New initiative of self-reliance, growing business of Tulsi Mala in Bharatpur, women getting employment

Agency: Rajasthan
Last Updated:February 14, 2025, 15:26 IST
भरतपुर के मेवात क्षेत्र में तुलसी माला निर्माण से महिलाओं को घर पर रोजगार मिल रहा है. मेवात उत्थान समिति के सहयोग से महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं और परिवार की आर्थिक स्थिति सुधार रही हैं.X
तुलसी की माला बनाती महिलाएं
मनीष पुरी/भरतपुर. भरतपुर डीग जिले के अंतर्गत आने वाले मेवात क्षेत्र में तुलसी की मालाओं का निर्माण का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है, जिससे भारी संख्या में महिलाओं को घर पर ही रोजगार मिल रहा है. यह उद्योग विशेष रूप से महिलाओं के लिए रोजगार का एक सशक्त माध्यम बन चुका है. पहले यहां महिलाएं आर्थिक रूप से दूसरों पर निर्भर थीं, वहीं अब, ऐसी महिलाएं अपने घर पर रहकर तुलसी माला निर्माण कर आत्मनिर्भर बन रही हैं. इस उद्योग से न केवल उनकी आय में वृद्धि हुई है, बल्कि उनके परिवार की आर्थिक स्थिति भी मजबूत हुई है.
तुलसी माला निर्माण का व्यवसाय बढ़ने से महिलाओं को घर बैठे काम करने का अवसर मिला है, जिससे वे अपने परिवार का पालन-पोषण बेहतर तरीके से कर पा रही हैं. इससे उनके बच्चों को अच्छी शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाएं और स्वच्छता से जुड़ी अन्य सुविधाएं भी मिल रही हैं. आर्थिक स्थिति सुधरने से अब परिवार के लोग बच्चों की शादी और अन्य पारिवारिक उत्सवों को धूमधाम से मना रहे हैं. इस प्रकार, तुलसी माला उद्योग महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला रहा है और उन्हें आत्मनिर्भर बना रहा है.
महिलाओं को ऐसे कर रहे तैयार मेवात क्षेत्र में तुलसी माला निर्माण को बढ़ावा देने में मेवात उत्थान समिति का विशेष योगदान रहा है. यह समिति श्री गोपाल मंदिर न्याणा के महंत बालकदास महाराज के पास कार्यरत है. समिति का उद्देश्य महिलाओं को प्रशिक्षित करना, उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करना और बाजार की जानकारी देना है. महिलाओं को तुलसी माला निर्माण की बारीकियां सिखाई जाती हैं, ताकि वे अच्छी गुणवत्ता की मालाएं तैयार कर सकें और बाजार में उन्हें बेहतर दाम पर बेच सकें.
अच्छी कीमत पर हो रही बिक्री इस समिति की पहल से महिलाओं को कच्चे माल की उपलब्धता और उचित बाजार तक पहुंचने में सहायता मिल रही है. साथ ही, वे उचित मूल्य पर अपने उत्पाद बेच पा रही हैं, जिससे उनके आत्मविश्वास में भी बढ़ोतरी हो रही है. महंत बालकदास महाराज के मार्गदर्शन में समिति नियमित रूप से प्रशिक्षण शिविर आयोजित करती है, यहां महिलाओं को तुलसी माला निर्माण की पूरी प्रक्रिया समझाई जाती है.
बच्चों की पढ़ाई-लिखाई का उठा रही जिम्मा तुलसी माला निर्माण उद्योग ने मेवात क्षेत्र की महिलाओं को स्वावलंबी बनाने में अहम भूमिका निभाई है. पहले यहां ग्रामीण महिलाएं आर्थिक रूप से कमजोर थीं, वहीं अब वे आत्मनिर्भर होकर परिवार की जिम्मेदारियों को बखूबी निभा रही हैं. इस व्यवसाय से वे हर महीने अच्छी कमाई कर रही हैं, जिससे वे अपने बच्चों की पढ़ाई-लिखाई, स्वास्थ्य, स्वच्छता और अन्य आवश्यकताओं को पूरा कर पा रही हैं.
Location :
Bharatpur,Rajasthan
First Published :
February 14, 2025, 15:26 IST
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भरतपुर की महिलाएं कर रही तुलसी माला का कारोबार, छाप रही मोटा पैसा