Rajasthan News: ये कैसा डॉक्टर, जब पत्नी हुई बीमार तो उसकी जगह स्वास्थ्य केन्द्र पर करने लगा ड्यूटी, जानें कैसे हुआ खुलासा


राजस्थान के चूरू में डॉक्टर पत्नी के बीमार होने पर स्वास्थ्य केन्द्र पर करने लगा ड्यूटी
Churu News: राजस्थान के चुरू के ग्रामीणों का आरोप है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात महिला चिकित्सक की जगह उनके पति कई दिनों से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र आ रहे हैं और मरीजों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं.
आपने अब तक सरपंच प्रतिनिधि और चेयरमैन प्रतिनिधि आदि तो सुने होंगे लेकिन क्या कभी डॉक्टर प्रतिनिधि भी सुना है. बल्कि क्या डॉक्टर प्रतिनिधि को उपचार करते हुए देखा है. यदि जवाब नहीं है तो राजस्थान के चूरू जिले की तारानगर तहसील के गांव बुचावास की पीएचसी में इसे देखा जा सकता है. जहां कोरोना काल में बुचावास पीएचसी में कार्यरत प्रभारी महिला डॉक्टर की जगह उसके पति द्वारा डयूटी करने का मामला सामने आया है. इस पूरे मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस मामले जिला कलेक्टर सांवरमल वर्मा ने मामले की गम्भीरता को देखते हुए तारानगर एसडीएम को तुरन्त जांच कर कार्रवाई के आदेश दिए हैं.
वायरल वीडियो के मुताबिक, कोरोना से लड रहे ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बुचावास में कई दिनों से डॉक्टर नहीं आने पर नाराजगी जाहिर करते हुए फेसबुक लाइव कर रहे थे. लाइव के जरिये जिला प्रसाशन और प्रदेश सरकार से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बुचावास में डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ लगाने की मांग कर रहे थे. तभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक शख्श दाखिल होता है, जो अपने आपको प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बुचावास की प्रभारी डॉ मोनिका शर्मा का पति बताता है और कहता है मैडम कई दिनों से अस्वस्थ चल रही है.
ग्रामीणों का आरोप है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात महिला चिकित्सक की जगह उनके पति कई दिनों से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र आ रहे हैं और मरीजों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. खुद को प्रभारी डॉक्टर का पति बताने वाले शख्श ने अपना नाम करण बताया. पूरे मामले में हैरानी की बात यह है कि उक्त शख्श ना तो इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पोस्टेड है और ना ही और कही और फिर भी वह चिकित्सा विभाग के उच्च अधिकारियों की अनदेखी के चलते प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आने वाले मरीजों को अटेंड करता रहा.
ग्रामीणों का आरोप है कि पिछले दस-बारह दिन से यहां पोस्टेड चिकित्सक आई ही नहीं. यह पूरा मामला सिस्टम की घोर लापरवाही को दर्शाता है. मामले में ग्रामीणों ने तारानगर उपखंड अधिकारी मोनिका जाखड़ को भी अवगत करवाया लेकिन उपखंड अधिकारी ने मामले में कोई संज्ञान नहीं लिया. जब जिला कलक्टर सांवरमल वर्मा तक यह वायरल वीडियो पहुंचा तो उन्होने एसडीएम से नाराजगी जाहिर करते हुए मामले की जांच कर कार्रवाई की बात कही है.