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नैचुरल पेन रिलीवर है यह पौधा, किडनी स्टोन, सूजन और जलन में भी असरदार, रोजाना ऐसे कर सकते हैं सेवन

Last Updated:November 21, 2025, 07:39 IST

पत्थरचट्टा पौधा त्वचा की जलन, छोटे घाव और सूजन में प्राकृतिक राहत देता है. इसके जेल जैसी पत्तियां गर्मियों में ठंडक देती है और लालिमा कम करती है. पाचन संबंधी दिक्कतों जैसे अपच, गैस और एसिडिटी में इसका रस फायदेमंद माना गया है. यह घरों में फर्स्ट एड प्लांट की तरह भी उपयोगी है. इसे आसानी से कहीं भी लगा सकते हैं. tip and tricks

घर के बगीचे में लगे कई पौधे न सिर्फ वातावरण को सुन्दर बनाते हैं, बल्कि सेहत के लिए भी किसी आयुर्वेदिक औषधि से कम नहीं होते. ऐसा ही एक पौधा है पत्थरचट्टा, जिसे लोग अक्सर सजावटी पौधे के रूप में देखते हैं, जबकि इसकी पत्तियों में कई तरह की औषधीय खूबियां होती है. किडनी स्टोन, शरीर की सूजन, जलन और कई छोटी-मोटी दिक्कतों में यह पौधा खासतौर पर फायदेमंद माना जाता है.

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पहला फायदा किडनी स्टोन में देखा जाता है. आयुर्वेद के अनुसार, पत्थरचट्टा की ताजी पत्तियों का रस या इसका काढ़ा मूत्रमार्ग को साफ करने और पत्थरी को घिसने में मदद करता है. कई लोगों ने घरेलू नुस्खे के तौर पर सुबह इसकी 1–2 पत्तियों को चबाकर खाने से राहत मिलने की बात कही है. यह मूत्र को सामान्य बनाने और दर्द कम करने में भी मदद करता है.

उदयपुर

शरीर में सूजन की समस्या आजकल आम होती जा रही है. चाहे जोड़ों की सूजन हो या किसी चोट की वजह से सूजन, पत्थरचट्टा की पत्तियां इसमें प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण दिखाती है. पत्तियों को हल्का गर्म करके प्रभावित हिस्से पर लगाने से सूजन और दर्द में आराम मिलता है. कई लोग इसे “नेचुरल पेन रिलीवर” भी बताते हैं.

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tip and tricks

त्वचा पर जलन या छोटे-मोटे घावों में भी यह पौधा काफी उपयोगी माना जाता है. इसके जेल जैसा गूदा जलन को शांत करता है और घाव भरने में मदद करता है. यही कारण है कि इसे अक्सर गांवों और घरों में फर्स्ट एड प्लांट के रूप में भी लगाया जाता है. गर्मियों में इसकी पत्तियां ठंडक देती हैं और त्वचा की लालिमा कम करती है. पाचन संबंधी दिक्कतों जैसे अपच, गैस या एसिडिटी में भी पत्थरचट्टा का रस फायदेमंद माना गया है.

tip and tricks

आयुर्वेद में इसका उपयोग पेट को ठंडक पहुंचाने, असहजता कम करने और भूख को सामान्य करने के लिए किया जाता है. नियमित रूप से सीमित मात्रा में लेने पर यह पाचन शक्ति को भी मजबूत करता है. पत्थरचट्टा लगाना भी बेहद आसान है. इसकी पत्तियां खुद-ब-खुद छोटे-छोटे पौधे उगा देती है, इसलिए यह तेजी से बढ़ने वाला पौधा है. कम पानी, हल्की धूप और सामान्य मिट्टी में भी यह आसानी से पनप जाता है. घर की बालकनी या खुले बगीचे में इसे लगाना बेहद सरल है.

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November 21, 2025, 07:39 IST

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नैचुरल पेन रिलीवर है यह पौधा, किडनी स्टोन, सूजन और जलन का है असरदार औषधि

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