Rupali Nagar Win Election – विधायक का बेटा हारा, बहू जीत गई चुनाव, फिर भी ख्वाब रह गया अधूरा

जयपुर जिले की 22 पंचायत समितियों के चुनाव परिणाम जारी होने के साथ ही इनमें बोर्ड बनने की तस्वीर साफ हो गई है। 22 पंचायत समितियों में हुए चुनावों में कांग्रेस ने बढ़त बनाई है।

जयपुर। जयपुर जिले की 22 पंचायत समितियों के शनिवार को चुनाव परिणाम जारी होने के साथ ही इनमें बोर्ड बनने की तस्वीर साफ हो गई है। 22 पंचायत समितियों में हुए चुनावों में कांग्रेस ने बढ़त बनाई है। चुनाव परिणामों के मुताबिक दूदू, मौजमाबाद, माधोराजपुरा व फागी पंचायत समिति में भाजपा वहीं झोटवाड़ा, जोबनेर, किशनगढ़ रेनवाल तथा सांभरलेक पंचायत समिति में कांग्रेस को बहुमत मिला है। दूदू विधानसभा की दूदू, मौजमाबाद व फागी तीनों पंचायत समितियों पर भाजपा ने कब्जा कर कांग्रेस का सूपड़ा पूरी तरह साफ कर दिया है। दूदू पंचायत समिति में भाजपा ने 8 तो कांग्रेस ने 7 वार्ड जीते हैं जबकि नवसृजित मौजमाबाद पंचायत समिति के 17 में से 14 वार्ड जीतकर भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।
फागी के 15 में से भाजपा को 9 तथा कांग्रेस को 6 वार्ड में विजय हासिल हुई। उधर, चाकसू विधानसभा की नई पंचायत समिति माधोराजपुरा के कुल 15 में से 9 वार्ड जीतकर भाजपा ने परचम फहराया है। यहां कांग्रेस को महज 4 वार्ड में जीत मिली है। 1-1 वार्ड आरएलपी व निर्दलीय के खाते में गया है। वहीं झोटवाड़ा विधानसभा की जोबनेर पंचायत समिति में कांग्रेस का प्रधान बनना तय है। कांग्रेस ने यहां 11 वार्डों में जीत दर्ज की है। जबकि भाजपा को पांच व एक निर्दलीय विजेता रहा है।
किशनढ़-रेनवाल पंचायत समिति में 10 वार्डों में कांग्रेस ने जीत दर्ज की है जबकि भाजपा 9 वार्डों में जीत पाई है। ऐसे में फिलहाल प्रधान की सीट पर कांग्रेस काबिज होगी। फागी में 9 वार्डों में भाजपा तथा 6 वार्डों में कांग्रेस की जीत हुई है। ऐसे में भाजपा का प्रधान बनना तय है। सांभर में 13 वार्डों में कांग्रेस का कब्जा रहा है जबकि भाजपा को महज 5 वार्डों में जीत मिल सकी है। जबकि एक निर्दलीय ने बाजी मारी है। ऐसे में यहां कांग्रेस का प्रधान बनना तय है। वहीं सांभरलेक में भी कांग्रेस को बहुमत मिला है।
नागर का बहू को प्रधान बनाने का सपना रह गया अधूरा
दूदू विधानसभा क्षेत्र की मौजमाबाद, फागी व दूदू पंचायत समिति में कांग्रेस का पूरी तरह सूपड़ा साफ हो गया है। जबकि यहां कांग्रेस समर्थित निर्दलीय विधायक बाबूलाल नागर की प्रतिष्ठा दांव पर थी। उन्होंने मौजमाबाद पंचायत समिति में प्रधान के लिए अपनी पुत्रवधू रूपाली को मैदान में उतारा। रूपाली ने चुनाव में जीत दर्ज की लेकिन यहां 17 में से कांग्रेस महज दो वार्डों में ही सिमट कर रह गई। जबकि भाजपा ने 14 वार्डों में जीत दर्ज की है। ऐसे में नागर का बहू को प्रधान बनाने का सपना अधूरा रह गया। वहीं जिला परिषद सदस्य का चुनाव लड़ रहे उनके बेटे विकास नागर को चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा है।
कृषि मंत्री ने बचाया गढ़
कृषि एवं पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया ने अपने विधानसभा क्षेत्र झोटवाड़ा में कांग्रेस की लाज बचाई है। झोटवाड़ा व जोबनेर पंचायत समिति में कांग्रेस के प्रधान बनेंगे। फुलेरा विधानसभा में भाजपा विधायक निर्मल कुमावत सांभरलेक व किशनगढ़ रेनवाल में बहुमत नहीं दिला पाए। यहां दोनों ही जगह विद्याधर सिंह की मेहनत रंग लाई है।