Meena Mahapanchayat big decision Ronsi Kariri dispute know new rule

Last Updated:March 10, 2025, 12:42 IST
रोसीं-करीरी प्रकरण को सुलझाने के लिए सर्वसम्मति से ऐतिहासिक निर्णय लिए गए. इन फैसलों का मुख्य उद्देश्य समाज में एकता बनाए रखना और भविष्य में किसी भी प्रकार के टकराव को समाप्त करना था.X
मीणा महापंचायत
हाइलाइट्स
रोसीं-करीरी विवाद पर महापंचायत का ऐतिहासिक निर्णयगांव का बहिष्कार समाप्त, 11 लाख जुर्माना वापसधार्मिक स्वतंत्रता और सामंजस्य को बढ़ावा मिलेगा
करौली:- राजस्थान के बहुचर्चित रोंसी-करीरी गांव के विवाद पर अखिल भारतीय मीणा महापंचायत में ऐतिहासिक निर्णय लिया गया है. बता दें कि करौली जिले के महावीर जी क्षेत्र के मीन भगवान मंदिर में रविवार को मीणा महासभा की महापंचायत का आयोजन किया गया. इस पंचायत में समाज से जुड़ी कुरीतियों, आपसी विवादों और सामाजिक एकता को मजबूत करने जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई. बैठक की अध्यक्षता पूर्व आईएएस अधिकारी पी.आर. मीणा ने की, जिनके मार्गदर्शन में समाज के कई बड़े फैसले लिए गए.
रोसीं-करीरी प्रकरण पर अंतिम निर्णयमहापंचायत में समाज को लंबे समय से प्रभावित कर रहे रोसीं-करीरी प्रकरण को सुलझाने के लिए सर्वसम्मति से ऐतिहासिक निर्णय लिए गए. इन फैसलों का मुख्य उद्देश्य समाज में एकता बनाए रखना और भविष्य में किसी भी प्रकार के टकराव को समाप्त करना था. पंचायत के निर्णय के अनुसार, रोसीं गांव पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया गया और इसे पुनः समाज में शामिल कर लिया गया. इस मामले में 11 लाख रुपए दंड राशि महावीर पंचायत को सौंपी गई, जिसे रोसीं और उसके आसपास के चार गांवों में वितरित किया जाएगा. यह निर्णय समाज में न्याय और संतुलन बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है.
महापंचायत में यह भी स्पष्ट रूप से घोषित किया गया कि अब इस मामले पर कोई भी नई पंचायत नहीं होगी.यदि भविष्य में कोई व्यक्ति या समूह इस मुद्दे को दोबारा उठाने का प्रयास करता है, तो उसे समाज का दोषी माना जाएगा और उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इसके अलावा, इस मीणा महापंचायत में (समाज की सामूहिक बैठक) से बाहर किए गए पंच-पटेलों को भी माफ कर दिया गया. उन्हें पुनः समाज में शामिल कर लिया गया, जिससे उनके सम्मान और अधिकारों की पुनर्बहाली हो गई. इससे समाज में भाईचारे की भावना को और अधिक मजबूती मिली.
धार्मिक मुद्दों पर बड़ा फैसलामहापंचायत में धर्म से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा हुई. इस दौरान समाज के वरिष्ठ लोगों ने निर्णय लिया कि कोई भी व्यक्ति या समूह धर्म से छेड़छाड़ नहीं करेगा. सभी धार्मिक कार्यक्रम और परंपराएं पहले की तरह बिना किसी रोक-टोक के जारी रहेंगी. इससे समाज में धार्मिक स्वतंत्रता और सामंजस्य को बढ़ावा मिलेगा. महापंचायत में लिए गए सभी निर्णयों को पूरे समाज ने खुले दिल से स्वीकार किया और समर्थन दिया. इन फैसलों को समाज में एकता, समरसता और न्याय को बनाए रखने के लिए एक ऐतिहासिक कदम बताया गया.
ये था पूरा मामला दरअसल 18 जनवरी के दिन करौली के रोंसी गांव में स्टेशन मास्टर को सगाई से ऐन वक्त पर इनकार करना महंगा पड़ गया था. ऐसे में लड़की पक्ष के लोगों नें नाराज होकर दूल्हे के भाई के सिर के बाल और दाढ़ी मूंछ कटवा दिए थे. इस घटना को लेकर पूर्व मीणा महापंचायत द्वारा दाढ़ी मूछ काटने वालों पर 11 लख रुपए का जुर्माना लगाया गया था. जुर्माना नहीं भरने पर पूरे गांव को समाज से बहिष्कृत करने की भी चेतावनी दी गई थी.
Location :
Karauli,Rajasthan
First Published :
March 10, 2025, 12:42 IST
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मीणा महापंचायत का ऐतिहासिक निर्णय, अब जाकर खत्म होगा रोसीं-करीरी विवाद!