Pushkar Fair Closing Ceremony with Horse Show and Camel March

अशोक सिंह भाटी.
पुष्कर (अजमेर). विश्व प्रसिद्ध पुष्कर मेले का आज भव्य समापन किया जा रहा है. इस अवसर पर मेला मैदान में सांस्कृतिक कार्यक्रमों, खेल प्रतियोगिताओं और आकर्षक प्रदर्शनों के साथ समारोह आयोजित हुआ. इस बार मेले में पहली बार पुलिस के जवानों ने हॉर्स शो और केमल मार्च का आयोजन कर सभी का मन मोह लिया.
पुष्कर एसडीएम गुरु प्रसाद तंवर ने बताया कि आज समापन समारोह में केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी और राज्य जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे. समारोह में मेले के दौरान आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सम्मानित किया गया और उन्हें मोमेंटो प्रदान किए गए. यह सम्मान समारोह सफल मेले के आयोजकों और प्रतिभागियों के प्रयासों को मान्यता देता है.
खेल-कूद और सांस्कृतिक कार्यक्रम बने आकर्षणमेले के अंतिम दिन कई पारंपरिक खेल-कूद प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं, जिनमें शामिल हैं:
मटकी फोड़
रस्साकशी
ऊंट सजावट
पशुधन शो (Livestock Show)
साथ ही राजस्थानी लोक कलाकारों ने अपने गीत, नृत्य और वाद्ययंत्रों से समां बाँध दिया. विदेशी पर्यटकों ने भी इस अनोखे संगम में भाग लेकर भारतीय संस्कृति की झलक का आनंद लिया और कई प्रतियोगिताओं में उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया.
हॉर्स शो से बढ़ा रोमांचइस वर्ष मेले के आकर्षण का केंद्र पुलिस हॉर्स शो और केमल मार्च रहा. पुलिस लाइन से निकली घोड़े पर सवार जवानों की टोली ने अनुशासन और शक्ति का अद्भुत प्रदर्शन किया. वहीं ऊंटों की सजी-धजी कतारों ने मरुस्थलीय संस्कृति का अद्भुत दृश्य प्रस्तुत किया. इस पहल को स्थानीय निवासियों और पर्यटकों दोनों ने खूब सराहा.
राज्य पशु संरक्षण का संदेशकेमल मार्च के जरिए राज्य पशु ऊंट के संरक्षण और संवर्धन का संदेश दिया गया. अधिकारियों ने बताया कि इस पहल से राजस्थान की पशुपालन परंपरा को नई पहचान मिलेगी और ऊंट पालकों को प्रोत्साहन मिलेगा.
‘धरती धोरा री’ पर नृत्य और संगीत की गूंजमेला ग्राउंड में 150 से अधिक छात्राओं ने पारंपरिक राजस्थानी वेशभूषा में ‘धरती धोरा री’ और अन्य लोकगीतों पर मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया. घूमर, कलबेलिया और चकरी जैसे नृत्यों ने मंच को जीवंत बना दिया. जैसे ही छात्राओं ने घूमर किया, दर्शक तालियों से गूंज उठे. मौके पर जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत और केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी भी मौजूद रहे, जिन्होंने कलाकारों का उत्साह बढ़ाया.
पुष्कर की सुमन: मेले की नई ‘मोनालिसा’इस वर्ष मेले में पुष्कर की सुमन नामक एक युवती सोशल मीडिया में काफी वायरल हो रही है और उसे ‘पुष्कर की मोनालिसा’ नाम दिया गया है. जिस तरह से प्रयागराज की मोनालिसा अपनी आँखों को लेकर मशहूर हुई थीं, उसी तरह पुष्कर की सुमन अचानक इंटरनेट की सनसनी बन गई है. उसके रोज सैंकड़ों लोग फोटो और वीडियो वायरल कर रहे हैं, जिसने मेले के आकर्षण को और बढ़ा दिया है.
मेला ग्राउंड में कैमल शो और कला जत्था यात्रामेला ग्राउंड में कैमल शो और कला जत्था यात्रा निकाली गई. कैमल शो में बीकानेर का बियर्ड ग्रुप शामिल हुआ, जिसने ऊँटों पर अविश्वसनीय प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन में मुंह में तलवार रखकर करतब दिखाना और लठ के सहारे ऊँट पर खड़े होकर डांस करना शामिल था, जिसने दर्शकों को रोमांचित कर दिया.
इसके साथ ही, कला जत्था यात्रा भी निकली, जिसमें अलग-अलग कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी. इस दौरान कच्छी घोड़ी डांस जैसे प्रसिद्ध लोक नृत्य भी प्रस्तुत किए गए, जिससे पूरे वातावरण में राजस्थानी संस्कृति का रंग घुल गया.
सुरक्षा व्यवस्थास्नान में पहुँच रही भीड़ के मद्देनज़र, जिला पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद हो गया है तथा कानून एवं सुरक्षा के माकूल बंदोबस्त किए गए हैं.



