3 महीने में फसल होती है तैयार, 4 गुना ज्यादा दाम पर बिकती ये गोभी, बस ये करना होता है काम

Last Updated:March 13, 2025, 15:11 IST
Broccoli cultivation Tips: सिरोही जिले के तपोवन में किसान पहली बार पीले और बैंगनी रंग की गोभी की खेती कर रहे हैं. इसकी खेती करने वाले किसान बताते हैं, कि इनकी मार्केट में काफी ज्यादा डिमांड है, और तीन से चार गु…और पढ़ेंX
सिरोही में हो रही रंगीन गोभी और ब्रॉकली की खेती
हाइलाइट्स
पीली और बैंगनी गोभी की खेती से 4 गुना ज्यादा मुनाफातपोवन में जैविक तरीके से रंगीन गोभी की खेतीअगस्त-सितंबर में बुवाई, दिसंबर-जनवरी में तुड़ाई
सिरोही : जिले के कई किसान फूल गोभी और ब्रॉकली की खेती कर रहे हैं. जिससे वह सामान्य गोभी की तुलना में तीन से चार गुना दाम कमा रहे हैं. बता दें, कि ब्रॉकली का रंग वैसे तो हरा होता है, लेकिन जिले में पहली बार किसान बैंगनी और पीले रंग की गोभी की खेती कर रहे हैं. यहां माउंट आबू तहसील के तपोवन में ग्रीन ब्रॉकली के साथ ही बैंगनी और पीले रंग की ब्रॉकली की खेती से, नजारा कलरफुर लगता है. इसकी खेती करने वाले शरद भाई का कहना है, कि इसकी खेती के जरिए किसान अपनी तकदीर बदल सकते हैं, तो चलिए किसान से ही जानते हैं, कब होती है इसकी खेती और कितना होता है मुनाफा
दूर-दूर से इस तकनीक को सीखने आते हैं किसानतपोवन में इन रंगीन ब्रॉकली की खेती कर रहे बीके शरद भाई ने लोकल-18 को बताया, कि जिले में हरी ब्रॉकली और सफेद गोभी की खेती तो अधिकांश किसान करते हैं, लेकिन ये रंगीन गोभी की खेती पहली बार हो रही है. तपोवन में कृषि क्षेत्र में लगातार नए अनुसंधान और इनोवेशन किए जा रहे हैं. वे कहते हैं, कि कलरफुल गोभी की किस्मों का उत्पादन कर किसान अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर, अपनी तकदीर बदल सकते हैं. आगे वे बताते हैं, कि यहां हो रही खेती की तकनीक को सीखने के लिए देशभर से किसान आते हैं. यहां ब्रोकली और रंगीन गोभी की बिना किसी खतरनाक कीटनाशक के जैविक तरीके से खेती हो रही है.
ढाई से तीन महीने की होती है खेतीशरद भाई ने बताया, कि इस सीजन में ब्रोकली की ढाई से तीन टन उपज निकल चुकी है. ये फसल ढाई से तीन महीने तक की है. अगस्त सितंबर में इसकी बुवाई शुरू होती है और दिसंबर, जनवरी में तुड़ाई होती है. वे बताते हैं, कि तपोवन में ब्रोकली के खास बीज बोए गए हैं. इसकी पहली फसल होने के बाद अब दुबारा इसकी उपज निकल रही है. इसके फूल तोड़ने के बाद भी उसके अंकुर से फिर से खेती की जाती है. इससे किसान अच्छा मुनाफा कमा सकता है.
गोभी में मच्छर लगने से ऐसे बचाएंआगे वे बताते हैं, कि इस समय में ब्रॉकली के पौधो में मावा नाम का मच्छर लगने का खतरा रहता है. जो पौधों के रस को चूस लेता है. जिससे फूल कम खिलता है. इस कीट की वजह से सब्जी का स्वाद भी कम हो जाता है. इससे बचाव के लिए जैविक नुस्खे का इस्तेमाल करना चाहिए.
सामान्य गोभी से मिलता है चार गुना दामकिसान बीके शरद भाई ने आगे बताया, कि यहां हरी ब्रोकली के अलावा रंगीन गोभी की भी खेती साथ में हो रही है. गोभी की रंगीन किस्मों के सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार होता है. देश की मेट्रो सिटीज में इन रंगीन गोभी की डिमांड ज्यादा है. इस वजह से सामान्य सफेद गोभी के मुकाबले इनके दाम भी 3 से 4 गुना अधिक हैं.
Location :
Sirohi,Rajasthan
First Published :
March 13, 2025, 15:11 IST
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3 महीने में फसल होती है तैयार, इस अनोखी गोभी का 4 गुना ज्यादा मिलता है दाम!