त्वचा समस्याओं में लाभदायक