Khatu Shyam ji: लाखों भक्त बाबा श्याम के दर्शन इसके कर रहे साल की शुरुआत, तोरण द्वार और मंदिर में उमड़ रहा भक्तों रेला

सीकर. साल 2025 के पहले दिन विश्व प्रसिद्ध खाटू श्याम जी मंदिर में लगातार भक्तों की भीड़ उमड़ रही है. लाखों की संख्या में भक्त नए साल के दिन बाबा श्याम का दीदार करने के लिए खाटू श्याम जी पहुंच रहे हैं. खाटूश्यामजी कस्बे की सारी गलियां भक्तों से खचाखच भर चुकी हैं. वहीं रींगस से खाटू श्याम जी रोड पर लाखों की संख्या में पदयात्रा कर भक्त बाबा श्याम के मंदिर में पहुंच रहे हैं, इसके अलावा खाटूश्याम जी से मंढ़ा रोड पर कई किलोमीटर लंबी गाड़ियों के लाइन लगी हुई है.
लाखों श्याम भक्त 2025 के नए साल की शुरुआत खाटू श्याम जी मंदिर में आकर कर रहे हैं. अनुमानित आंकड़ों के अनुसार अब तक 2 दिन में 10 लाख से अधिक शाम श्रद्धालुओं ने बाबा श्याम के दर्शन किए हैं. खाटू श्याम जी मंदिर में मंदिर कमेटी और प्रशासन द्वारा भक्तों की सहूलियत को लेकर आने को व्यवस्थाएं भी की है. भक्त 14 लाइनों में लगकर बाबा श्याम के दर्शन कर रहे हैं. आपको बता दें लगातार 3 दिन और अभी खाटू श्याम जी मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ रहेगी.
मनमोहक फूलों से सजे बाबा श्यामसाल के पहले दिन बाबा श्याम को दिल्ली, मुंबई और कोलकाता से लाए गए विभिन्न रंगों के फूलों से सजाया गया है. बाबा का श्रृंगार भक्तों को बहुत पसंद आ रहा है. नए साल के दिन बाबा श्याम अपने मूल स्वरूप (शालिग्राम रूप) में भक्तों को दर्शन दे रहे हैं. आपको बता दें कि बाबा श्याम पिछले 7 दिन से अपने मूल स्वरूप शालिग्राम में भक्तों को दर्शन दे रहे हैं. खाटू श्याम जी मंदिर के मुख्य पुजारी मोहनदास महाराज ने बताया कि काली अमावस्या के बाद बाबा श्याम का विशेष पूजा और श्रृंगार किया जाता है. बाबा की विशेष पूजा में 12 से 15 घंटे का समय लगता है. इसके अलावा श्याम के विशेष श्रृंगार में भी करीब 5 से 6 घंटे का समय लगता है. महाराज ने बताया कि महीने में 23 दिन लखदातार श्याम वर्ण (पीला रंग) में रहते हैं. कल से लखदातार श्याम वर्ण में दर्शन देंगे.
कौन है बाबा श्यामहारे के सहारे बाबा श्याम को भगवान कृष्ण का अवतार माना जाता है. महाभारत युद्ध के दौरान भीम के पौत्र बर्बरीक कौरवों की तरफ से युद्ध में शामिल होने जा रहे थे. बर्बरीक के पास तीन ऐसे तीर थे, जो पूरे युद्ध को पलट सकते थे. इसी को लेकर भगवान कृष्ण ने ब्राह्मण का रूप में आए और उनसे शीश दान में मांग लिया. बर्बरीक ने भी बिना संकोच किया भगवान कृष्ण को अपना शीश दान में दे दिया. तब भगवान कृष्ण ने प्रसन्न होकर बर्बरीक को कहा कि ‘बर्बरीक तुम्हें कलयुग में श्याम के नाम से पूजे जाओगे, तुम्हें लोग मेरे नाम से पुकारेंगे और तुम अपने भक्तों के हारे का सहारा बनोगे’.
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FIRST PUBLISHED : January 1, 2025, 15:38 IST