Khatu Shyam Ji | Coconut Offering | Religious Rituals | Faith and Devotion | Temple Tradition

Last Updated:October 15, 2025, 13:50 IST
Khatu Shyam Mandir: भक्त खाटूश्याम जी को लाल कपड़े में लपेटा हुआ नारियल चढ़ाते हैं. इसे चढ़ाने का विशेष धार्मिक महत्व है और इसे भक्तों की श्रद्धा और मनोकामना पूरी होने के रूप में माना जाता है. यह परंपरा खाटूश्याम जी के प्रति विश्वास और भक्ति का प्रतीक है.
सीकर. विश्व प्रसिद्ध खाटूश्याम जी मंदिर में अपार भक्तों की भीड़ उमड़ती है. श्याम के दर्शन के लिए दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और हरियाणा सहित देश-विदेश से आने वाले भक्तों की संख्या लगातार बढ़ रही है. बाबा श्याम के दरबार में अब लाल कपड़े में नारियल बांधकर भेंट करने की परंपरा तेजी से बढ़ी है. खाटूश्याम जी में मंदिर में आने वाले भक्त में हाथों में आसानी से ये मन्नत के नारियल देखे जा सकते हैं.

नई परंपरा का चलन: पहले भक्त बाबा श्याम को गुलाब के फूल भेंट करते थे, लेकिन अब लाल कपड़े में नारियल अर्पित करने का चलन बढ़ गया है. भक्त मानते हैं कि ऐसा करने से उनकी मनोकामनाएं जल्दी पूरी होती हैं. इस नई श्रद्धा परंपरा ने मंदिर में एक अलग ही आस्था का माहौल बना दिया है, जहां हर भक्त अपनी इच्छा बाबा के चरणों में समर्पित करता है.

भक्तों की मान्यता के अनुसार: भजन गायक और श्याम भक्त चंद्रप्रकाश ढांढण बताते हैं कि बाबा श्याम को हारे का सहारा कहा जाता है. उनका मानना है कि जो भक्त अन्य मंदिरों में सुनवाई नहीं पाता, वह जब खाटूश्याम जी के दरबार में अर्जी लगाता है, तो उसकी सभी परेशानियां समाप्त हो जाती हैं. यही वजह है कि भक्त अपने जीवन की हर मन्नत बाबा श्याम को नारियल के रूप में समर्पित करते हैं.

नारियल का धार्मिक महत्व: हिंदू धर्म में नारियल को पवित्रता और श्रद्धा का प्रतीक माना गया है. पूजा-पाठ में नारियल भगवान को अर्पित करना शुभ माना जाता है. भक्तों का विश्वास है कि नारियल में मन की सच्ची भावना और आस्था समाहित होती है. जब यह नारियल बाबा श्याम को चढ़ाया जाता है, तो वह मन्नत के रूप में स्वीकार होता है और भक्त की इच्छा पूरी होने की संभावना बढ़ जाती है.

लाल कपड़े का प्रतीकात्मक अर्थ: लाल रंग हिंदू धर्म में शक्ति, ऊर्जा और शुभता का प्रतीक माना गया है. जब कोई भक्त लाल कपड़े में नारियल बांधकर बाबा श्याम को अर्पित करता है, तो वह अपनी मनोकामना और आस्था दोनों को इस रूप में व्यक्त करता है. भक्तों का विश्वास है कि ऐसा करने से बाबा श्याम उनकी मन्नत को अवश्य स्वीकार करते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि प्रदान करते हैं.

मंदिर कमेटी की विशेष व्यवस्था: भक्तों की बढ़ती आस्था को देखते हुए श्री श्याम मंदिर कमेटी ने नारियल चढ़ाने की विशेष व्यवस्था की है. मंदिर परिसर में सभी दर्शन लाइनों में पात्र लगाए गए हैं, जिनमें भक्त अपने नारियल अर्पित कर सकते हैं. इसके साथ ही गुलाब, इत्र और प्रसाद चढ़ाने के लिए भी उचित प्रबंध किए गए हैं ताकि सभी भक्त सहजता से पूजा कर सकें.

श्रद्धा और भक्ति का संगम: आपको बता दें कि खाटूश्याम जी मंदिर आज आस्था और भक्ति का केंद्र बन चुका है।यहां हर दिन भक्तों की भीड़ बाबा के चरणों में अपनी मनोकामना लेकर आती है. लाल कपड़े में नारियल चढ़ाने की परंपरा ने श्रद्धालुओं के मन में नई ऊर्जा और विश्वास जगाया है. भक्तों का मानना है कि बाबा श्याम के दरबार में पहुंची सच्ची अर्जी कभी भी अनसुनी नहीं रहती.
First Published :
October 15, 2025, 13:50 IST
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क्यों भक्त बाबा श्याम को लाल कपड़े में लपेटा नारियल चढ़ातें है? जानें



