Students Will Be Assessed Through Quiz – क्विज के जरिए होगा विद्यार्थियों का मूल्यांकन

हर शनिवार को करना होगा क्विज में पार्टिसिपेट
अगस्त के तीसरे सप्ताह किया जाएगा मूल्यांकन
विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को शिक्षा से जोडऩे का प्रयास

जयपुर, 29 जून
राज्य में विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को पढ़ाई से जोडऩे का काम अब शिक्षा विभाग कर रहा है। विभाग ने पिछले दिनों पूरे प्रदेश में सर्वे करवा कर इन बच्चों को शिक्षा से जोड़ा और अब पढ़ाई के साथ उनके लिए अन्य सामान्य विद्यार्थियों की तरह ही सप्ताह में दो दिन क्विज का आयोजन करवाएगा। मिशन समर्थ के तहत विभाग यह नवाचार कर रहा है। जिससे विशेष आवश्यकता वाले विद्यार्थियों की पढ़ाई पर फोकस किया जा सके और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हो।
क्विज के आधार पर होगा मूल्यांकन
शिक्षा विभाग ने शिक्षकों को निर्देश दिए हैं कि इन क्विज के आधार पर वह अगस्त में इन बच्चों का मूल्यांकन करें। मूल्यांकन अगस्त के तीसरे सप्ताह में होगा। यदि कोई विद्यार्थी क्विज में भाग लेने की प्रक्रिया नहीं समझ पाया है तो शिक्षक उस बच्चे और उसके अभिभावक से सम्पर्क करेंगे और उन्हें इसकी प्रक्रिया समझाएंगे। जिन बच्चों के पास मोबाइल नहीं होंगे, वे बच्चे शिक्षक की मदद से प्रश्नोत्तरी में भाग ले सकेंगे।
एक टीचर को 15 से 20 बच्चों की जिम्मेदारी
पढऩे में कमजोर और विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए शिक्षा विभाग ने खासतौर पर मिशन समर्थ तैयार किया है। इसके तहत विशेष शिक्षक को 15 से 20 विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की जिम्मेदारी दी गई। इस कार्यक्रम के लिए एसआईआरटी के माध्यम से वीडियो तैयार करवाए गए हैं जो साइन लैंग्वेज में हैं। विशेष आवश्यकता वाले विद्यार्थियों के लिए अलग से व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर उनमें इन वीडियोज को अपलोड किए जाएंगे। नियमित रूप से अलग से कटेंट दिया जाएगा और उन्हें होमवर्क भी मिलेगा। पहली से आठवीं तक के विद्यार्थियों को सप्ताह में एक दिन होमवर्क दिया जाएगा। जबकि 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों को सप्ताह में दो बार होमवर्क दिया जाएगा। मूक बधिर सहित अन्य श्रेणी के विद्यार्थियों के लिए वीडियो लाइब्रेरी भी तैयार कराई जा रही है। इसमें कक्षा एक से बारहवीं तक के विद्यार्थियों के लिए सभी विषयों के महत्वपूर्ण टॉपिक को शामिल किया गया है। यदि ऑनलाइन क्लास के बाद भी बच्चे को कुछ समझना हो तो वह एक क्लिक करके यहां से पूरी जानकारी ले सकेगा। इसकी निदेशालय स्तर पर भी मॉनिटरिंग की जाएगी।
मॉनिटरिंग के लिए नोडल प्रभारी किए नियुक्त
विभाग ने मिशन समर्थ कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए प्रदेश के हर जिले में नोडल अधिकारी और सह नोडल अधिकारी की नियुक्ति के आदेश जारी किए हैं जिसके तहत हर जिले में मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी और पदेन जिला परियोजना समन्वयक, समग्र शिक्षा को नोडल अधिकारी बनाया गया है। साथ ही सीडीईओ कार्यालय में पदस्थापित संदर्भ व्यक्ति और अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक कार्यालय समग्र शिक्षा में कार्यरत कार्यक्रम अधिकारी को सह नोडल प्रभारी बनाया गया है जो कार्यक्रम के संचालन और मॉनिटरिंग का कार्य करेंगे। इसी प्रकार ब्ल्ॉाक स्तर पर भी सीबीईओ नोडल अधिकारी और संदर्भ व्यक्ति सहनोडल प्रभारी होंगे। जो मिशन समर्थ में ऑनलाइन शिक्षक व्यवस्था के तहत विशेष आवश्यकता वाले विद्यार्थियों के लिए ऑडियो वीडियो शेयर करने का काम करेंगे।