कम संसाधन में बेहतर इलाज से हैरान, जोधपुर हॉस्पिटल में जापान से दो स्टूडेंट्स आकर कर रहें इंटर्नशिप

Agency: Rajasthan
Last Updated:February 14, 2025, 13:58 IST
मथुरादास माथुर अस्पताल के शिशु रोग विभाग में इन दिनों कंसाई मेडिकल यूनिवर्सिटी, ओसाका (जापान) से हिरोशी हरादा और मियुकी नागाशिमा नामक दो एमबीबीएस छात्र इलेक्टिव (इंटर्नशिप) के लिए आए हैं.X
जापानी मेडिकोज एमडीएमएच में ट्रेनिंग ले रहे हैं
हाइलाइट्स
जापानी मेडिकल स्टूडेंट्स ने जोधपुर में की इंटर्नशिप.कम संसाधनों में बेहतर चिकित्सा सेवाओं से हुए प्रभावित.ऑपरेशन थिएटर और न्यूरोलॉजी की बारीकियां सीखीं.
जोधपुर:- आधुनिक तकनीक के लिहाज से जापान भले ही इंडिया से कितना ही आगे होगा, मगर मेडिकल सुविधाओं के लिहाज से बात की जाए, तो जापान के दो स्टूडेंट इन दिनों जोधपुर में हैं और जोधपुर में जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल में जो मेडिकल सुविधाएं हैं, उनकी जानकारी ले रहे हैं. उनकी रिसर्च की जानकारी ले रहे हैं और यहां के डॉक्टर से आत्मसात कर रहे हैं. इससे समझा जा सकता है कि यहां की जो मेडिकल सुविधाएं हैं, वो कहीं न कहीं जापान के चिकित्सकों को खूब पसंद आने लगी हैं.
उसी के चलते जापान के जो दो मेडिकल स्टूडेंट इन दिनों ट्रेनिंग के लिहाज से जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल, जो पश्चिमी राजस्थान का सबसे बड़ा अस्पताल माना जाता है और आधुनिक तकनीक के लिहाज से राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जिस तरीके से अस्पताल को अपडेट करने का काम किया है, उसी तकनीक में कहीं ना कहीं जापान के दो स्टूडेंट को यहां खींचने का काम किया है.
ऑपरेशन थिएटर अनुभव को सीखामथुरादास माथुर अस्पताल के शिशु रोग विभाग में इन दिनों कंसाई मेडिकल यूनिवर्सिटी, ओसाका (जापान) से हिरोशी हरादा और मियुकी नागाशिमा नामक दो एमबीबीएस छात्र इलेक्टिव (इंटर्नशिप) के लिए आए हैं. ये दोनों विद्यार्थी यहां प्रिंसिपल डॉ. बीएस जोधा के साथ पीडियाट्रिक न्यूरोलॉजी और गायनोकोलॉजी से जुड़ी महत्वपूर्ण प्रक्रियाओं को समझने के साथ-साथ ऑपरेशन थिएटर का भी अनुभव ले रहे हैं.
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रकाशित हो चुके हैं डॉ. पारख के शोधदरअसल, वरिष्ठ आचार्य व पीडियाट्रिक न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. मनीष पारख से दोनों विद्यार्थी टोरंटो में मिले थे. बातचीत में कम रिसोर्सेज में अच्छे कार्य की बात सुन-समझ प्रभावित होकर जोधपुर इलेक्टिव के लिए आए. जनाना विंग में प्रिंसिपल डॉ. बीएस जोधा के साथ ऑपरेशन थिएटर में भी गए. उन्होंने वहां एब्डोमिनल हिस्टेरेक्टॉमी की बारीकियां सीखीं. डॉ. पारख के साथ उनकी यूनिट के मरीजों का भी हालचाल जाना.
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कम संसाधनों में बेहतर चिकित्सा सेवाओं से प्रभावित हुए जापानी छात्रडॉ. पारख से ईईजी की प्रक्रिया को समझा, यूनिट के रेजिडेंट चिकित्सकों से मिले. गौरतलब है कि डॉ. पारख के कई शोध जनरल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रकाशित हो चुके हैं. ये दोनों मेडिकोज आगामी पांच दिन तक जोधपुर में रहेंगे. कम संसाधन में अच्छे कार्य से प्रभावित होकर भारत आए हिरोशी हरादा और मियुकी नागाशिमा का कहना है कि वे भारत में कम संसाधन के बावजूद अच्छी चिकित्सकी सेवाओं से खासे प्रभावित हुए हैं.
इन दोनों की एमबीबीएस हो चुकी है. जबकि दूसरे देशों में ज्यादा संसाधनों के साथ भी इतना काम नहीं हो पाता. ये जापानी मेडिकोज कल को कॉलेज में अन्य मेडिकोज विधार्थी से भी मिलें. उनसे मिलकर काफी कुछ सिखने को मिला. फिर रेजिडेंट डॉक्टरों से कार्य सीखेंगे. वहीं गायनोकॉलोजिस्ट डॉ. पूनम पारख के साथ कोर्ट केस मामले में भी अपना अनुभव लिया.
Location :
Jodhpur,Rajasthan
First Published :
February 14, 2025, 13:58 IST
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जापानी स्टूडेंट्स जोधपुर में चिकित्सा सेवाओं से हैरान, कम संसाधन में बेहतरीन!